विवेकानंद जी ने कहा था - दुनिया में सबसे शक्तिशाली मनुष्य की वाणी है, जो हथियार उठाये बिना ही क्रांति ला सकती है और परिश्रम के बिना ही शांति। कक्षा 1-9 तक बोलने से मुझे बहुत डर लगता था। लेकिन कोविड का समय मेरे लिए स्नेहपूर्ण से भरा था, जहां मैं स्वयं को जान पाई। अपने कमजोरियों और अपने ताकतों को जान पाई।
भाषण, elocution, आशुभाषण इत्यादि मुझे बहुत पसंद है। मैं आज बहुत ख़ुश हूँ कि मैं अपने पसंदीदा कार्यों से धन अर्जित कर अपने पढ़ायी को पूरा करने में सक्षम हूँ।
आज मैं आपको बताने वाली हूँ कि कैसे आप elocution का तैयारी कर सकते है? कैसे आप विजेता बन सकते है? कैसे आप अपने बेस्ट प्रदर्शन दे सकते है?
एक बात हमेशा याद रखे कि आपको अपना 100% अपना बेहतर देने का प्रयास करना है। आपको परिणाम से ज्यादा अपने कार्यों को बेहतरीन से बेहतरीन बनाने पर ध्यान देना होगा।
इन टिप्स को अच्छे से पालन करे :
1. मास्टर : किसी भी क्षेत्र, विषय इत्यादि में तब हम बेहतर बन सकते है, जब क्षेत्र, विषय के बारे में भरपूर जानकारियां प्राप्त हो। अगर आप भी एक अच्छा वक्ता बनना चाहते है, आप भी elocution को जीतना चाहते है? तब आपको अच्छे दिए हुए विषय पर पहले से बहुत अच्छे से तैयारी कर लेना है। अगर आप अपने विषय की जानकारियां अच्छे से होगी तब आप स्वयं को अच्छे से प्रस्तुत कर पायेंगे।
रेगुलर :प्रतिवर्ष कोलकाता के राजाबाजार के फ़ेडरल फाउंडेशन में 26 दिसंबर से 1 जनवरी तक विभिन्न सांस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जहां विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन होता है। यह सांस्कृति कार्यक्रम 29 वर्षो से लगातार हो रहा है। जब मैंने वहां के विद्यार्थियों की प्रस्तुति देखी(विजयी प्रतिभागियों ) उनका प्रदर्शन अतुलनीय था। जब मैंने उनसे पूछा कि आप हिंदी मेला की तैयारी कब से कर रहें है? तब उन्होंने कहा है कि यह हमारा पैशन है, जिससे एक दिन किये बिना हम नहीं रह पाते और हिन्दी मेला दिए हुए थीम पर हम 6 महीने लगातार 3-4 घंटे का अभ्यास करते थे। अगर जीत का ललक हो तो इनकी तरह..। आप किस क्षेत्र में अच्छे, विजय तब बन सकते है। जब आप रोजाना तन और मन लगाकर निष्ठा से अभ्यास करे। अगर आप भी पब्लिक स्पीकिंग में बेहतर बनना चाहते है तब आपको रोजाना आत्मविश्वास, कड़ी मेहनत के साथ प्रैक्टिस जरूर करना चाहिए।
वर्क : कहते भी है -" शब्द को सम्भल - सम्भल कर बोलिये क्युकी शब्द के ना होते हाथ पाँव एक ही शब्द में है, औषधि और एक ही शब्द में घाव...। आपको elocution में बेहतर बनने के लिए पावरफुल शब्द, सही उच्चरण, सही स्थान पर रूकाव(pause ) इत्यादि बातों का अच्छे से ध्यान रखना होगा। अच्छी - अच्छी किताबों को पढ़ने में समय दे, यूट्यूब से विभिन्न वीडियोस इत्यादि से स्वयं को बेहतर बनाने का रोज प्रयास करे।
कार्य : जिस प्रकार elocution में विषय की अच्छे से जानकारी, अच्छे शब्दकोष, आत्मविश्वास अनिवार्य है। ठीक उसी प्रकार elocution में बॉडी लैंग्वेज, ऑय कांटेक्ट, फेसिअल एक्सप्रेशन अत्यंत जरुरी है। अगर आप अपने कंटेंट को आत्मविश्वास के साथ और सही बॉडी लैंग्वेज के साथ प्रस्तुत करते है, तब श्रोता आपसे जल्द ही जुड़ जाते है। आप बॉडी लैंग्वेज से रिलेटेड विभिन्न स्पीकर को सुन सकते है। जिससे आप हैंड जेस्चर, ऑय कांटेक्ट को अच्छे से सीख पाते है।
एक बात का विशेष रूप से आपको ध्यान देना है.. आपका स्टार्टिंग प्रभावशाली, रुचिपूर्ण, जिज्ञास से पूर्ण होना चाहिए।
क्राफ्ट : पब्लिक स्पीकिंग का पार्ट elocution है। खाने - पीने का अंतिम बाईट अच्छा ना हो तो खाने का स्वाद नहीं आता। मूवी का एंडिंग अच्छा ना हो तो मूवी देखने का आंनद नहीं मिलता। ऐसे आपका elocution है..। आपका हमेशा प्रयास होना चाहिए कि आपको अपने elocution का एंडिंग बेस्ट तरिके से करने का। जिस प्रकार स्टार्टिंग प्रभावशील होना अत्यंत जरुरी है ठीक उसी प्रकार एंडिंग भी प्रभावशाली होना जरुरी है।
बी : जो वास्तविक है,श्रोता को वही प्रेजेंट करे। जिस पर आपको विश्वास है.. गलत तथ्य को श्रोता के साथ साझा बिल्कुल ना करे। आपका कंटेंट हमेशा लोगों के हित के लिए होना चाहिए। अगर आपको elocution में विसुअल प्रस्तुत करने की अनुमति मिले। तब आप जरूर ही विसुअल को प्रस्तुत करे। विसुअल अत्यंतधिक ना रखे.. श्रोता को अपने प्रभावशाली प्रेजेंटेशन से जोड़े।
पहले : किसी स्थान में अपने विचार को प्रस्तुत करने से पहले वेन्यू, लोगों के साइज,श्रोताओं के बारे में अच्छे जानकारियां प्राप्त करे। जब आपको इन सभी की जानकारियां पहले से ज्ञात होगा तब आप उनके अनुसार अपने कंटेंट की तैयारी कर पायेंगे।हमेशा आपको याद रखना है... स्पीच आपके लिए नहीं.. स्पीच आपके श्रोताओं के लिए है..।
रिसीव :फीडबैक एक ऐसा माध्यम है, जिससे आप अपने कमी और मजबूती को अच्छे से जान पाते है। कमी को जनाने के बाद अपने गलतियों को सुधारते है। आपको अपने elocution प्रस्तुत करने के श्रोताओं से जरूर फीडबैक लेना चाहिए।
रिकॉर्ड : जब आप अपना elocution प्रस्तुत कर रहें है। तब जरूर किसी दूसरे के माध्यम से अपना वीडियो बनाये। बाद में आप स्वयं के वीडियो को देखकर अपने गलतियों, गुड क्वालिटी इत्यादि को अच्छे से देख पायेंगे। इसलिए वीडियो बनाना ना भूले।
यह कुछ टिप्स है, जिसके माध्यम से आप पब्लिक स्पीकिंग का पार्ट elocution की तैयारी कर सकते है। आपको निरंतता प्रयास, अभ्यास जरूर करना करना चाहिए।
धन्यवाद
काजल साह
|