सबसे महत्वपूर्ण एवं अनिवार्य कौशल संचार कौशल है। जिसके माध्यम से आप पूरी दुनिया को जीत सकते हैं। संचार कौशल का ही एक अंग है स्टोरी टेलिंग।किसी भी कहानी को रोचकपूर्ण, मजेदार एवं इत्यादि महत्वपूर्ण भाव के साथ सभी लोगों के समक्ष प्रस्तुत करना एक अद्भुत कला है। अगर आप भी एक अच्छे स्टोरी टेलर बनना चाहते हैं? अपनी संचार कौशल से हर किसी का दिल जीतना चाहते हैं? अपनी एक अलग एवं अद्भुत पहचान बनाना चाहते हैं? अपने व्यवसाय को विकसित करना चाहते हैं? तब इस संचार कौशल की इस महत्वपूर्ण स्किल जिसका नाम है स्टोरीटेलिंग के कला को जरूर विकसित करें।
आज इस निबंध मैं आप सभी के साथ स्टोरीटेलिंग के लिए बेहद जरुरी टिप्स साझा करुँगी।
1. तैयारी : स्टोरी टेलिंग अर्थात किसी भी स्टोरी को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत करना ही स्टोरी टेलिंग है।प्राचीन काल से लेकर अभी तक लोगों को कहानी सुनना अच्छा लगता है।कहानी के माध्यम से हम लोगों से शीघ्रता से जुड़ पाते है और अपनी बातों को समझा पाते हैं।स्पीकर हो या बिजनेसमैन अपने व्यापार के विकास के लिए स्टोरी का उपयोग करना अत्यंत आवश्यक है।
चलिए जानते हैं कि आप कैसे स्टोरी प्रस्तुत कर सकते हैं और एक बेहतरीन स्टोरी टेलर कैसे बन सकते हैं?
1. समझे : स्टोरी टेलिंग एक आर्ट है।इस कला को हम निरंतर सही दिशा में प्रयास और अभ्यास से सीख सकते हैं।इस कला को विकसित करने के लिए आपको नियमित रूप से सही दिशा में जरूर प्रयास एवं अभ्यास करना चाहिए।
किसी भी कहानी को अत्यंत गहराई से समझे।कहानी की हर छोटी - छोटी एवं हर महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान से समझे।कहानी के पात्रों से लेकर उनके भावनाओं को समझें।कहानी को समझना अत्यंत आवश्यक है।जब आप कहानी को ध्यान से समझेगे तब ही आप अच्छे से प्रस्तुत कर पाएंगे।इसलिए कहानी के हर मुख्य भाग,पात्र,उद्देश्य इत्यादि बिंदुओं को जान लें।
2. श्रोता :अगर आपको स्कूल,कॉलेज,ऑफिस या किसी प्रतियोगिता में स्टोरी के माध्यम से भाषण,प्रेजेंटेशन इत्यादि प्रस्तुत करना है।तब उसके लिए बेहद अनिवार्य है कि आप अपने श्रोताओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें।क्योंकि आपका प्रेजेंटेशन दर्शकों के लिए।आपका पूरा प्रयास होना चाहिए कि कैसे उनके जीवन में वैल्यू जोड़े। एक अच्छे स्टोरी टेलर बनने के लिए श्रोताओं के बारे में जानकारी हासिल करना अत्यंत जरुरी है।
आप जानकारी में हासिल कर सकते हैं - उनकी उम्र,उनकी रुचियां,उनका कार्य इत्यादि।यह सब बेहद जरूर बिंदु है।इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं के माध्यम से आप कहानी को और मजेदार एवं रुचिपूर्ण बना सकते हैं।
3. सरल एवं शुरुआत : स्टोरी टेलिंग में सरल भाषा की भी बेहद अनिवार्य भूमिका है। दर्शकों में कई बार हर उम्र के लोग शामिल रहते हैं। कोशिश यही करें कि जटिल शब्दों और वाक्यों से बचें।कहानी को अत्यंत सरल,सरस और सुंदर तरिके से प्रस्तुत करें कि सभी व्यक्ति आसानी से समझ पाएं। ध्यान रखें शब्दों का चयन एवं स्टोरी को सकारात्मक रूप से प्रस्तुत करें।
भाषण,प्रेजेंटेशन हो या स्टोरी इन सभी की शुरुआत अत्यंत उम्दा,प्रभावशाली एवं आकर्षण रूप से करें।पहली लाइन ही ऐसी होनी चाहिए कि सब आगे सुनने के लिए आतुर एवं उत्सुक गो जाएँ।कहानी की पहली लाइन की शुरुआत ही आप ऐसे करें कि वह पहली लाइन ही श्रोताओं को आपकी कहानी की ओर खींचती हो।आपका मुख्य कर्तव्य है कि श्रोताओं में जिज्ञासा उत्पन्न करने का।कहानी प्रस्तुत करने से पहले आप कहानी के अनुसार शायरी, कविता इत्यादि के माध्यम से दिलचस्प शुरुआत करें। दर्शकों में अपनी कहानी के प्रति जिज्ञासा, दिलचस्पी, उत्सुकता इत्यादि उत्पन्न करने का पूरा प्रयास करें।
