हम सपने देखे जाते है ! सपनो का अंत नहीं होता !! बिन सफर किए हम सफल बनें ! ऐसा कोई मंत्र नहीं होता ! राही बदले जाते है ! राहों का अंत नहीं होता ! मिले सफलता देर भले ! पर सफर का अंत नहीं होता !! ये काल की चाल निरंतर है ! हर माह वसंत नहीं होता !! कालचक्र को रोक सके ! ऐसा बलवंत नहीं होता !! यहां लोग बहुत मिल जाते है ; पर कोई कंत नहीं होता !! पल भर में छल कर जाते है ! यहां कोई संत नहीं होता ! तुम कर्म करो बस कर्म करो ! इसका कोई तंत्र नहीं होता ! ये जीवन मठ की भूमि है! कोई स्वतः महंत नहीं होता !!