सफलता कौन नहीं चाहते है? सभी उन्नति के राहों पर अग्रसर होना चाहते है? लेकिन कभी आपने यह सोचा है कि सफलता की असली नींव अनुशासन है। जिस दिन हमारे जीवन में अनुशासन जीवन को जीने हम जितना अनुशासन में जीवन व्यतीत करते है, हम शीघ्र ही सफलता तक पहुँच पाते है। इसलिए जीवन में खुद के लिए एक सटीक एवं ऐसा अनुशासन से निर्मित रूटीन बनाये जो आपके टाइम और आपको सफलता तक पहुँचाने में मदद करें।
आज मैं आपको यह बताने वाली हूं कि आप किस प्रकार अनुशासन में जीवन में व्यतीत कर सकते है। जीवन आपका है और संघर्ष ही आपका होना चाहिए। अपने सपने को अपने बनाने के लिए।
अब प्रश्न आता है कि हम कैसे अनुशासन में जीवन को जिए?
1. संकल्प : आप क्या कर रहें है? कैसे कर रहें? क्यों कर रहें है? किसी को कुछ फर्क नहीं पड़ता। फर्क केवल इससे है कि आपका रिजल्ट क्या है? इसलिए सबसे पहले अपने सपने के लिए दृढ़ संकल्प बनाये एवं उसे पाने के लिए पूरी निष्ठा के साथ मेहनत करें।
2.नियोजन : अनुशासन में कहने का तात्पर्य यह है कि आप अपने कार्यों सही समय में करें और अपने समय का सदुपयोग करें। अनुशासन का पहला यही शर्त यह है कि समय का नियोजन करके कार्य करें।
सीखें : ज्ञान समुद्र की तरह है, जिसका अंत कभी नहीं हो सकता है। ज्ञान निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, इसलिए अगर आप स्वयं के आत्मविश्वास, आत्मज्ञान और आत्मानुशान को बढ़ाने चाहते है तो आपको निरंतर सीखते रहना और अपने लर्निंग के power को हमेशा बढ़ाएं। यह तब ही पढ़ सकता है जब आप रोज सीखेंगे।
दूर : वो सारे आदतों से, कार्यों से, सारे लोगों से इत्यादि जो आपके सपने के लिए बाधा है। यही आपका सबसे बड़ा दुश्मन होगा यानि आपका परम दुश्मन। अनुशासन में रहने के लिए आपको सारे नकरात्मकता से दूर रहना।
नींद : नींद एक उचित समय बनाये। आप जितने देर सोइयेगा आप खोते रहिएगा। इसलिए अगर आपको अपने जीवन में उन्नति को पाना है, तब आपको नींद को सही परिणाम में रखना चाहिए। नींद अत्यधिक घातक और कम भी। अनुशासन में रहने के लिए नींद को अपने उचित परिणाम के अनुसार लें।
कला : आपको जो फील्ड में रूचि है,जो करना आपको अत्यधिक पसंद है, जो आपका पैशन है। उस क्षेत्र को विकसित करने के लिए अपना 100% प्रयास एवं अभ्यास करें।
उचित : ऐसे मित्रों का चयन करें, जो आपको सही मार्ग पर अग्रसर करें। जो आपको अनुशासन में रहने के लिए प्रेरित करें। जो आपके साहस एवं आपके सपनें में पँख लगाए।
जब हम अच्छे मित्रों के साथ रहें तब हमें अच्छा रास्ता दर्शन होता है।
उद्देश्य : ईश्वर ने हम सभी के जीवन को उद्देश्यपूर्ण बनाया है। और इस उद्देश्यपूर्ण जीवन को हम अर्थवान या अर्थहीन बनाते है। यह हमारे ऊपर है। इसलिए अपने जीवन में उद्देश्य को पूर्ति हेतु अनुशासन में व्यतीत करना अनिवार्य है।
जब आपके पास सटीक उद्देश्य होगा तब आपके अंदर कड़ी मेहनत करने का जुनून होगा।इसे आपका आत्मविश्वास,आत्मज्ञान और आत्मानुभूति की शक्ति बढ़ेंगी।
ध्यान : यह मन बहुत चंचल है। यह मन आपको अर्श से फर्श या आपको फर्श से अर्श तक का सफर तय करा सकती है। इसलिए कोई भी कार्य को एकाग्रता के साथ करें। निष्ठा, मेहनत, कोशिश के साथ करें।
निरंतर प्रयास और अभ्यास करें।
यह टिप्स आपको आगे बढ़ने एवं अनुशासन जीवन को व्यतीत करने में मदद करेंगी। अगर आपको उन्नति, जीत चाहिए तब आपको अनुशासन जीवन ही आपको आगे बढ़ाएंगी। इसलिए अनुशासन से जीवन जिए, एक दिन आपको सफलता जरूर मिलेंगी।
धन्यवाद
काजल साह
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