सीखना जीवन पर्यन्त क्रिया है।निरंतर सीखने से मन मजबूत एवं बौद्धिक शक्ति का विकास होता है। लेकिन पढ़े हुए विषय या किसी भी विषय को शीघ्रता से कैसे सीखे? इस प्रश्न का उत्तर सभी चाहते है? पुरे विश्व को प्रेरित करने वाले स्वामी विवेकानंद जी ने अपनी पुस्तक ( शिक्षा ) में लिखा था - किसी भी विषय को सीखने के लिए एकाग्रता सबसे महत्वपूर्ण है। आगे स्वामी जी लिखते है- कला, साहित्य, शिक्षा इत्यादि क्षेत्रों में प्रवीणता हासिल वही व्यक्ति कर पाते है, जिनके पास एकाग्रता की शक्ति होती है। एकाग्रता की शक्ति से किसी भी विषय को बहुत शीघ्रता से सीखा जा सकता है।
आज इस निबंध में मैं आपको बताने वाली हूं कि आप किसी भी विषय को कैसे शीघ्रता से सीख सकते है? सीखे हुए विषय को लम्बे समय तक या हमेशा के लिए कैसे याद रख सकते है?
मान लीजिये आपके पास कोई स्किल नहीं है लेकिन अगर आपके पास सीखने का विल पॉवर होगा.. तो आप जरुर सीख सकते है और उसमें मास्टर भी हासिल कर सकते है।
लेकिन अगर आपके पास विल पॉवर अर्थात इच्छाशक्ति का आभाव है.. तब भगवान भी आपको आकार सीखा नहीं पाएंगे। इसलिए सीखने का प्रबल इच्छा जाग्रत कीजिये।
1. लक्ष्य : सबसे पहले आपका लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए कि आप क्यों सीखना चाहते है? क्युकी जब तक लक्ष्य स्पष्ट नहीं होगा.. तब तक आप किसी भी विषय या स्किल को शीघ्रता से सीख नहीं पाएंगे।
लक्ष्य हमेशा SMART ( specific, measurable, achievable, relevant and time - bound ) सूत्र पर निर्धारित करे। यह एक प्रभावशाली एवं उम्दा तरीका है.. जिससे आप अपने लक्ष्य तक पहुँच सकते है।
2. मेथड : हर एक विषय को पढ़ने एवं पढ़ाने का अलग - अलग मेथड होता है। सही मेथड वह प्रक्रिया है, जिससे आप किसी विषय को अच्छे से सीख पाते है। आज मैं आपको तीन मेथड बताऊँगी.. जिससे आप सरल एवं सुगमता से सीख सकते है।
* विसुअल : दुनिया में हर छोटी से बड़ी वस्तु का निर्माण कल्पना की शक्ति से हुआ है। चाहे वह बल्ब हो चाहे वह रॉकेट। पृथ्वी पर उपस्थिति सभी सजीव प्राणी में मनुष्य सबसे बुद्धिमान प्राणी है। मनुष्य जो सोच सकता है, वह कर भी कर सकता है। आज हमारे पास करोड़ों उदाहरण है। जिन्होंने कल्पना की शक्ति एवं अपने कड़ी मेहनत से हर स्वप्न को पूर्ण करके दिखाया है। विसुअल की शक्ति का उपयोग करके किसो भी विषय को शीघ्रता एवं अच्छे से याद रखा जा सकता है। अगर आप थ्योरी से संबंधित कोई विषय पढ़ रहे है, अगर किताब में उससे संबंधित चार्ट है, तो चार्ट को देखकर विसुअल करे, कस टॉपिक से संबंधित तस्वीर देखे। आज हम सभी के पास वरदान है इंटरनेट। इंटरनेट का सदुपयोग करे। विषय से संबंधित वीडियो देखे, फोटोज, चार्ट्स इत्यादि को देखे।
