सीखना जीवन की एक कला है, जब तक जीवन है तब तक हमें सीखते रहना चाहिए, किसी महान व्यक्ति ने सही कहा है जिसने सीखना बंद कर दिया वह मनुष्य जीवित ही नहीं है, इसीलिए अबे हमेशा नए-नए चीजों और अनुभव को सीखते रहना चाहिए, जीवन में सफल होने का एक ही मार्ग है वह है सीखना और सीख कर किसी दूसरे को सिखाना, जिससे हमारा ज्ञान भी बढ़ेगा और हम किसी को शिक्षित भी कर पाएंगे। हमारे पास जितना अनुभव है उसे और बढ़ाना है, जिसके लिए हमें हमेशा सीखते रहना चाहिए , आज यह देखा जा रहा है युवाओं में कि वे सीखने की कला ही भूल गए हैं, क्योंकि वें अपना समय व्यर्थ कामों में व्यतीत करते हैं, जिसके कारण से नई चीजें, अनुभव, कार्यक्षेत्र इत्यादि को सीख नहीं पा रहे हैं, आज के युवा ही हमारे देश के भविष्य हैं अगर उनके अंदर हमेशा सीखने की चाहत होगी तभी हम अपने देश को आगे बढ़ा सकते हैं, हमें केवल औपचारिक शिक्षा तक ही सीमित रहना नहीं चाहिए, हमें अनौपचारिक शिक्षा को अपनाकर अपने जीवन में परिवर्तन करना चाहिए जिससे हम जीवन में आए हर मुसीबत को हर समस्याओं को पार कर सकते हैं।
सीखना एक संसाधन है, हम जितने नए-नए चीजें कुछ सीखेंगे भविष्य में अपने सीखे हुए कला से पैसे को और बढ़ा सकते हैं, देश का कल्याण कर सकते हैं, स्वयं को और उन्नत मार की ओर ले जा सकते हैं, खुद के आत्मविश्वास मेहनत की कला और अपने कलाकार निखार सकते हैं इसीलिए जीवन में सीखते रहना चाहिए और सिखाते रहना चाहिए।
अब बात आती हम कहां कहां से सीख सकते हैं? वैसे आज तो हम डिजिटल दुनिया में जी रहे हैं आज हमारे पास सीखने का बहुत सारा संसाधन है, और उसे संसाधन में एक संसाधन है वह है हम सभी के पास स्मार्टफोन जिसके माध्यम से हम कई कलाओं को सीख सकते हैं, इंग्लिश स्पीकिंग, कंटेंट राइटिंग, डिजिटल मार्केटिंग, एजुकेशन इत्यादि। यह पहला संसाधन है जिससे हम सीख सकते हैं, दूसरा संसाधन है आपको इंस्टिट्यूट से, या ट्यूशन, कोचिंग, कोई सेंटर से कई सारे ज्ञान एवं नए अनुभवों को सीख सकते हैं, तीसरा संसाधन या है कि आप नए-नए जगहों पर जाकर आप बहुत सारी चीजों को सीख सकते हैं जैसे वहां की भाषा वहां की संस्कृति वहां की सभ्यता , रीति रिवाज, इत्यादि चीजों को आप सीख सकते हैं चौथा जो सबसे महत्वपूर्ण है, वरिष्ठ नागरिकों से आप जीवन में आए हर समस्या, हर दुखी भरे अनुभव, इत्यादि हरभरे समस्याओं से कैसे लड़ा जाता है? आप अपने घर में नागरिकों से सीख सकते हैं।
आप पुस्तकों से सीख सकते हैं, आप कई सारी मोटिवेशनल फिल्मों से सीख सकते हैं, बहुत सारे गीत गाने, कविताएं इत्यादि सीख करके खुद को हमेशा आगे बढ़ा सकते है।
जब तक जीवन है तब तक सीखना है
और सिखाना है।
धन्यवाद : काजल साह:स्वरचित
|