समाचार पत्र एक ऐसा पत्र है जिसके माध्यम से हम बहुत सारी जानकारी का लाभ उठा सकते है, समाचार पत्र एक मजबूत कड़ी है जों अनेक देशों कों एक संग जोड़ करके रखती है। आज समाचार पत्र इंटरनेट से लेकर आपके आस - पास तक मौजूद रहती है, इसलिए समाचार पत्र एक ऐसा सरल माध्यम बन चूका है जिससे हम ज्ञान से लेकर वर्तमान तक की घटना कों पढ़ सकते है, समाचार पत्रों में खबरों, कहानियों से लेकर चुटकले तक मौजूद रहता है, इसलिए समाचार पत्र लोकप्रियता बन चूका है। समाचार पत्र के पुरे विश्व में घटित घटनाओं कों आसानी से पढ़ सकते है। जन - जागरण में समाचार बहुत बड़ी भूमिका निभाता है।
समाचार पत्र की मुख्य भूमिका जन समाज में निम्नलिखित हैं :
1. समाचार पत्र सामजिक कड़ी
2. व्यपार में वृद्धि लाना और मनोरंजन का आंनद लेना
3. ज्ञान अर्जित का साधन
4.प्रचार का सरल माध्यम
5. जन सुविधा
6. समाज के कुरीतियों और व्याप्त कमियों का अंत करने का प्रयास
इत्यादि।
समाज कों स्वस्थ्य सामाज बनाने में समाचार पत्र की प्रमुख भूमिता होती है, समाचार पत्र जनता के लिए विश्वविद्यालय है उनमें केवल देश - विदेश की गतिविधियों की जानकारी ही नहीं मिलती बल्कि महान विचारकों के विचार, त्यौहारों की जानकारी, परीक्षा की तिथि, सरकारी कार्यों से लेकर प्राइवेट कार्यों तक की जानकारी,इत्यादि जनों के लिए एक बहुत सरल साधन बन चूका है, समाज में सकारात्मक क्रन्ति का प्रमुख पड़ाव समाचार पत्र है।
भारत का पहला समाचार पत्र बंगाल गज़ट था, जिसका प्रकाशन 1776 में हुआ था।
उसके बाद भारत देश में कई सारे समाचार पत्रों का प्रकाशन हुआ था,जैसे
1.समाज दर्पण
2.लोकसत्ता
3.द लीडर
4.बॉम्बे समाचार पत्र
5.संवाद कौमुदी
इत्यादि।
प्राचीन के समाचार पत्रों से हमें बहुत सारी जानकारियां ज्ञात होती है, जिससे हम अपने इतिहास के बारें में जान पाते है।
पत्र का उद्देश्य है : लोगों के आवश्यकता कों पूर्ति करना, उनके विकास में सहयोग देना, घटनाओं कों जानना, लोगों में जागरूकता लाना इत्यादि।
समाचार पत्र मानव के कल्याण के लिए बहुत महत्वपूर्ण कल्याण है, इसलिए हमें रोजाना समाचार पत्रों कों पढ़ना चाहिए, जिसे हमारे अंदर सकारात्मक परिवर्तन आ सके।
धन्यवाद : काजल साह : स्वरचित
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