मनुष्य जीवन दुख और सुख का संगम है। जीवन का हर परिस्थिति हमें नवीन अनुभव, नवीन ज्ञान एवं नवीन पल प्रदान करता है। अनवरत आगे बढ़ते रहने का नाम ही जीवन है।लेकिन आज के भाग - दौड़ के जीवन में अत्यधिक लोग तनाव से ग्रस्त रहते है। चिंता, तनाव और परेशानी के कारण वे उम्दा सोच नहीं पाते है। जिससे वे अपने जीवन का केवल दुख का द्वार समझने लगते है।
सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए शांत मन, निरोगी शरीर, लचीली बुद्धि, जाग्रत चेतना, सम्पूर्ण लक्ष्य पाने के लिए सकारात्मक विचार का उपयोग करना चाहिए। इन सभी आयाम को सशक्त बनाने का माध्यम है.. योग।
योग अर्थात जोड़। योग तन, मन और परमात्मा से जुड़ने का जरिया है। योग एक प्राचीन भारतीय प्रकिया है। योग के मुख्य चार प्रकार होते है।
1. भक्ति योग
2. कर्म योग
3. ज्ञान योग
4. राज योग
योग एक उत्तम प्रक्रिया है, जिससे तन मन , और आत्मा स्वस्थ एवं संतुष्ट रहता है। आज इस निबंध के माध्यम से हम यह जानेंगे कि योग करने से क्या - क्या लाभ प्राप्त होता है?
शारीरिक लाभ : स्वस्थ ही वास्तविक धन है। स्वस्थ तन से उत्तम विचारों आगमन हो होता है। उत्तम विचारों से हम सुकर्म की दिशा की और अग्रसर होते है। योग करने से मांसपेशियों में शक्ति बढ़ती है। जिससे हम अत्यधिक ऊर्जा, उत्साह एवं उमंग के साथ कार्य कर पाते है। जैसे : सूर्य नमस्कार एक ऐसा योगासन है जो पूरी बॉडी को स्ट्रेच करता है और शक्ति बढ़ाता है। प्रतिदिन सुबह योग करने से सौंदर्य से पूर्ण दिन गुजरता है।
अगर आप अपने कार्य से जल्दी थक जाते है? चिंता, तनाव महसूस करते है। तब आपको योग आपको जरूर करना चाहिए।
प्रतिदिन योग करने से आपका वजन नियंत्रित रहता है। योग में अपार शक्ति है। अगर आप किसी दर्द, सूजन से गुजर रहे हैं।तब डॉक्टर जरूर सलाह देते है.. योग करने के लिए। जैसे कि कमर दर्द, सिर दर्द इत्यादि। योग करने से शारीरिक समस्या दूर होने लगती है। योग में अपार शक्ति है, जिससे हमारा रोग - प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होता है अर्थात अगर आज हम केवल 20-30 मिनट प्रतिदिन योग करते है, तब हमने कई घातक बीमारियों को अपने जीवन से दूर कर दिया।
"योग कीजिये.. अपने मन और तन को स्वस्थ बनाइये"
2. मानसिक लाभ : योग हमारे जीवन का मुख़्य आधार है। योग केवल तन को स्वस्थ बनाने तक ही सीमित नहीं है। अपितु हमारे मन को स्वस्थ एवं सौंदर्य बनाने में मुख्य भूमिका अदा करता है। योग एक प्रभावी एवं सार्थक निवारक है। जिससे चिंता, तनाव सब जीवन से कम होने लगता है। योग का एक प्रमुख भाग ध्यान है। ध्यान वह महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिससे आप अपने इन्द्रियों को संयमित करना सीखते है। इन्द्रियों को कण्ट्रोल करने से आप स्वयं को एवं अपने नकारात्मक विचारों को भी संयमित कर पाते है।
जिससे आप सकारात्मक से पूर्ण, ऊर्जापूर्ण एवं उल्लासपूर्ण के साथ अपने जीवन को जीते है।
3. स्पष्टता एवं एकाग्रता : सफलता का प्रमुख आधार है स्पष्टता एवं एकाग्रता। जब तक जीवन में अपने लक्ष्य को लेकर स्पष्टता नहीं रहती है.. तब मन एक स्थान पर केंद्रित नहीं हो पाता है। योग करने से आप स्वयं से और परमात्मा से हम जुड़ पाते है। जिससे जीवन में लक्ष्य को लेकर स्पष्टता, एकाग्रता, परिश्रम, स्मृति इत्यादि में सुधार होता है।
योग में अपार शक्ति है, जिससे हम सभी स्वयं एवं परमात्मा से जुड़ पाते है।
उचित निंद्रा लेना बेहद ही जरुरी है। उचित निंद्रा लेने से हम अत्यधिक ऊर्जा, उत्साह और उमंग के साथ कार्य के पाते है।
इसलिए उचित नींद लीजिये। अपने तन, मन और धन को अपार बनाइये।
क्या आप पर्याप्त नींद या बेहद कम नींद ले पा रहे है? तब आपको योग जरूर करना चाहिए। योग बेहतर और गहरी नींद लेने में मदद कर सकता है। स्वस्थ एवं सौंदर्य जीवन का चिन्ह योग है।
4. आत्मविश्वास : वास्तव में प्रतिदिन योग करना एक अद्भुत चमत्कार की तरह है। जिससे आत्मविश्वास, आत्मबल एवं आत्मशक्ति के गुणों में बढ़ोत्तरी होती है। योग आपको अपने बारे में सकारात्मक महसूस करने में मदद कर करता है.. जिससे आपका स्वयं पर विश्वास बढ़ता है।विश्वास की शक्ति से मजबूत विचार विकसित होता है। बालासना जैसे योग करने से विश्वास, विचार एवं स्पष्ट दृष्टिकोण में मदद मिलता है।
5. आत्मिक लाभ : गाँधी जी ने कहा था - " स्वयं वह बदलाव बनिए, जो आप दुनिया में देखना चाहते है "। दूसरों को बदलने से पहले स्वयं को बदलना ही आत्मज्ञान। आत्मज्ञान अर्थात स्वयं जो जानना। योग आपकी अपने आप को बेहतरीन धन्यवाद ढंग से समझने और स्वीकार करने में मदद करता है।
जिससे आपका आत्मिक शक्ति में वृद्धि होने लगता है। आप गहराई से सोच पाते है, सही कर्म कर पाते है और जीवन को उचित दिशा में आकार देते है।
यह महत्वपूर्ण लाभ है। अगर आप प्रतिदिन अपने हेल्थ के लिए समय प्रदान करते है, तब आप अत्यधिक ऊर्जावान, अत्यधिक प्रफुल्लित एवं उलासपूर्ण जीवन को व्यतीत कर पाइयेगा।
धन्यवाद
काजल साह
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