किताबें हमारे जीवन का सबसे अनमोल, अमूल्य, आशापूर्ण मित्र है, जिसके माध्यम से हम अपने अंदर निहित बुरी कमियों का, बुरी आदतों का एवं बुरे विचारों का अंत धीरे -धीरे कर पातें।
आपने अभी तक कितनी पुस्तके पढ़ी है? किताबें भी दो प्रकार के होते है -1. सकारात्मक 2. नकारात्मक। अगर हमें उन्नति को अग्रसर होना है तब हमें हमेशा सकारात्मक किताबें पढ़कर अपने माइंड को ऊर्जा देना चाहिए। क्युकी किताबें वो शक्ति है जो हमारे माइंड को अच्छी - अच्छी एवं सकारात्मक बातों से पोषित करती है।
क्या आप Rich Dad Poor Dad पुस्तकें क्या आपने पढ़ा है? आज मैं आपको इस किताबें रिलेटेड है कुछ कांसेप्ट बताऊंगी।
जो मैंने सीखा है वो मैं आप सभी के साथ साझा करना चाहती हूं :
1. फाइनेंसियल एजुकेशन : आज सभी कमा रहें है लेकिन कैसे use, सेव, invest इत्यादि उनको पता ही नहीं है। इसलिए पैसे कमाने के बाद भी विभिन्न समस्यायों में जुड़े रहते है। इसलिए आज सबसे जरूरी है सभी युथ को लेना शुरू से ही उनको फाइनेंसियल एजुकेशन देना फॉर मनी। यह सिख मैंने रिच डैड पूअर डैड से सिखा।
बिज़नेस :जो व्यक्ति दूसरों के बिज़नेस को ग्रो करने में पूरा जीवन उसने व्यतीत कर दिया एवं अंत में वो वही रहता है एवं उनका मालिक और अमीर बनते जाते है। एक बात हमेशा याद रखें शिक्षा मतलब केवल नौकरी पाना नहीं है शिक्षा का मतलब यह कि आपका आत्मसात, आत्मज्ञान बढ़ें, आत्मविकास एवं इन सभी के माध्यम से आप स्वयं पर निर्भर हो।इसलिए स्वयं का बिज़नेस स्टार्ट करें, अपने बिज़नेस को वृद्धि करने के लिए पूरा प्रयास, अभ्यास करें।
पैसिव इनकम : क्या आपने कभी सोचा है? अब पैसा भी पैसा कमा कर देता है। इनकम ऑफ़ सोर्स को हमें बढ़ाना चाहिए, क्युकी बढ़ते दुनिया के साथ हर छोटे से बड़े चीज़ों का दाम बहुत व्यापक हो रहा है। पैसिव इनकम यानि जिसमे हमें एक्टिव मेहनत ना करना पड़े। इसलिए खुद को स्किल उप बनाये जितना आपके पास कौशल विकास होगा आप उतने ही तरक्की की ओर बढ़ते है।
टाइम : जीवन में वही आगे बढ़ते है, जो व्यक्ति अपने समय का इज़्ज़त करते है एवं उसका सम्मान अपने अच्छे कर्मो से करते है। आपके लिए जो आवश्यक कार्य है आप उसी कार्यों में अपना समय invest करें एवं गलत कार्यों में कभी भी टाइम invest ना करें। ऐसे स्मार्ट तरीके से टाइम मैनेज करें जिसमे आप अपने सारे 24 घंटे के इम्पोर्ट कार्यों को कर पाएं।
नयापन : आज हमारे पास जितने भी थिंग्स है, सभी scientists ने नायपान यानि उनके अंदर innovation करने का आइडियाज आया होगा ठीक उसी प्रकार आप अभी नये और creative तरीकों से सोचें ताकि आपको नया - नया मौका मिल पाएं।
लर्न : एक बात हमेशा याद रखें आप जितने लर्निंग कीजिये आप उतने earning कीजिये। इसलिए अपने लर्निंग के स्कील को बढ़ाये। नये - नये विषयों को सीखें, जो आपके मानसिक विकास के साथ आपके लिए सोर्स ऑफ़ इनकम जनरेट कर रही है।
पैसा : क्या हर चीज पैसा होता है? उत्तर नहीं है। आप जिस पैशन को चाहते है, आपका जो टैलेंट है, आप उसे पैशन से प्रोफेशनल बनाने का पूरा प्रयास करें। इसलिए अपने टैलेंट पर रोजाना कार्य करें तब आप अगले दिन से बेहतर बनने लगते है।
माइंडसेट : आज कोई बहुत ऊँचे पद पर है, उसका सबसे बड़ा कारण है माइंडसेट। जब आपके पास सकारात्मक माइंडसेट रहता है तभी आप मेहनत, प्रयास, अभ्यास करते है जब यह माइंडसेट नहीं रहेगा या नकारात्मक में रहेगा तब हमेशा आपके लिए नुकसानदायक होगा। इसलिए हमेशा सकारात्मक सोचे एवं सकारात्मक करें।
नेटवर्किंग : अगर हम यह सोचे कि अकेले हम आगे बढ़ जायेंगे, अकेले हम सब कर लेंगे तब यह सोचना उचित नहीं है। क्युकी हम सभी से आगे बढ़ने के लिए दूसरों पर निर्भर रहते है। अगर आप आगे बढ़ना चाहते है तब आपको स्ट्रांग नेटवर्किंग बनाने की आवश्यकता है।
फोकस : आप फोकस करें अपने strengths पर। आप अपने strengths में कैसे creative, नयापन, अनोखा गुण लाकर रुचिपूर्वक बना सकते है इत्यादि पर फोकस करें।
Investing : अपने अर्जित किये हुए रूपये को आप सही तरिके से invest करें। सबसे पहले स्वयं पर अच्छे - अच्छे विषयों को सीखने के लिए invest करें।
यह कुछ बातें है, जो मैंने रिच डैड पूअर डैड सीखा है। आप इस पुस्तक को जरूर पढ़ सकते है एवं अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते है। यह किताबें हर age के लिए एवं उनके फाइनेंसियल नॉलेज को एक्टिव करने के लिए है।
इस किताब को पढ़कर आप भी विभिन्न बातों को सिख सकते है एवं आप अपने जीवन में बहुत अच्छा बदलाव देख सकते है।
धन्यवाद
काजल साह
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