आप mature है? सबसे पहले आप खुद को जाने, कि क्या - क्या आपके अंदर गुण, अवगुण है? कहने को तो हम कह देते है कि हम mature है लेकिन फिर भी हम छोटे - छोटे बातों पर लड़ना झगड़ना, अपमानित दूसरों को करना, अपनी अहमियत भूल जाना इत्यादि करने लगते है। आज मैं आपको maturity के क्या - क्या लक्षण एवं आप कैसे mature बन सकते है। वो आपको आज सिखाने वाली हूँ। क्या आप तैयार है?
1. Awareness : सबसे पहले आपको खुद के प्रति जागरूक रहना पड़ेगा। अपने विचार, कार्य और अपने भाव के प्रति। अपने कार्य को जाने, अपने विचार एवं भाव को परखे। प्रतिदिन अपने आचार, व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाने की चेष्टा करें।
इमोशन : क्या आप हर जगह अपने इमोशन को व्यक्त कर देते है? क्या आप भी हर छोटी - छोटी बातों पर रोना एवं जल्द ही गुस्सा हो जाते है? यदि आपका यह नेचर है तब जल्द से जल्द इस नेचर को अपने जीवन से रिमूव कीजिये। अपने इमोशन को मैनेज करना सीखें।
Empathy : अगर किसी को चोट लगे तो रोने लग जाना, किसी के भाव को दर्द पहुँचाना, उसकी समस्या को उनकी स्थान पर ना रखना। दूसरों को अपमानित करना एवं यह सब करने के बाद खुद को श्रेष्ठ समझना। एक समझदार व्यक्ति हमेशा दूसरों के समस्याओं को समझते है, एवं उनकी समस्याओं को देखकर हँसते नहीं बल्कि उनकी समस्याओं का निवारण करने का अथक प्रयास करते है। करेंउस
इसलिए अपने अंदर empathy का गुण अपनाये एवं empathy के स्वाभाव से आप बहुत आगे बढ़ सकते है।
इफेक्टिव : संचार हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, एवं एक mature व्यक्ति अपने बातों को बहुत ही सुचारु एवं सुंदर तरिके से प्रेजेंट करते है। उनको यह पता होता है कि कब, कहाँ और कैसे बोलना है। इसलिए अगर आप भी mature बनना चाहते है तब आप अवश्य ही अपना इफेक्टिव कम्युकेशन build उप करें
रिस्पांस : आपको पता है mature व्यक्ति कभी भी अपने जिम्मेदारी नहीं हटते है। वे हर अपने गलतियों से सीखते है, अपने कमियों को ठीक करते है एवं अपने लिए कभी भी किसी दूसरे को जिम्मेदार नहीं देते है। अगर आप mature बनना चाहते है तब आप अपनी रिस्पांसिबिलिटी का वहन खुद से करें।
धैर्य : धीरज mature व्यक्ति का सबसे बड़ा गुण है। भगवान भी कहते है कर्म करते जाओ, धैर्य रखो, तुम्हे जरूर मिलेगा। इसलिए अपने जीवन में धैर्य को जरूर अपनाये एवं हर कार्य को पूरा 100% से करें। बिना फल के चिंता किये बिना। जो mature नहीं होते वो फल पर ज्यादा ध्यान एवं कर्मा पर कम ध्यान देते है लेकिन जो mature व्यक्ति होते है वो कर्मा पर अत्यधिक विश्वास एवं अपने जिम्मेदारियों का निर्वाह स्वयं करते है।
प्रॉब्लम सोलविंग : मैंने एक निबंध में पढ़ा था, प्रोब्लेम्स को हमें हमेशा opportunity की तरह लेना चाहिए। क्या आप समस्या डर जाते है? क्या आपको लगता है कि समस्या हमेशा इंसान को परेशान करती है? याद रखिये समस्या हमेशा एक नया मौका का दरवाजा होता है। Mature व्यक्ति हमेशा प्रॉब्लम से लड़ते है एवं प्रॉब्लम से सीखते है। अगर आप भी mature बनना चाहते है तब मुसीबतों से लड़े, प्रोब्लेम्स का सलूशन ढूंढे ना कि प्रॉब्लम को पहाड़ मानकर खुद को तिनका समझ लेना एक मुर्खता की निशानी है। प्रोब्लेम्स है तो उसका निवारण अवश्य जरूर है।
सकारात्मक : mature व्यक्ति हमेशा सकारात्मक सोच से परिपूर्ण रहते है। आगे बढ़ने के लिए सकारात्मक सोच एक अहम भूमिका निभाती है। Mature व्यक्ति कभी भी हार नहीं मानते एवं हमेशा सकारात्मक सोच से आगे बढ़ते रहते है। हताशा को आशा में परिवर्तित कर देते है। गम को ख़ुशी में। इसलिए अपने माइंड को सकारात्मक सोच से परिपूर्ण बनाने का अभ्यास करें।
C. P. R: इसका फुल फॉर्म है cultivate positive relationship। यानि mature व्यक्ति हमेशा अपने जीवन में सकारात्मक रिश्ते को ही अपनाते है। अगर आपको आगे बढ़ना है एवं आपको स्वयं को विकसित करना है तब आपको सकारात्मक लोगों के साथ रहना होगा। जिससे आप आगे बढ़ सकते है।
मैनेज स्ट्रेस : mature व्यक्ति गमों को अपने जीवन में ज्यादा देर तक रहने नहीं देते है। वो हर मुसीबत, स्ट्रेस का सामना डट कर करते है। अपने स्ट्रेस को मैनेज करते है। अपने प्रोफेशन वर्क और पर्सनल वर्क में जब स्ट्रेस आता है तब उनका सामना वे डट के करते है।
लर्निंग : mature व्यक्ति के अंदर सबसे बेहतरीन quality यह होती है कि वे हमेशा लर्निंग माइंडसेट के होते है। आपको भी अपने माइंडसेट को ग्रोथ करना होगा फॉर लर्निंग। अगर आप यह सोचते है कि मैंने तो P. H. D कर ली, मुझे तो सब आता है इत्यादि। तब आप mature नहीं है, क्युकी mature व्यक्ति हमेशा लर्निंग के माइंडसेट से परिपूर्ण होते है।
यह कुछ टिप्स है, जिससे आप mature बन सकते। अगले निबंध में मैं आपको और बहुत सारे टिप्स बताऊंगी फॉर mature व्यक्ति के।
धन्यवाद
काजल साह
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