सभ्य, सुंदर एवं सफल जीवन तब ही संभव है, जब जिंदगी में सार्थक एवं स्पष्ट लक्ष्य रहे और उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ललकता। निर्धारित किये हुए लक्ष्य की पूर्णता से असीमित हर्ष महसूस होता है।
युवाओं के पास सपने हैं।कई युवाओं को प्राइवेटर सेक्टर से लेकर सरकारी सेक्टर में कार्य करने की अटूट अभिलाषा है। भारत देश में अनेक करियर ऑप्शन है। जैसे - लॉयर, टीचर, बिज़नेसमैन, पत्रकार इत्यादि। आज इस निबंध मैं एक विशेष करियर के बारे में बात करना चाहती हूं। लोकतंत्र का प्रमुख स्तम्भों में से एक है। लोकतंत्र के तीन प्रमुख स्तंभ-कार्यपालिका,विधायिका और न्यायपालिका है। इनमें चौथे स्तंभ के रूप पत्रकारिता, प्रेस और समाचार को कहा जाता है। चौथी खंभा शब्द वकालत की स्पष्ट क्षमता और राजनीतिक मुद्दों को तैयार करने की निहित क्षमता दोनों में प्रेस और समाचार मीडिया है। आज मैं आप सभी के साथ शेयर करूंगी कि अगर आप पत्रकार बनना चाहते हैं? तब कौन - कौन सी गुण पत्रकारिता में अनिवार्य है, एक अच्छा पत्रकार बनने के लिए। बताये गए टिप्स को जरूर अपनाएं।
1. ज्ञान, जिज्ञासा एवं विश्वास : मानव और पशु में सबसे बड़ा अंतर यह है कि हम उच्चत्म से उच्चत्म पुस्तकों का अध्ययन कर सकते हैं। सोच सकते हैं और अपने विचारों कि अभिव्यक्त कर पाते हैं। बुद्धि एवं कौशल की उन्नति तब ही सम्भव है, जब अध्ययन करें। नियमित रूप से सीखें।
पत्रकारिता के क्षेत्र में ज्ञान का महत्व बहुत है। खेलकूद, राजनीतिक, सामान्य ज्ञान, अतीत इत्यादि महत्वपूर्ण विषयों एवं मुद्दों पर अत्यंत गहराई से ज्ञान होना अत्यंत जरुरी है। ज्ञान वह सुंदर आभूषण है, जिससे समग्र मन और तन आत्मविश्वास की सुंदरता से खिल जाता है।अपने बातों को जनता तक सार्थक, सरल एवं तथ्य के साथ पहुँचाने के लिए ज्ञान अत्यंत जरुरी है। इसलिए इस distraction से भरे दुनिया से निकलकर अपना समय एवं ऊर्जा स्वयं को समग्र रूप सशक्त बनाने पर केंद्रित करें। सीखना कभी नहीं छोड़े। क्योंकि सीखना जीवन पर्यन्त क्रिया है। नियमित रूप से सीखें।जिससे आपके आत्मविश्वास, आत्म-महत्व
एवं आत्मसम्मान में वृद्धि होंगी।
एपीजे अब्दुल कलाम जी ने कहा था - "सपने वो नहीं है जो आप नींद में देखे, सपने वो है जो आपको नींद ही नहीं आने दे"
इसलिए खूब मेहनत कीजिये और ज्ञान अर्जन कीजिये। किसी विषय में प्रश्न है, तब जरूर अपने प्रश्न का उत्तर खुद से खोजने का प्रयास करें या अपने गुरु से पूछें। हमेशा कुछ नया जानने की तीव्र इच्छा होना अत्यंत आवश्यक है। किसी भी घटना के पीछे की सच्चाई जानने की ललक होना आवश्यक है।
2. लेखन एवं संवाद : प्रभावी संवाद कौशल एक सबसे महत्वपूर्ण स्किल है। शिक्षा, व्यापार,कार्य इत्यादि हर क्षेत्र में लोगों के पास प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल होना अत्यंत आवश्यक है। कहा भी गया है - " शब्द को सम्भल - सम्भल कर बोलिये, क्योंकि शब्द के ना होते हाथ -पाँव, एक ही शब्द में है औषधि और एक ही शब्द में घाव "
क्या कहें इससे कई ज्यादा यह महत्वपूर्ण है कि कैसे बातों को रखें। संवाद हम सभी करते हैं लेकिन प्रभावी संवाद कौशल एक कला है, एक कौशल है। इस कौशल को हर व्यक्ति को सीखना चाहिए।
जब पत्रकारिता की फील्ड की बात आती है, तब प्रभावी संवाद कौशल की अत्यंत महत्व है। पत्रकार को आम से खास हर लोगों से बात करनी पड़ सकती है, उनका इंटरव्यू लेना पड़ सकता है। इन सभी महत्व कार्यों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आपको अपने संवाद कौशल पर अच्छे से कार्य करने की नितांत आवश्यकता है। लोगों से बातचीत करने और उनसे जानकारी प्राप्त करने की कला आना अत्यंत अनिवार्य है। आम से खास लोगों के साथ विन्रमता, सहजता एवं स्पष्टता से बात करने की क्षमता अत्यंत आवश्यक है।
पत्रकारिता में लेखन कौशल की भी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। इस कौशल को बेहतर बनाने के लिए किताबों का अध्ययन करें एवं उससे जो आपने सीखा है, रोज 1-2 पेजेज लिखें। आप 1-2 पेजेज अधिक भी लिख सकते हैं।
3. समय, अनुशासन एवं अनुकूलन क्षमता : समय सबसे गतिशील है। समय के सार्थक उपयोग से जीवन में हम योग्य बन सकते है और अपने लक्ष्य तक पहुँच सकते है। इसलिए हमें हमेशा ध्यान एवं आकलन करना चाहिए कि हमारा समय कहा व्यय हो रहा हैं?
