लॉन्ग क्वेश्चन और आंसर क्या आपको याद करने में अच्छा लगता है? अत्यधिक लोगों का उत्तर होगा - नहीं। अक्सर हम सभी mcq and saq ज्यादा करना पसंद करते है। लॉन्ग क्वेश्चन- आंसर जब याद करने बैठते है, तब मानो ऐसा लगता है कि हमें माउंट -एवेरेस्ट पर चढ़ाई करनी हो। एक बात हमेशा याद रखिये हमारा जीवन में मानव जीवन में हुआ है। मानव जीवन बहुत ही सौभाग्य से मिलता है, क्युकी मानव में इतनी अपार शक्ति होती है कि वे हर असंभव कार्यों को संभव कर सकते है।इसलिए अगर आप लॉन्ग -आंसर को याद करना कठिन मानते है? तब आज मैं आपको कुछ ऐसे टिप्स बताऊंगी जिससे आप चुटकी बजाते याद कर लीजियेगा। चलिए स्टार्ट करते है।
निम्नलिखित टिप्स है :
1. Chunking : अगर मान लीजिये मैंने आपको रोटियां दिया खाने के लिए, क्या आप रोटियां को एक ही बार में खा लेंगे? नहीं ना!ठीक उसी प्रकार अगर आपको लॉन्ग आंसर याद करना है तब उसे लाइन से एक ही बार में याद करने का प्रयास ना करें। अपितु आप लॉन्ग आंसर को स्मालर आंसर में ब्रेक कर याद कर सकते है। जब भी याद करें तब आंसर के साथ engage रहें। अपने तन और मन को आंसर में स्थापित करें।
विसुअल :मान लीजिये मैंने आपको एक पेज में पेन का स्पेलिंग लिख कर दे दिया और दूसरी तरफ मैंने आपको विसुअल के साथ स्पेलिंग भी दिखाया। आप किसको चुनिएगा पढ़ने के लिए? उत्तर है - ऑप्शन B।विसुअल विथ स्पेलिंग। वैसे आप भी कोई आंसर याद करें तब आप डायग्राम, पिक्चर, उसे रिलेटेड वीडियो, चार्ट्स बनाकर आप देख सकते है।
पॉइंट्स : हमेशा लॉन्ग आंसर को पॉइंट में लिखें। तब यह बहुत मददगार होंगी। लॉन्ग आंसर के की पॉइंट्स को याद करें। उसे मन में कल्पना करें।
Revision : हम पढ़ते तो है लेकिन पढ़ा हुआ को फिर से नहीं पढ़ते रहें है। यह सबसे बड़ी समस्या है। अगर आप किसी विषय को पढ़ रहें है, तब सोने से पहले आपने क्या - क्या पढ़ा - पढ़ा उसका revision करें। रिपीट कीजिये। हमारा ब्रेन इतना भी सशक्त नहीं है कि एक ही बार पढ़कर याद हो जाएँ। इसलिए हमें जरुरी है विषय का रिपीट करने का।
टीच: शुरू से मुझे पढ़ना और पढ़ाना बहुत पसंद है। अगर आप भी किसी विषय को एक्सप्लेन कर पाते है, तब आप अपने मित्रों को टीच करें। इससे यह होगा कि आपका भी लर्न होगा एवं आपके मित्र भी सीख पाएंगे। यह तो वही बात हो गई -एक पंथ दो काज।
लिंक :कुछ दिन पहले मैं विवेक बिंद्रा जी का वीडियो देख रही थी, जिसमें उन्होंने किसी विषयों को याद रखने का टिप्स बताया.जैसे कि उन्होंने बताया कि मानव को अजीब विषय एवं सबसे ख़ुशी का पल और सबसे दुःखद पल याद रहता है। वैसे आप भी लॉन्ग आंसर को किसी थिंग्स के साथ कनेक्ट करके, स्पेलिंग के साथ लिंक करके, किसी ख़ुशी के पल के साथ कनेक्ट करके, इत्यादि तरीके से याद कर सकते है। मैं भी ऐसी करती हूं, परिणाम बहुत अच्छा आया।
हेअल्थी :अगर मशीन का उपयोग निरंतता करने से मशीन खराब हो जाता है। ठीक उसी प्रकार अगर हम अपने हेल्थ का ध्यान नहीं रखते है। उन्हेंल्थी फ़ूड, उन्हेंल्थी स्लीप,नेगेटिव लोगों के साथ संगत इत्यादि। इसलिए हमें इन सभी का त्याग करना चाहिए। हमें हेअल्थी फ़ूड, हेअल्थी स्लीप, एक्सरसाइज, अच्छी संगत के साथ रहें।
रिकॉल : रट्टा ना माने, आंसर को समझकर याद करें। जब आप याद करले। पढ़ने के बाद आईज को क्लोज करें और आंसर को ब्रेन में मन में स्ट्रक्चर करें और रिकॉल करें। प्रतिदिन 1 घंटा लिखने का प्रयास करें। आपका मन बहुत भटकायेगा। लेकिन आपको अपने मन को खुद के वश में करना है। आपको कुटुज की भाति बनना है, जिसने अपने मन को स्वयं के वश में कर लिया है एवं इसलिए वह शान से जीता है।
Variety : आप किसी भी आंसर को एक तरिके से याद ना करें। आंसर ही नहीं अपितु आपका स्टडी करने का तरीका। आप विभिन्न वैरायटी का चयन कर सकते है। जैसे :आप रीडिंग, राइटिंग, स्पीकिंग, ग्रुप डिस्कशन, वॉइस रिकॉर्डिंग, वीडियो में अपने आंसर को बोलकर रिकॉर्ड कीजिये।
Apps :रील्स, इंस्टा देखकर आपको क्या मिलता है? अपितु आपके समय की बर्बादी ही होती है। इसलिए ऐसे एप्लीकेशन को जल्द से जल्द डिलीट कर दें, जो आपका ध्यान भंग कर रही है। ऐसे एप्लीकेशन का उपयोग करें, जो आपके स्टडी को उत्साहित और रोचक बना रही है।
सेल्फ - टेस्ट : कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए कि आपको आपके कोचिंग में, स्कूल में टेस्ट हो रहा है या नहीं। आपका टारगेट होना चाहिए कि आपको प्रतिदिन टेस्ट देना है। आप प्रतिदिन याद कीजिये। आप per वीक या per डे टेस्ट लें।
डीप: जिस प्रकार आप किसी मूवी को, सीरियल को बहुत ही डीप से देखते है और analysis करते है। वैसे ही किसी आंसर को डीप से पढ़े, फोकस के साथ।
रिवॉर्ड : अगर आपने अपने बनाये गए स्टडी गोल को पूरा कर लिया है, तब आपको जरूर खुद को छोटा sa रिवॉर्ड दें। जिससे आपको प्रोत्साहन मिल पाएं और आप अगली बार और अच्छे अपना प्रदर्शन कर पाएँ।
यह कुछ टिप्स है, जिसके माध्यम आप अपने लॉन्ग आंसर के साथ स्टडी को इफेक्टिव बना सकते है। मेहनत को अपना हथियार मान लीजिये और धैर्य को अपना दोस्त जरूर सब अच्छा होगा।
धन्यवाद
काजल साह
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