1.मैं कर सकता था और मैंने किया के बीच की दूरी अफसोस है।
मैं अमेरिका में अपनी पीएचडी कर सकता था और उसमें अच्छा प्रदर्शन कर सकता था, हालांकि इससे मुझे खुशी नहीं मिलती थी।
या
मैंने अपनी पीएचडी अधूरी छोड़, भारत लौट आया, यह नहीं जानता था कि इसके बाद क्या करना है? ₹15000 प्रति माह की नौकरी की और 14 लाख रुपए का लोन लेकर 5 साल पुराने बिजनेस स्कूल में चला गया।
लेकिन मुझे आरामदेह को छोड़ने की आत्म संतुष्टि मिली और अपने निर्णय पर अमल करने की, सिर्फ इसीलिए क्योंकि मुझे महसूस हुआ कि इससे मुझे खुशी मिल सकती है। और इससे मिली!
मैं इस सवाल का जवाब नहीं देना चाहता था, अगर आपको पीएचडी में खुशी नहीं मिल रही थी, तो आपने इसे अधूरी छोड़कर क्या खोजा क्यों नहीं कि आपको किस चीज में खुशी मिल सकती है?
2. संसार में सबसे मुश्किल चीज खुद को बताना है कि यह जरा भी मुश्किल नहीं है
जल्दी जागना मुश्किल नहीं है।
पैसे बनाना मुश्किल नहीं है।
अजनबीयों से बातचीत शुरू करना मुश्किल नहीं है।
प्रेम का इज़हार करना मुश्किल नहीं है, कोल्ड ईमेल भेजना मुश्किल नहीं है, वेतन बढ़ाने की मांग करना मुश्किल नहीं है, प्रश्न पूछना मुश्किल नहीं है, अपनी राय व्यक्त करना मुश्किल नहीं है।
मुश्किल तो अपने दिमाग को यह विश्वास दिलाना है कि या मुश्किल नहीं है।
कि आप यह कर सकते हैं।
3. अगर आप हारने से डरते हैं
तो आप पहले ही हार चुके हैं!
हार एक परिणाम है
डर एक इनपुट है
आप अपने परिणामों को नियंत्रित नहीं कर सकते, लेकिन आप हमेशा अपने इनपुट को नियंत्रित कर सकते हैं। अगर आप हार से डरकर कोशिश नहीं करते हैं, तो आपने हारने के इनपुट को सक्रिय कर दिया है। जब आप अपने इनपुट को तय कर लेते हैं, तो आप अपने आउटपुट को भी तय कर- हारने के।
4. जीवन संघर्ष से भरा है
संसार के नियमों के अनुरूप जीने की कोशिश करने में संघर्ष रहता है, अपना खुद का संसार और अपने खुद के नियम बनाने की कोशिश में भी संघर्ष रहेगा, आप अपना संघर्ष खुद चुनते हैं।
5. क्या हो सकता है, इस बारे में चिंता करने के बजाए यहां पर कि क्या हो सकता है।
कल्पना करने की शक्ति ताकत भी है और कमजोरी भी है।
हम या कल्पना कर सकते हैं कि, अगर हम अपने सपनों के प्रोजेक्ट में असफल हो जाए तो क्या!
या हम या कल्पना कर सकते हैं कि अगर हमारा सपनों का प्रोजेक्ट बेहद सफल हो जाए तो क्या होगा?
हम अपने विचारों से अपनी खुद की कैद बना सकते हैं, या फिर हम सारी सलाखों एवं अपनी सीमाओं को तोड़कर सर्वश्रेष्ठ संभव परिणाम की कल्पना कर सकते हैं।
एक-एक चीज
एक एक पल
एक एक कहानी
कल्पना करने की हमारी शक्तिया तो हमें कष्ट देती हैं या फिर हमारी मदद करती है, जिसे हम सुनते हैं उसी के साथ हम जीते हैं।
5. धीमी शुरुआत को छोटी शुरुआत समझने की गलती नहीं करें।
आप ही अकेले नहीं हैं, जो समंजस में है, आप ही अकेले नहीं हैं, जो अनिश्चित है, आप ही अकेले नहीं हैं, जो संघर्ष कर रहे हैं।
आप मूर्ख, अक्षम, अयोग्य नहीं है
हर व्यक्ति जूझ रहा है, हर व्यक्ति से समझने की कोशिश कर रहा है, खुद पर कठोर नहीं बने।
जब बात पैसों की आती है, तो ज्यादा जानकारी लोगों को ज्यादा जागरूक नहीं बनाती है। या उन्हें ज्यादा भयभीत बनाती है, जीवन में आपके पास जो हैं, उसके लिए कृतज्ञ गए होना मूल्यवान है।
6.
