एक अच्छे लीडर की पहचान उसके बाह्य आचरण(रंग, रूप )से नहीं बल्कि उसमें मौजूद उसके नेतृत्व कौशल से होता है।एक अच्छे लीडर में मौजूद नेतृत्व कौशल जन्मजात गुण नहीं होते, बल्कि उन्हें वे ज्ञान अर्जन, अभ्यास और अनुभव से विकसित करते हैं। एक वास्तविक लीडर में क्या - क्या गुण होते हैं? एक वास्तविक लीडर बनने के लिए किन - किन कौशल पर कार्य करना जरुरी हैं? इन सभी प्रश्नों के जवाब मैं आज साझा करुँगी।
1. आत्मविश्वास : आत्मविश्वास वह अद्भुत गहना है, जिससे हमारा सम्पूर्ण चरित्र ( आंतरिक एवं बाह्य ) निखर उठता है। अपने विचारों को सभी के समक्ष अडिग विश्वास के साथ रखने के लिए आत्मविश्वास अनिवार्य है। यह आत्मविश्वास की शक्ति बढ़ते रहती है,क्योंकि एक अच्छा लीडर हमेशा सीखता है।
न्यू स्किल्स, नई किताबों का अध्ययन, अन्य व्यक्ति के अनुभवों से सीखना इत्यादि। तो सबसे पहले आत्मविश्वास अर्थात स्वयं पर विश्वास करना बेहद जरुरी है।
2. प्रभावी कम्युनिकेशन : कम्युनिकेशन हम सभी प्रतिदिन करते हैं ( स्कूल, कॉलेज, घर इत्यादि ) लेकिन प्रभावी कम्युनिकेशन एक कौशल है, जिसे हम सीख सकते हैं। एक वास्तविक लीडर अपने बातों को सभी के समक्ष इस तरीके से प्रस्तुत करते हैं, जिससे अन्य लोग भी प्रेरित हो जाते हैं।
एक वास्तविक लीडर जानता है कि कब, कैसे और कहाँ किन शब्दों का, किन उदाहरण, किन कहानियों का उपयोग करना है। यह अपने प्रभावशाली संचार कौशल से अनेक लोगों को प्रेरित करते हैं। इनके बोलने का तरीका स्पष्ट, आत्मविश्वासपूर्ण और प्रेरणादायक होता है। एक वास्तविक लीडर एक अच्छा वक्ता के साथ एक अच्छा श्रोता होता है अर्थात अन्य व्यक्तियों के बातों को भी ध्यान से सुनते और उनकी भावनाओं को समझते हैं।
3. निर्णय और प्रेरित : लीडरशिप क्वालिटी में सबसे महत्वपूर्ण क्वालिटी है सही निर्णय लेने का। किसी भी कठिन परिस्थिति में एक वास्तविक लीडर भावनाओं से नहीं बल्कि तर्कसंगत और विवेकपूर्ण तरिके से निर्णय लेते हैं।
एक वास्तविक लीडर वह है, जो अपनी गलतियों से सीखें और तेज़ी से सुधार करें। एक लीडर के पर्सनालिटी उनके followers प्रेरित होते हैं। एक अच्छा लीडर आदेश नहीं बल्कि प्रेरणा देता है, मार्गदर्शन करता है और टीम को साथ लेकर चलता है।
4. समय प्रबंधन और जिम्मेदारियां : समय सबसे अमूल्य धरोहर है। समय के सदुपयोग से हम जीवन में योग्य स्थान पर पहुँच सकते हैं। एक अच्छा लीडर यह अच्छे से जानता है,इसलिए वह अपना और अन्य लोगों के समय की कद्र करता है और बर्बाद नहीं करता है। अपने जिम्मेदारियों का उचित तरिके से निर्वाह करता है।
कठिन परिस्थितियों में एक वास्तविक लीडर कभी भी अपना धैर्य नहीं खोता है और समस्याओं का निवारण शांत मन और धैर्य के साथ करता है। दूसरों को दोष देने की बजाए एक लीडर समाधान खोजने की ओर उनमुख होता है।
5. आत्म - विश्लेषण : " मैं कर सकता हूँ " यह आत्मविश्वास है लेकिन जब हम यह कहते है कि " मैं ही कर सकता हूँ " यह अहंकार है। एक वास्तविक लीडर दयालु, दूसरों की भावनाओं को सम्मान करना, दूसरे के प्रति सहानुभूति रखना, दूसरी की प्रशंसा इत्यादि करते हैं।
एक वास्तविक लीडर प्रतिदिन खुद का विश्लेषण करते हैं। अपनी अच्छाई से लेकर कमियों का गहराई से विश्लेषण करते हैं और कमियों को दूर करने का पूर्ण प्रयास करते हैं।
यह कुछ महत्वपूर्ण लक्षण / टिप्स है। आशा करती हूँ कि यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा।
धन्यवाद
काजल साह
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