4.अंत : अंत भला तो सब भला। यह कथन लोकसाहित्य से लेकर शिष्ट साहित्य में प्रचलित है।शुरुआत के साथ अंत भी मेजदार, रोचकपूर्ण एवं मजेदार होना चाहिए। जैसे कि मैंने आपको संचार कौशल में बताया था कि स्पष्ट एवं संतुष्ट अंत करना अत्यंत अनिवार्य है। संचार कौशल का हो एक महत्वपूर्ण अंग है स्टोरी। स्टोरी का अंत ऐसे करें जो श्रोताओं को संतुष्ट करें। एक मजबूत सन्देश या एक प्रभावशाली प्रश्न के साथ कहानी का अंत करें।
यह तैयारी के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स है। अब मैं आपको बताने वाली हूं कि कहानी बताते समय किन - किन महत्वपूर्ण बातों का आपको ध्यान रखना चाहिए।
# आत्मविश्वास : आत्मविश्वास वह सुन्दर गहना है, जिससे आप अत्यंत आंतरिक एवं बाहरी दोनों रुप से सुन्दर लगते हैं। कहानी को अत्यंत प्रभावशाली एवं उम्दा तरीके से प्रस्तुत करने के लिए अपनी आवज में आत्मविश्वास दिखाएँ। केवल स्टोरी टेलिंग में हो नहीं अपितु स्वयं को आत्मविश्वास के साथ किसी भी स्थान में प्रेजेंट करें। लेकिन यह आत्मविश्वास ओवरकॉन्फिडेंस में परिवर्तित नहीं होना चाहिए। अपनी बातों को कहानी के भाव के साथ स्पष्ट एवं आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करें।
# इमोशन : मनुष्य एक भावुक प्राणी है। बड़े - बड़े बिजनेसमैन लोगों की भावनाओं को गहराई से समझने के बाद अपने बिज़नेस को अत्यंत तेज़ गति से आगे बढ़ा पाते हैं।
आत्मविश्वास के बाद भावनाएँ दूसरी महत्वपूर्ण एवं सुंदर आभूषण है। जिस प्रकार पब्लिक स्पीकिंग में बॉडी लैंग्वेज, हैंड जेस्चर, ऑय कांटेक्ट इन सभी की बेहद अनिवार्य भूमिका है।
स्टोरी टेलिंग में भी बॉडी लैंग्वेज, हैंड जेस्चर, ऑय कांटेक्ट इन सभी की अत्यंत जरुरी भूमिका है।
# पात्र एवं दृश्य : एक अच्छा स्टोरी टेलर कहानी में पूर्ण रूप से जुड़ जाता है और उसी भाव में कहानी को दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत करता / करती है। कहानी के अलग - अलग पात्रों के लिए अलग- अलग आवाजें निकालें। इससे कहानी और अधिक रोचक हो जाएगी। लोग आपकी कहानी से और शीघ्रता से जुड़ पाएंगे।
कहानी को मजबूत भावनाओं से प्रस्तुत करें, जिस प्रकार आप कहानी के दृश्य को कल्पना कर सकते हैं। ठीक उसी प्रकार दर्शक भी कल्पना कर पाएं।श्रोताओं को कहानी के दृश्य देखने में मदद करें। कहानी में उपस्थित रंगों, क्रिया, पात्र इत्यादि को अत्यंत प्रभावशाली तरिके से प्रस्तुत करें, जिससे आपके दर्शक भी आपके साथ कल्पना कर पाएं।
यह बताते समय बेहद अनिवार्य एवं महत्वपूर्ण टिप्स है। आप इन महत्वपूर्ण टिप्स को फॉलो कर सकते हैं और एक शानदार स्टोरी प्रेजेंट कर सकते हैं। अब कुछ अन्य टिप्स भी है।
# अभ्यास : किसी भी क्षेत्र में बेहतर बनने के लिए अभ्यास करना अत्यंत आवश्यक है। अभ्यास वह सशक्त क्रिया है, जिससे आप किसी भी फील्ड में सशक्त एवं मजबूत बन सकते हैं। स्कूल हो या ऑफिस, छोटा प्रेजेंटेशन हो या बड़ा प्रेजेंटेशन इन सभी के लिए नियमित रूप से एक सही दिशा में प्रयास जरूर करना चाहिए। प्रेजेंटेशन के बाद भी लोगों से फीडबैक लें। और जो - जो - जो कमियाँ है, उनपर कार्य करें। प्रतिदिन नियमित रूप से प्रयास करें। जैसे कि मैंने आपको बताया कि यह संचार कौशल एक महत्वपूर्ण अंग है। इस अंग को मजबूत करें और एक प्रभावशाली कम्युनिकेटर बने।
आशा करती हूं कि यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा। अच्छे से कड़ी मेहनत एवं अभ्यास करें।
धन्यवाद
काजल साह
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