जीवन के सफर में ना मिले कोई हमसफ़र हँसते - हँसते, गुनगुनाते - गुनगुनाते हर पथ पर चलते रहना ए मुसाफिर। चेहरे पर हमेशा मुस्कान अपने दिल में सुकून बनाये रखना माना कि जीवन कठिन है लेकिन जीवन के हर पल में खुद को कर्मठ बनाये रखना ए मुसाफिर। खुद से आस लगाए रखना जीवन से निराशा दूर रखना जीवन के हर उमंग में खुद को मग्न रखना ए मंजिल के मुसाफिर। जीवन के हर डगर में स्वयं में विश्वास बनाये रखना स्वयं से प्रीत, स्वयं से लगाव हमेशा बनाये रखना ए मंजिल के मुसाफिर। धन्यवाद काजल साह