लोग आपकी मदद तभी करेंगे, जब आप यह स्पष्ट कर दे कि वे आपकी मदद कैसे कर सकते हैं।
मदद पाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप लोगों के लिए आपकी मदद करने को ज्यादा आसान बना दें. मदद करने के काम को ज्यादा आसान बनाने का सर्वश्रेष्ठ तरीका यह है कि आप स्पष्ट बने , स्पष्ट करने का सबसे अच्छा तरीका है यह विचार करना है, कि आपको किस खास जगह मदद चाहिए और क्यों?
7. अगर आपको इसे करने में आनंद नहीं आ रहा है, तो लोग समझ जाएंगे।
आप इसे हर जगह देख सकते हैं - सब्जी वाला, जो अपने काम का आनंद ले रहा है या ऊंचे वेतन वाला
एग्जीक्यूटिव, जो अपने काम में बहुत दुखी हैं। खुशी एक ऐसी भाषा है, जो आपके चेहरे और आंखों के जरिए दिखाई देती है, खुशी थोपी नहीं जाती है, यह उसके जरिए बोलती हैं जो आप है। यह एक ऐसी चीज है जिसे आप कभी नहीं छुपा सकते, या इसके बारे में सबसे अच्छी बात है और सबसे बुरी भी।
8. खुद को कभी नहीं जानने और चूहा दौड़ में व्यस्त रहने की वजह खुद को खोजने की दौड़ में व्यस्त रहना बेहतर है।
6 महीने पहले शायद आप अपने दिन की नौकरी के साथ से संगीत में किस्मत आजमा रहे थे, आप सब इसे पसंद करते थे ; लेकिन आप संगीत से ज्यादा प्रेरित है। अब आप छोटे बैंडो के गीतकार बन गए हैं और अपनी दिन की नौकरी कर रहे हैं। संसार इसे ख़ामख़्वाह की कहा सकता है, यह उस काम को मन मारकर करने से बहुत बेहतर है जिससे आप नफरत करते हैं, सिर्फ इसीलिए क्योंकि हर व्यक्ति यही करता है।
किसी सार्थक चीज के लिए कुछ खोना बेहतर, बजाय हर अर्थ ही चीज में खो जाने की।
धन्यवादमैं कर सकता था और मैंने किया के बीच की दूरी अफसोस है।
मैं अमेरिका में अपनी पीएचडी कर सकता था और उसमें अच्छा प्रदर्शन कर सकता था, हालांकि इससे मुझे खुशी नहीं मिलती थी।
या
मैंने अपनी पीएचडी अधूरी छोड़, भारत लौट आया, यह नहीं जानता था कि इसके बाद क्या करना है? ₹15000 प्रति माह की नौकरी की और 14 लाख रुपए का लोन लेकर 5 साल पुराने बिजनेस स्कूल में चला गया।
लेकिन मुझे आरामदेह को छोड़ने की आत्म संतुष्टि मिली और अपने निर्णय पर अमल करने की, सिर्फ इसीलिए क्योंकि मुझे महसूस हुआ कि इससे मुझे खुशी मिल सकती है। और इससे मिली!
मैं इस सवाल का जवाब नहीं देना चाहता था, अगर आपको पीएचडी में खुशी नहीं मिल रही थी, तो आपने इसे अधूरी छोड़कर क्या खोजा क्यों नहीं कि आपको किस चीज में खुशी मिल सकती है?
2. संसार में सबसे मुश्किल चीज खुद को बताना है कि यह जरा भी मुश्किल नहीं है
जल्दी जागना मुश्किल नहीं है।
पैसे बनाना मुश्किल नहीं है।
अजनबीयों से बातचीत शुरू करना मुश्किल नहीं है।
प्रेम का इज़हार करना मुश्किल नहीं है, कोल्ड ईमेल भेजना मुश्किल नहीं है, वेतन बढ़ाने की मांग करना मुश्किल नहीं है, प्रश्न पूछना मुश्किल नहीं है, अपनी राय व्यक्त करना मुश्किल नहीं है।
मुश्किल तो अपने दिमाग को यह विश्वास दिलाना है कि या मुश्किल नहीं है।
कि आप यह कर सकते हैं।
3. अगर आप हारने से डरते हैं
तो आप पहले ही हार चुके हैं!
