शिक्षा ही एक ऐसा मजबूत हथियार है, जो हमारे जीवन में महान परिवर्तित लाती है। शिक्षा के माध्यम से ही हम हर असंभव कार्यों को संभव कर सकते है। सफलता का स्त्रोत है - शिक्षा।
बहुत सारे ऐसे बच्चें होते है, जिन्हें पढ़ने की खूब इच्छा होती है, लेकिन विभिन्न विषय को समझ नहीं पाने के कारण उनके अंदर पढ़ने की इच्छा की ललक धीरे - धीरे कम होने लगती है। एक समय ऐसा भी होता जब उन्हें पढ़ने का तनिक मन नहीं करता।
क्या हम उन बच्चों को ऐसे ही छोड़ देंगे? उत्तर है नहीं। उन कमजोर बच्चों को पढ़ाने में शिक्षक - शिक्षिकाओं की बेहद प्रमुख भूमिका होती है।
आज मैं आपको बताऊंगी कैसे स्वयं, टीचर, घर के बड़े, सच्चे मित्र अपने मित्रों की सहायता पढ़ाई में कैसे कर सकते है।
स्टडी : अगर कोई बच्चे को पढ़ाई समझने में समस्या होती है, अगर वो प्रतिदिन स्टडी करें एवं लग्न से करें। तब एक दिन जरूर आएगा कि वो बच्चा पढ़ाई में बहुत अच्छा हो जायेगा। अगर आपको पढ़ाई समझने में समस्या आती है, तब आप स्वयं के लिए आप नियमित एवं अपने कम्फर्ट के रूप में समय संचालित करें एवं उसे फॉलो करें। आपका कार्य है रोज पढ़ना।
विसुअल : जैसे कि हम जानते है, कोई विषय को व्याख्या से देखत है, तब उसे याद रखने समस्या आती है। इस कार्यों को आसान टीचर्स विसुअल के माध्यम से स्टूडेंट्स को पढ़ा सकते है। जिसमे कमजोर, बुद्धिमान सभी सीखेंगे। क्युकी अगर हम कोई विषय को देखकर, डायग्रामस के माध्यम दे देखते है, तब वो ज्यादा समय तक याद रहती है।
Simplify : जैसे कि हम जानते है, हर बच्चे का माइंड एक जैसा नहीं होता है। इसलिए as teachers होने के नाते हर teachers को हर difficult टॉपिक्स को easy से teachers एक्सप्लेन करें। Complex को simplify तरिके से।आपका यह पूर्ण रूप से कार्य होना चाहिए कि स्टूडेंट्स को ऐसे पढ़ाये कि स्टूडेंट्स खुद समझने के साथ ही साथ दूसरों को भी एक्सप्लेन कर पाएं।
टेक्नोलॉजी : आज हमारे पास विज्ञान की सबसे बड़ी देन टेक्नोलॉजी है। जिसके माध्यम से हम हर मुश्किल कार्यों को बेहद ही सरल तरिके से कर सकते है। अगर आपको स्कूल, कोचिंग, या आप अपने पढ़ाई में चार - चाँद लगाना चाहते है तब आप टेक्नोलॉजी का उपयोग करके आप बहुत सारे easy to way में समझाने वाले टीचर्स को आप पढ़ा सकते है।इंटरनेट पर ऐसे बहुत सारे चैनल्स है जहाँ पर रियल लाइफ प्रोब्लेम्स के माध्यम से आपको एक्सप्लेन किया जाता है। जिससे आप पढ़ाई से कनेक्ट कर पायेंगे।
पेरेंट्स : जिस प्रकार समाज के विकास में शिक्षक की अलग भूमिका होती है। ठीक उसी प्रकार स्टूडेंट्स के विकास टीचर्स के साथ पेरेंट्स की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए हर बच्चें के माता - पिता बच्चों के साथ एक मजबूत कनेक्शन बनाये। जिससे बच्चा कह पाए अगर उसी किसी भी कार्यों में समस्या है।
एक्स्ट्रा : जो बच्चें कमजोर है, जिन्हें विषय समझने में समस्या होती है। आप उन्हें एक्स्ट्रा क्लास प्रोवाइड कर सकते है। इससे बच्चों का पढ़ाई में रूचि विकसित होंगी। आपका निरंतर मेहनत, प्रयास एवं अभ्यास ही स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित कर सकता है - आगे बढ़ने के लिए।
कांसेप्ट : बच्चों को हर विषय के कांसेप्ट को आप easy तरीके से एक्सप्लेन करें। कोई भी विषय का जड़ कांसेप्ट होता है, क्युकी concept is power. इसलिए हर बच्चों का concept clarity के साथ कम्पलीट करें। हर concept के साथ उन्हें प्रेरित करें, आगे बढ़ने के लिए। उन्हें हिम्मत दें और साथ ही साथ आप उनसे विभिन्न प्रकार encourage वाले प्रश्न पूछ सकते है। आप उन्हें प्रेरित करें कि आप भी आगे बढ़ सकते है। Dont think you are weak.आप एक टीचर के साथ एक अच्छे मित्र, मार्गदर्शन बनकर हर बच्चों के इमोशन को समझे।
यह कुछ महत्वपूर्ण टिप्स है, जिसके माध्यम से जिन बच्चों को पढ़ाई में समस्या हो रही थी। वे जरूर समझ पाएंगे। यह सब करने से पहले स्टूडेंट्स के प्रोब्लेम्स को हमें जानना होगा। उसके बाद ही हम जान पाएंगे कि उन समस्याओं का निवारण कैसे कर पाएंगे। हर स्टूडेंट्स को आगे बढ़ने का हक है, और आगे बढ़ने का महा शक्ति स्त्रोत है - शिक्षा। इसलिए खुब पढ़िए और आगे बढ़ें।
धन्यवाद
काजल साह
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