मेरा रब है तू
मेरे दिल की हर धड़कन तू
मेरे हर पल का अनुभव तू
मेरे हर कदम का विश्वास तू
तू ही मेरा साथी
तू ही मेरा हमदर्द।
तेरे संग जीवन के
हर पथ पर आगे बढ़ना है
तेरे संग हर दर्द को अब
हंस - हंस कर सहना है
इस जहां में छोटी सी एक
दुनिया हमें बसाना है
मेरे हर सांस में अब
तेरा ही नाम आता है
तेरे आने से जहां मेरा
पुष्प - सा खिल जाता है
तेरे होने से लगता मुझे
पूरा जग हमारा है
तू संग तो मैं पूरी हूं
तू नहीं तो अधूरी हूं
मेरा रब तू, मेरी पहचान तू।
धन्यवाद
काजल साह
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