क्या आप जानते हैं? हम जिस पवित्र भूमि में रहते हैं, जहाँ महान -महान व्यक्तित्व का जन्म हुआ है, जहाँ अपार सुंदरता, अपार मनमोहक दृश्य और विभिन्न लोगों का सुंदर संगम का स्थान - भारत।
भारत दो शब्दों से निर्मिय शब्द हैं - "भा "का अर्थ प्रकाश, प्रभा और "रत "का अर्थ - लगा हुआ, जुटा हुआ। अर्थात भारत वो पवित्र भूमि हैं, जिसके निवासी ज्ञान की खोज में लगे हुए हो, जुटे हुए हो।
आज अगर हम भारत की तुलना कुछ वर्षो पहले से करे तो आज बहुत अंतर हमें प्राप्त होता हैं। आज हमारे भारत देश उज्जवल, श्रेष्ठता और विकास की ओर अग्रसर हैं। लेकिन आज भी ऐसे बहुत ही सारी समस्याएँ, जिससे हमारा देश पूर्ण रूप से विकसित के पथ पर अग्रसर नहीं हैं।
अगर हम सभी नागरिक एकजुटता से अपने भारत देश को सर्वश्रेष्ठ, सर्वशक्तिशाली और सर्वसशक्त बना सकते हैं। आज मैं आपको कुछ विशेष मुद्दे बताऊंगी, जिससे हमें कार्य करने की आवश्यकता हैं। अगर हम उन विषयों पर कार्य करेंगे, तब जरूर ही हमारा भारत विश्व में सोने की चिड़िया जरूर फिर से एक बार बनकर आएगा।
निम्नलिखित विशेष मुद्दे :
1. एजुकेशन : शिक्षा के बिना मनुष्य पशु समान हैं। क्युकी शिक्षा की वो सशक्त हथियार हैं, जो हमें अगर बढ़ना, हमारे अंदर व्यपात कमियों का अंत और सही और गलत क्या इसके बारे में ज्ञान हमें शिक्षा ही कराती है। ऐसा नहीं हैं कि भारत में शिक्षा प्रदान नहीं किया जा रहा, लेकिन अत्यधिक भारत में ऐसे स्टेट्स, जिले हैं जो केवल क्वांटिटी पर ध्यान देते हैं और क्वालिटी एजुकेशन का आभाव। इसलिए यह जरुरी हैं विद्यालय में, कॉलेजस इत्यादि में ऐसा शिक्षा प्रदान किया जाये, जिससे युवाओं का विकास हो पाए और वे स्वयं पर आत्मनिर्भर बने। और भारत के विकास में अपना योगदान दे पाएं।
क़ृषि : भारत क़ृषि प्रधान देश है। इसलिए यह बेहद ही जरूर हैं कि किसानो के आर्थिक स्थिति में सुधार, उन्हें नये - नये techniques, उन्हें नये - नये टेक्नोलॉजी का उपयोग करना सिखाये, जिससे वे अपने क़ृषि को और बेहतर तरीके से कर पाएंगे।
स्किल : भारत देश की सबसे बड़ी पूंजी, यहाँ के युवा है। अगर वो चाहे तो भारत देश को डूबा सकते हैं, अगर वे चाहे तो भारत देश को पुरे विश्व में निखार सकते हैं। इसलिए यह परम् जरुरी हैं कि सरकार के माध्यम से, विद्यालयों के माध्यम से भविष्य के महत्वपूर्ण स्किल्स यूथ को सिखाया जाये। दुसरो अर्थ में भारत देश को हमें स्किल्स इंडिया बनाना होगा। जहां यूथ के हाथ से मौका ना जा पाएं। विभिन्न प्रकार के प्रोग्राम्स, वर्कशॉप, इत्यादि के माध्यम से स्किल भारत को प्रमोट किया जा सकता हैं।
Entrepreneurship: भारत देश तब और भी ज्यादा विकास के पथ पर अग्रसर हो सकता है। जब हमारे देश में जो स्वयं का अपना बिज़नेस करना चाहते है, जो अपना कदम व्यापार में प्रवेश करना चाहते हैं। जब उनको सरकार के माध्यम से सपोर्ट, सही मार्गदर्शन, सही वातावरण प्रोवाइड किया जायेगा, तब जरूर ही भारत प्रगति के पथ पर नितांत अग्रसर हो सकता है। इसलिए सभी जो जो व्यपार करना चाहते हैं, उनको हमें मोटीवेट करना चाहिए।