* ऑडियो : कई ऐसे भी बच्चें है,जिन्हें इमेजिनशन करके में समस्या होता है। जिन्हें टीचर्स का लेक्चर, ऑडियो बुक, पॉडकास्ट इत्यादि के माध्यम से सीख पाते है। तब आप जरूर ऑडियो मेथड का उपयोग करे। यह कहना चाहूंगी कि आप जिस मेथड से शीघ्रता एवं अच्छे से सीख पाते है। तब उसी मेथड का उपयोग करे। आपके लिए लाभ सिद्ध हो सकता है।
* अचूक : यह तीसरा मेथड मजेदार एवं रोचकता से पूर्ण है। इस मेथड का नाम है- प्रैक्टिकल मेथड। मैं आपको खुद का अनुभव बताती हूं.. जब मैं दसवीं कक्षा में थी।जहां मैं पढ़ती थी, मेरे लाइफ साइंस के टीचर का नाम अमन सर। उनका पढ़ाने का तरीका बेहद ही अच्छा था। वे ज्यादातर लाइफ साइंस एवं भौतिक विज्ञान जैसे विषय को एक्सपेरिमेंट एवं नए - नए एक्टिविटीज के साथ समझाते थे। अभी मैं कॉलेज में हूं। उनका पढ़ाया हुआ, महत्वपूर्ण टॉपिक अभी भी याद है। अगर आप भी किसी विषय को बहुत जल्दी एवं लम्बे समय तक याद रखना चाहते है.. तब आप थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल मेथड का भी उपयोग करे। ज्यादा प्रभावशाली एवं उत्तर होगा।
3. छोटे - छोटे : मेरी मैम अक्सर कहा करती थी.. कठिन विषय को सबसे पहले पढ़ना चाहिए। विषय को टुकड़े - टुकड़े में विभाजित करके। क्युकी ज्यादातर यह देखा जाता है कि बड़े एवं कठिन विषय अत्यधिक विद्यार्थी टालते रहते है। टालते - टालते परीक्षा निकट आ जाता है। इस कमी को दूर करने के लिए आप इस मेथड का उपयोग कर सकते है। यह मेथड उपयोगी है। जिसके माध्यम से आप विषय को लम्बे समय तक याद कर पाएंगे।
उदाहरण : अगर आप एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीख रहे है, तो सबसे पहले उसके सिलेबस को अच्छे से देखे, बेसिक पॉइंट्स को पढ़े। फिर हर टॉपिक को पढ़ने के बाद एक छोटा क्विज oranize करे। यह एक उम्दा तरीके है, जिससे आपको पता चल जायेगा कि आप कितना सीख पाए। हां यह टाइम टेकिंग हो सकता है.. लेकिन यह लर्निंग का बेहतरीन एक्शन हो सकता है।
4. प्रैक्टिस : किसी भी विषय को गहराई एवं लम्बे समय तक याद रखने के लिए अभ्यास सशक्त अस्त्र है। आज कोई भी व्यक्ति उच्च स्तर पर इसलिए पहुँच पाए है.. क्युकी उन्होंने नियमित रूप से अभ्यास किया। उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद भी वह व्यक्ति नियमित मेहनत करता है। अगर आप किसी फील्ड, स्किल, एक्स्ट्राकर्रेंकुलम एवं शिक्षा में आगे बढ़ना चाहते है। तब पढ़े हुए विषय का अभ्यास एवं रिवीज़न जरूर करे।
मन को चंचल संज्ञा दी गयी है। मन बहुत चंचल है। श्री कृष्ण नें भी कहा मन को नियंत्रित करने के लिए बारम्बार अभ्यास की नितांत आवश्यकता है।जब भी आपका मन भटके तो.. फिर से पर्यन्त करे.. अपने मन को नियंत्रित करने का।
यह कुछ महत्वपूर्ण टिप्स है। अगले निबंध में आपको और भी महत्वपूर्ण टिप्स बताऊंगी।इस विषय से रिलेटेड।
धन्यवाद
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