निबंध : पब्लिक स्पीकिंग टिप्स
पब्लिक स्पीकिंग आज के वर्तमान समय में बेहद अनिवार्य है, क्युकी अगर आप अपना प्रेजेंटेशन, अपना विचार इत्यादि रखते है, उसके लिए पब्लिक स्पीकिंग का स्किल का होना बेहद अनिवार्य है।
तो चलिए हम समझने की कोशिश करते है, पब्लिक स्पीकिंग को कैसे इम्प्रूवमेंट करें :
पब्लिक स्पीकिंग को सुधार करने के लिए टिप्स निम्नलिखित है
1. Focus your voice quality : पब्लिक स्पीकिंग के लिए voice क्वालिटी का अपना एक प्रमुख रोल है, और पब्लिक स्पीकिंग में भाषा सरल, स्पष्ट, सरस इत्यादि होने सें आप बहुत जल्दी अपने audience के साथ जुड़ जाते है। आपकी आवाज़ ना ही अत्यधिक ज्यादा और कठिन भाषा का अत्यधिक चयन होना नहीं चाहिए, इसे आपका प्रदर्शन अच्छा नहीं होता है। इसलिए अपने वॉइस क्वालिटी पर वर्क करें। ( अपने favourite स्पीकर को सुने + योगा करें इत्यादि।)प्रतिदिन एक नये - नये टॉपिक्स पर अपना विचार रखे। ऐसा प्रतिदिन करने सें आपके वॉइस में बहुत हद तक सुधार आएगा।
2. Body language : पब्लिक स्पीकिंग का एक अहम हिस्सा हमारे body लैंग्वेज का भी है,ज़ब आप किसी सें बात या अपने विचारों कों प्रस्तुत कर रहें है, तब body language का अच्छे सें ध्यान रखें। जैसे : body language आपका सामान्य रूप सें होना चाहिए। अत्यधिक अपने हाथों कों ना हिलाये. Hands + legs का सही सें उपयोग करें। Postive thinking के साथ अपने विचारों कों प्रस्तुत करें।
3. Know your audience :पब्लिक स्पीकिंग का सबसे इम्पोर्टेन्ट हिस्सा है यह है कि अपने audience कों जाने। यानी किस प्रकार लोगों आपके प्रोग्राम में आएंगे। बच्चें, एडल्ट, बुजुर्ग आदि, आपको इन्हीं लोगों के हिसाब सें अपना कंटेंट तैयार करना होगा, जिसे आपका स्पीच बोरिंग भी ना हो लोग मन लगाकर सुने आपकी बातें। इस बात का भी बहुत ध्यान रखें और अपना स्पीच प्रभावशाली बनाएं।आपको audience सें कनेक्ट होना है,इसलिए आप शायरी, questions, गीत इत्यादि के माध्यम सें कनेक्ट हो सकते है।
4.Event location : आपका जहाँ कभी भी प्रोग्राम है, आप कोशिश करें, प्रोग्राम के 1 सप्ताह या 3-4 दिन पहले उस लोकेशन कों जान ले। इसे यह फायदा यह होगा कि आपने पहले ही लोकेशन के बारे में जान लिया है, अब आपके अंदर साहस और दृढ़ संकल्प होगा। अपने विचारों और बातों कों रखने का।
इसलिए अगर डर कों मिटाना है तब लोकेशन कों जान कों रखना है।
5. Practises : practice make man perfect नहीं यह कथन गलत है। Perfect प्रैक्टिस मेक perfect। यानी जब आप अच्छे सें अभ्यास कीजियेगा, तब आपका और निखरते जाइएगा। इसलिए आपको निरंतर अभ्यास करना है, इस स्किल कों मजबूत बनाने के लिए। प्रतिदिन body लैंग्वेज, eye कांटेक्ट, लिखें हुए कंटेंट कों मिरर के सामने अभ्यास इत्यादि। प्रतिदिन रोजाना करें, जिसे आप और बेहतर इस फील्ड में महारती हासिल कर सकते है, इसलिए निरंतर अभ्यास करिये और स्वयं कों निखारिये।
अपने विषय के कंटेंट कों मजबूत और सबसे अलग बनाने का प्रयास करें, इससे आपका जीतने का अवसर अत्यधिक हो सकता है, क्युकी आपने भीड़ सें कुछ अलग किया है।
मैं इसे प्रतिदिन अभ्यास करती हुँ, क्या आप तैयार है प्रतिदिन अभ्यास के लिए? बताइयेगा जरूर।
धन्यवाद
काजल साह
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