Tourism : भारत की सुंदर व्यपाक है। जिसके हर कण - कण में सुंदरता है। हम अपने भारत को आर्थिक रुप से और सक्रिय बना सकते हैं। जब हम अपने भारत देश के सुंदर - सुंदर स्थानों का प्रचार करे। सोशल मीडिया के माध्यम, mass - कम्युनिकेशन के माध्यम से जिससे हमारे भारत देश का tourism का प्रचार होगा। जब प्रचार होगा, तभी तो व्यपार होगा।
एपावरमेंट :अगर हमारी मानसिकता अगर यही होंगी कि हम आधी जनसंख्या से अपने भारत देश का विकास कर लेंगे यानि पुरुषो से केवल। तब भारत देश कभी भी उन्नति के मार्ग तक नहीं पहुँच सकता।
लेकिन आज ऐसा बहुत कम हैं, क्युकी आज महिला कदम में कदम मिलाकर अगर बढ़ रही है। लेकिन हमें अपने देश में महिला सशक्तीकरण को जरूर से जरूर बढ़ावा देना चाहिए। महिलाओं को पोलिटिक्स, आर्थिक, समाजिक इत्यादि सभी स्थानों में प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
अति जरुरी : अगर आज हम प्रकृति को नुकसान पहुँचा रहे हैं,इसलिए प्रकृति का प्रकोप भी हमारे ऊपर अपार रूप से पड़ रहा है। इसलिए यह बहुत जरुरी हैं कि विकसित भारत के सपने को पूर्ण करने के लिए हमें प्रकृति के साथ मित्रता बनाकर और प्रकृति को सुरक्षित रखने की बहुत आवश्यकता है।
एनर्जी : साइंस का पढ़ा हुआ, चैप्टर याद रहा है। मैम बताती थी कि ऊर्जा का हमे सही और उचित मात्रा में प्रयोग करना चाहिए। भारत की उन्नति में ऊर्जा का प्रमुख स्थान है, इसलिए हमें रिन्यूअबल ऊर्जा उपयोग करना चाहिए। क्योकि नॉन -रिन्यूअबल से हमारे जन, तन, मन इत्यादि को खतरा हैं, जिससे विभिन्न प्रकार के प्रदूषण उत्पन्न होते हैं और हमारे हेल्थ के बहुत ही घातक है।
रूरल : भारत केवल प्रगतिशील राज्य के संयोग को ही नहीं कहते, भारत में संपूर्ण नगर, गांव, जिला, शहर, राज्य हैं। इसलिए हमें केवल शहरों में विकास नहीं करना है, अपितु हमें जो रूरल एरिया वो शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर, एजुकेशन, healthcare इत्यादि का विकास करना।
करप्शन :भारत की भूमि बहुत पवित्र हैं, लेकिन भारत देश में कुछ ऐसे भी व्यक्ति जो हमारे भारत देश को खोखला धीरे - धीरे कर रहे है। करप्शन, चोरी, बेईमानी, इत्यादि के माध्यम से इसलिए यह जरुरी है कि हम इन बुराई के खिलाफ आवाज उठाना चाहिए और गवर्नमेंट को सक्रिय रूप एवं कठिन एक्शन लेना चाहिए।
नेता : कुछ दिन पहले का ही बात है, मैंने अपने स्पीच में कहा था कि देश विकास करता है योग्य शासक से, देश का विनाश करता है -अयोग्य शासक से। इसलिए यह जरुरी है कि हम सही नेता का चुनाव करे - अपने मतदानों को सही व्यक्ति को दे। क्युकी नेता देश के आधारशीला होते है।
स्मार्ट : गवर्नमेंट को अपना पूरा प्रयास करना चाहिए, कि हर गांव, हर नगर, हर शहर, हर राज्यों को स्मार्ट सिटीज बनाये। क्वालिटी शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर, इत्यादि के माध्यम से।
यह कुछ विशेष मुद्दे है, जिस पर हम सक्रिय रूप से कार्य करना चाहिए।प्रयास, अभ्यास और परिश्रम के माध्यम से हर असंभव कार्य संभव है।
धन्यवाद
काजल साह
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