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24/05/2024 Kajal sah Laughter Views 411 Comments 0 Analytics Video Hindi DMCA Add Favorite Copy Link
लाभ ही लाभ?

जीवन में सुख -दुख लगे ही रहते है। यही जीवन की वास्तविकता है। अगर जीवन में सुख - दुख, सफलता और असफलता को मिटा दिया जाये तो.. जीवन महत्वहीन हो जाएगा। जब लोगों के जीवन में दुख आता है.. तब वे मुस्कुराना भूल जाते है। मुस्कराहट में वह जादू है कि इसके होठों पर आते ही तनाव रूठकर चला जाता है। मुस्कुराहट में वह जादू है.. जिससे उदास चेहरे वाले व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान आ जाता है। हँसना अर्थात खुश रहना.. जीवन का परम लक्ष्य है। खुश रहना एक ऐसा अनुपम भावना है जो हमारे जीवन को सुंदर, सहज और श्रेष्ठ बना देती है। खुश रहने से और ख़ुशी बाँटने से तन और मन दोनों स्वस्थ रहता है। स्वस्थ तन और मन से ही सफलता की ऊंचाइयों तक प्राप्त किया जा सकता है। आज इस निबंध में आपके साथ साझा करना चाहती हूँ.. खुश रहने के क्या - क्या लाभ है? आप विभिन्न फायदे को आप जान लेंगे.. तब आप भी खुश रहने का पूरा प्रयास कीजियेगा। 1. स्वस्थ : हँसना, खुश रहना हम सभी के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण कार्य होना चाहिए। क्युकी खुश रहने से आपके तन और मन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। ख़ुशी हमारे immune system को मजबूत बनाती है.. जिससे हम कई घातक बीमारियों से लड़ सकते है। खुश रहना एक ऐसा अनुपम कार्य है.. जिससे आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य तंदरुस्त बन पाता है। जिससे आपका स्ट्रेस, चिंता इत्यादि धीरे - धीरे कम होने लगता है। एक रिसर्च में पाया गया कि जो लोग खुश रहते है.. उनमें दिल का दौरा पड़ने का खतरा बहुत कम होता है। और खुश लोगों में डिप्रेशन और चिंता होने का खतरा कम होता है। 2.अधिक : खुशहाली हमारे जीवन का वह परम् मित्र है.. जिससे हम सकारात्मक, अत्यधिक ऊर्जापूर्ण से कार्य कर पाते है। अक्सर मैंने यह देखा है.. जो लोग खुश रहते है..वे अपने कार्य को ऊर्जापूर्ण और उत्साहपूर्ण तरिके से करते है। जिससे उनको परिणाम भी अच्छा प्राप्त होता है। हँसमुख व्यक्ति स्वयं भी खुश रहते है और ख़ुशी बाँटते है। आप जितने उत्पादकता से कार्य करते है.. उतने बेहतरीन तरिके से आप आगे बढ़ते है। अगर आप भी अपने कार्य में बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहते है.. तब आपको जरूर से जरूर अपने जीवन में हैप्पीनेस को स्थान देना चाहिए। एक कंपनी में रिसर्च के अध्ययन से जानकारी प्राप्त हुआ है.. कि जो लोग खुश थे.. उन्होंने अपने लक्ष्य को उन लोगों की तुलना में तेज़ी से प्राप्त किया.. जो तनाव अर्थात अनखुश थे। 4. बेहतर : जीवन नश्वर है। जीवन का हर क्षण को ख़ुशी से जिए। जो व्यक्ति खुश मिजाज के होते है.. वे अपने परिवार और दोस्तों के साथ बेहतर रिश्ते बनाएं रखने में सक्षम बन पाते है। हर्षपूर्ण व्यक्ति दूसरों के साथ दयालु और सम्मानजनक व्यवहार रखते है। बेहतर रिश्ते बनाएं रखने से उन्हें अत्यधिक अवसर भी मिलते है। अनेक अवसरों का उपयोग करके वे आगे बढ़ पाते है। खुश रहना अगर आपने यह कला सीख ली.. तब आसानी से आप लोगों के साथ जुड़ पाते है। 5. आत्मविश्वास : किसी भी लक्ष्य तक पहुँचने के लिए अनिवार्य है.. स्वयं पर विश्वास करे। जब आप खुश रहते है.. तब आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। जब मुसीबतों में रहते है.. तब यह ख़ुशी आपको ताकत प्रदान करती है.. मुसीबतों से लड़कर विजय प्राप्त करने की। खुश व्यक्ति अपने बारे में अच्छा महसूस करते है और अपनी क्षमताओं में विश्वास करते है। यह उन्हें लक्ष्य तक पहुँचने के लिए हर स्टेप पूरा करने में मदद करता है। 6. क्रिएटिव :उपरोक्त बिन्दुओ को आप पढ़कर समझ गए होंगे कि मुस्कान अर्थात खुश रहने में कितना लाभ है। अगर आप अपना क्रिएटिविटी स्किल विकसित करना चाहते है? तब आपको मुस्कान अर्थात खुश रहने की कला को जरूर सीखना चाहिए। अत्यधिक लोग कहते है कि खुश रहने के अवसर ही नहीं मिलते.. अवसर ढूढ़ना पड़ता है। आपको अनेक अवसर मिलेंगे.. आप एक बार तलाश कीजिये। प्रसन्न लोग अधिक क्रिएटिविटी होते हैं और समस्याओं को हल करने का बेहद क्रिएटिविटी आईडिया तलाशते है। यह कहना गलत नहीं होगा..प्रसन्न व्यक्ति एक अच्छे प्रॉब्लम सॉल्वर होते है। महान व्यक्तित्व अल्बर्ट सर ने कहा था कि ख़ुशी क्रिएटिविटी की कुंजी हैं। 7. बेहतर नींद : बहुत से लोग कहते है कि मैं पूरी नींद लेता हूँ.. लेकिन फिर भी नींद आती है, चिंता महसूस करता हूँ।अगर आप बेहतरीन तरिके से नींद लेते है.. फिर आप पूरा दिन लेज़ी महसूस करते है। इसके महत्वपूर्ण कारणों में से एक कारण है.. जीवन में ख़ुशी का अभाव। हँसमुख जीवन का अभाव। इसलिए पर्याप्त नींद लेने के बाद भी आप चिंताग्रस्त महसूस करते है। बेहतरीन नींद और स्वस्थ्य जीवन जीने के लिए आपको हर्ष अर्थात ख़ुशी को अपने जीवन में स्थान अनिवार्य रूप से देना चाहिए। 8. क्षमा और दया : जब आप अपने जीवन में हर्ष को आत्मसात करते है.. तब आपके जीवन से हिंसा, नफ़रत, घृणा इत्यादि सब जीवन से दूर होने लगता है। सदगुणो एवं सकारात्मक विचारों का आगमन होता है। जिससे आप अधिक दयालु बनने लगते है और दूसरों को क्षमा करने एवं क्षमा माँगने का गुण विकसित होता है। ख़ुश रहना एक ऐसा प्रक्रिया है.. जो सभी अपने जीवन में चाहते है। यह हमारे जीवन को बेहतर बनाने की सशक्त शक्ति रखती है। इसलिए खुश रहे और ख़ुशी बाँटे। धन्यवाद काजल साह

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