हर व्यक्ति अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहता है, हम सभी चाहते हैं कि अपने जीवन के सारे लक्ष्य को प्राप्त करके एक सफल जीवन व्यतीत करें। हर कोई चाहता है लोग उसकी कीमत, महत्त्व, गुणों को जाने उसकी कद्र करें। वह भी चाहता / चाहती है सफल व्यक्तियों के साथ खड़ा होने कि इच्छा। लेकिन सफल होने होने के लिए हमें सबसे पहले स्वयं में सुधार लाने की आवश्यकता होती है। अपनी आदतों, व्यवहार इत्यादि सभी में सकारात्मक परिवर्तन लाना बेहद जरूरी है। सफलता 1 दिन या 1 माह का खेल नहीं है, बल्कि इसे प्राप्त करने के लिए हमें निरंतर छोटे-छोटे प्रयास करने पड़ते हैं।
सफलता का सबसे प्रमुख बाधा है टालूपन । हमारे जीवन में अपने कार्य में टालमटोल करेंगे, हम उतना ही दूर अपने सपनों और जीवन में सफलताओं से दूर होते चले जाएंगे।टालूपन का सबसे बड़ा कारण है हमारे अंदर की आलस्य, हमारे नकारात्मक सोच, नकारात्मक कार्य इत्यादि। कबीर दास जी के दोहा भी बहुत प्रसिद्ध है
" काल करें सो आज कर, आज करें सो अब
पल में प्रलय होएगी, बहुरि करेगा कब "
टाल -मटोल की प्रवृत्ति से हमें जीवन में कभी भी सफलता नहीं मिल पाती हैं, हमें केवल जीवन में निराशा और असफलता मिलती हैं।
हम कुछ कार्यों के प्रति टालूपन क्यों करते है, और उसके उपाय?
हम कुछ कार्यों के प्रति टाल- मटोल करते हैं, क्योंकि हमें उस कार्य क्षेत्र की पूरी जानकारी नहीं रहती हैं। अगर ऐसा है तो सबसे पहले आपको क्षेत्र की पूरी जानकारी इकट्ठा करने की शुरुआत करें।
जब हमारे पास ज्ञान नहीं होगा, तब हमारे पास आत्मविश्वास भी नहीं होगा। हम जितना सीखते हैं, हम जितना अच्छा कार्य करते हैं उतना ही हमारे पास में अनुभव आते हैं, जिसके कारण से हमारा आत्मविश्वास बढ़ पाता है।
कुछ लोग स्वभाव से ही आलसी होते हैं, वें बिना मतलब का आलस करते हैं जो सही नहीं है। सफलता का सबसे बड़ा दुश्मन है टालूपन।
अगर आपको अपने टालूपन को मिटाना है, तो सबसे पहले आपको अपने आलस्य को मिटाना होगा. आप अपने आलस्य को अच्छी आदतों को अपनाकर मिटा सकते हैं। कुछ मनुष्य ऐसे होते हैं जो कुछ दिनों का कार्य महीनों के अंत तक भी खत्म करते हैं, यह क्या है? यही
टालूपन है। कुछ मनुष्य सुस्त गति से कार्य करते है, वें समझते हैं समय उनके पास व्यापक है। यही सोच या टालूपन के कारण उनका सारा जीवन ऐसे ही व्यतीत हो जाता है।
किसी महान व्यक्ति ने सही कहा है
कल के लिए कुछ नहीं टालें। बड़ी सोच रखते हुए, धैर्य के साथ मंजिल की ओर पूर्ण आत्मविश्वास के साथ बढ़े। एक दिन जरूर ही सफलता आपके कदम चूमेगी।
टालूपन से कैसे पाएं छुटकारा?
टालूपन, आलस्य बहुत सारे व्यक्तियों के स्वभाव में होती हैं, लेकिन इस आदतों को हम बदल सकते हैं संकल्प के साथ।
1. अगले दिन कार्य करने से पहले पूर्व रात में एक रूपरेखा तैयार करें। खुद से यह संकल्प ले, जो कार्य मैंने निर्धारित किया है उसे मुझे जरूर ही पूरा करना है।
2. लक्ष्य तय करते समय बड़े लक्ष्य को, कुछ छोटे-छोटे लक्ष्य में विभाजित कर लें।
3. सर्वप्रथम कार्य शुरू करने से पूर्व, पूरी तैयारी कर लें। जहां तक संभव हो, कार्य के संबंध में पूरी जानकारी होनी चाहिए।
4. आप स्वयं को प्रेरित करते रहें, कि एक दिन जरूर ही मैं अपने मेहनत से अपने संकल्प से अपने सारे इच्छाओं की पूर्ति करूंगा / करूंगी।
4. स्वयं को थोड़ा व्यवस्थित कर, यदि आप आज का काम आज ही फोन कर ले तो आप स्वयं को हल्का, प्रफुल्लित महसूस करेंगे।
अगर आपने जो निर्धारित किया था,कार्य उसे पूरा कर लेते है स्वयं को कुछ भी तोहफा दे। जैसे कि - चॉकलेट, सॉन्ग सुनना, अपने खाली समय में कहीं सुंदर जगह घूम के आना इत्यादि।
सफलता पाना है तों आपको सबसे पहले अपने जीवन से सबसे बड़ा दुश्मन टालू- पन अंत करना होगा और विजय प्राप्त करना होगा। सारी बुरी आदतों से, एक दिन जरूर हीं आपकी जीत होंगी।
धन्यवाद
काजल साह - स्वरचित
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