पत्रकारिता के करियर में आपको विभिन्न स्थानों पर जाना पड़ता है। विभिन्न लोगों से मिलना पड़ता है। इसलिए यह जरुरी है समय का सही से उपयोग करें। समय का सार्थक उपयोग ही आत्म - अनुशासन है। सफलता का सबसे महत्वपूर्ण आधारशीला है आत्म - अनुशासन। आत्म - अनुशासन के आभाव में सफलता सम्भव नहीं। अनुशासन एवं ईमानदारी के प्रतिदिन अपने समय का रात को सोते समय आकलन करें कि आपका पूरा दिन कैसे व्यय हुआ?
जीवन में चुनौतियों का आना स्वभाविक है। अगर समस्या है तो समाधान भी है। इसलिए चुनौतियों से हमें डरना नहीं चाहिए।
पत्रकारिता के फील्ड में विभिन्न स्थानों पर, विभिन्न लोगों से पत्रकार को बात करना पड़ सकता है। विभिन्न बदलती परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालना अत्यंत पत्रकार के लिए अनिवार्य है।
सही स्थान एवं सही समय पर ही अपनी भावनाओं (क्रोध, स्नेह इत्यादि ) को प्रकट करें।
4.सामान्य ज्ञान एवं भाषा : भाषा वह माध्यम है, जिससे हम अपने बातों को दूसरे तक पहुँचाते हैं। अगर आप अंग्रेजी पत्रकार या हिंदी पत्रकार बनना चाहते हैं, तब हिंदी और अंग्रेजी पर मजबूत पकड़ बनाएं। हिंदी पत्रकार बनने के लिए हिंदी भाषा पर मजबूत पकड़ बनाएं। मजबूत पकड़ बनाने का अर्थ है कि आप सार्थक एवं स्पष्ट रूप से बोल पाएं एवं स्पष्ट एवं प्रभावपूर्ण तरिके से लिख पाएं। अगर आप पत्रकार बनना चाहते है, तब प्रतिदिन हिंदी और अंग्रेजी भाषा पर कार्य करें। कम से कम एक भाषा में दक्ष होना अत्यंत आवश्यक है। अन्य भाषाओं का ज्ञान होने से फायदा आपका ही होगा। प्रैक्टिकल ज्ञान,नैतिक मूल्य, तार्किक सोच में उन्नति के लिए केवल किताबी ज्ञान ही जरुरी नहीं है, बल्कि ग्राउंड में उतकर आम लोगों को जानना,उनकी समस्याओं को जानना अत्यंत आवश्यक है। इन सभी के प्रैक्टिकल वर्क से आपके प्रैक्टिकल ज्ञान एवं अनुभव में वृद्धि होंगी। अपने पत्रकारिता के पढ़ाई के दौरान एवं इंटर्नशिप के दौरान जरूर अनुभव अर्जित करें।
यह कुछ महत्वपूर्ण गुण है। पत्रकारिता के क्षेत्र में अनिवार्य है। उपरोक्त गुणों के अलावा सर्तकता, किसी भी समाचार को प्रकाशित करने से पहले सत्यता की पुष्टि करना, क्रिएटिविटी, धैर्य के साथ कार्य करना एवं लग्न।
आशा करती हूं कि यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा।
धन्यवाद
काजल साह
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