हार एक परिणाम है
डर एक इनपुट है
आप अपने परिणामों को नियंत्रित नहीं कर सकते, लेकिन आप हमेशा अपने इनपुट को नियंत्रित कर सकते हैं। अगर आप हार से डरकर कोशिश नहीं करते हैं, तो आपने हारने के इनपुट को सक्रिय कर दिया है। जब आप अपने इनपुट को तय कर लेते हैं, तो आप अपने आउटपुट को भी तय कर- हारने के।
4. जीवन संघर्ष से भरा है
संसार के नियमों के अनुरूप जीने की कोशिश करने में संघर्ष रहता है, अपना खुद का संसार और अपने खुद के नियम बनाने की कोशिश में भी संघर्ष रहेगा, आप अपना संघर्ष खुद चुनते हैं।
5. क्या हो सकता है, इस बारे में चिंता करने के बजाए यहां पर कि क्या हो सकता है।
कल्पना करने की शक्ति ताकत भी है और कमजोरी भी है।
हम या कल्पना कर सकते हैं कि, अगर हम अपने सपनों के प्रोजेक्ट में असफल हो जाए तो क्या!
या हम या कल्पना कर सकते हैं कि अगर हमारा सपनों का प्रोजेक्ट बेहद सफल हो जाए तो क्या होगा?
हम अपने विचारों से अपनी खुद की कैद बना सकते हैं, या फिर हम सारी सलाखों एवं अपनी सीमाओं को तोड़कर सर्वश्रेष्ठ संभव परिणाम की कल्पना कर सकते हैं।
एक-एक चीज
एक एक पल
एक एक कहानी
कल्पना करने की हमारी शक्तिया तो हमें कष्ट देती हैं या फिर हमारी मदद करती है, जिसे हम सुनते हैं उसी के साथ हम जीते हैं।
5. धीमी शुरुआत को छोटी शुरुआत समझने की गलती नहीं करें।
आप ही अकेले नहीं हैं, जो समंजस में है, आप ही अकेले नहीं हैं, जो अनिश्चित है, आप ही अकेले नहीं हैं, जो संघर्ष कर रहे हैं।
आप मूर्ख, अक्षम, अयोग्य नहीं है
हर व्यक्ति जूझ रहा है, हर व्यक्ति से समझने की कोशिश कर रहा है, खुद पर कठोर नहीं बने।
जब बात पैसों की आती है, तो ज्यादा जानकारी लोगों को ज्यादा जागरूक नहीं बनाती है। या उन्हें ज्यादा भयभीत बनाती है, जीवन में आपके पास जो हैं, उसके लिए कृतज्ञ गए होना मूल्यवान है।
6.
लोग आपकी मदद तभी करेंगे, जब आप यह स्पष्ट कर दे कि वे आपकी मदद कैसे कर सकते हैं।
मदद पाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप लोगों के लिए आपकी मदद करने को ज्यादा आसान बना दें. मदद करने के काम को ज्यादा आसान बनाने का सर्वश्रेष्ठ तरीका यह है कि आप स्पष्ट बने , स्पष्ट करने का सबसे अच्छा तरीका है यह विचार करना है, कि आपको किस खास जगह मदद चाहिए और क्यों?
7. अगर आपको इसे करने में आनंद नहीं आ रहा है, तो लोग समझ जाएंगे।
आप इसे हर जगह देख सकते हैं - सब्जी वाला, जो अपने काम का आनंद ले रहा है या ऊंचे वेतन वाला
एग्जीक्यूटिव, जो अपने काम में बहुत दुखी हैं। खुशी एक ऐसी भाषा है, जो आपके चेहरे और आंखों के जरिए दिखाई देती है, खुशी थोपी नहीं जाती है, यह उसके जरिए बोलती हैं जो आप है। यह एक ऐसी चीज है जिसे आप कभी नहीं छुपा सकते, या इसके बारे में सबसे अच्छी बात है और सबसे बुरी भी।
8. खुद को कभी नहीं जानने और चूहा दौड़ में व्यस्त रहने की वजह खुद को खोजने की दौड़ में व्यस्त रहना बेहतर है।
6 महीने पहले शायद आप अपने दिन की नौकरी के साथ से संगीत में किस्मत आजमा रहे थे, आप सब इसे पसंद करते थे ; लेकिन आप संगीत से ज्यादा प्रेरित है। अब आप छोटे बैंडो के गीतकार बन गए हैं और अपनी दिन की नौकरी कर रहे हैं। संसार इसे ख़ामख़्वाह की कहा सकता है, यह उस काम को मन मारकर करने से बहुत बेहतर है जिससे आप नफरत करते हैं, सिर्फ इसीलिए क्योंकि हर व्यक्ति यही करता है।
किसी सार्थक चीज के लिए कुछ खोना बेहतर, बजाय हर अर्थ ही चीज में खो जाने की।
धन्यवाद
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