दुर्गा पूजा कोलकाता का सबसे प्रसिद्ध त्यौहार है। दुर्गा पूजा की जोरो - शोरो से तैयारी कोलकाता एवं पश्चिम बंगाल के अन्य स्थानों में 2-3 महीने पहले ही आरम्भ हो जाता है।इस पर्व को यहाँ एक विशाल उत्सव के रूप में मनाया जाता है। भारत के अन्य राज्य और अन्य देश के लोग दुर्गा पूजा का आनंद लेने के लिए पश्चिम बंगाल में आते है।
आज इस निबंध में आपको यह बताऊंगी कि अगर आप कोलकाता में रहते है या आप कोलकाता में आ चुके है.. दुर्गा पूजा का आनंद कैसे बेहतरीन तरिके से ले सकते है? आप इस बार के दुर्गा पूजा को कैसे यादगार और सबसे खास कैसे बना सकते है?
1. पंडाल : कोलकाता का दुर्गा पूजा आकर्षक और अद्भुत पंडाल के लिए पुरे भारत में चर्चित है। पंडाल के आकर्षक दृश्य का आनंद लेने के लिए भारत के अलग - अलग राज्यों से लोग आते है।
कोलकाता एवं पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में हज़ारों पंडाल बनते है। इसलिए पहले उन पंडालों की सूची बना ले.. जिस स्थान का पंडाल आप देखना चाहते है।
आज विभिन्न प्रकार की जानकारियां आपको इंटरनेट से मिल जाती है। आप इंटरनेट के माध्यम से उन पंडालों को चयन कर सकते है .. जिसका थीम आपको पसंद आया हो। क्योंकि हर पंडाल की एक थीम होती है। आप अपनी रूचि के मुताबिक पंडालों का चुन सकते है।
2. भीड़, और तस्वीर
:कोलकाता का सबसे प्रसिद्ध त्यौहार दुर्गा पूजा है। इस पर्व में श्रद्धालुओं का बहुत भीड़ होता है। मैं आपको खुद का अनुभव बताती हूँ.. पिछली बार पूजा घूमने के लिए मैं रात में गई थी... लोगों की इतनी भीड़ थी कि मैं पंडाल का भ्रमण नहीं कर पायी। इसलिए इस बार मैंने यह तय किया है कि ऐसे समय में निकलू, जिससे मैं पंडाल और दुर्गा माँ का भी दर्शन कर पाऊ। अगर आप भी इस बार के दुर्गा पूजा का आंनद अच्छे से लेना चाहते है.. तब सुबह या देर रात के समय में निकले। इस समय भीड़ कम हो जाती है और अच्छे से घूम पाएंगे।
इस यादगार पल को पुन : तब ही याद कर पाएंगे.. जब आपके पास तस्वीरें और वीडियोस होंगे। इसलिए हर खूबसूरत पल को कैद करें। खुद के साथ ,अपने परिवार के सदस्य के साथ इत्यादि।
3. यातायात : सच कहूं तो दुर्गा पूजा का वास्तविक आंनद पैदल यात्रा करने से मिलता है।अधिकांश लोग दूर - दूर से घूमने आते है। और पूजा में भीड़ बहुत रहती है। इसलिए अगर आप चाह रहे है तो आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट या मेट्रो का इस्तेमाल कर सकते है।
एक सुंदर और सफल यात्रा को यादगार बना सकते है।
4. सांस्कृतिक कार्यकम :दुर्गा पूजा को यादगार बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।जैसे : नृत्य, गायन, कविता प्रतियोगिता, नाटक इत्यादि।इस बार दुर्गा पूजा का पूर्ण रूप से आनंद लेने के लिए दुर्गा पूजा में होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम में जरूर भाग ले। विभिन्न प्रतियोगिता, कार्यक्रमों में भाग लेने से आपका हुनर और निखरता है। कई नये - नये लोगों के मिलने से आपका नेटवर्क स्किल मजबूत होता है। इसलिए अवसर से लेकर नेटवर्किंग में वृद्धि के लिए अवश्य ही कल्चर प्रोग्राम में भाग ले।
यह कुछ महत्व टिप्स है। इसके अलावा आप कुमारी पूजा, सिंदूर खेला, धुनुची, स्थानीय संगीत, स्थानीय व्यंजन इत्यादि का आनंद ले सकते है। ध्यान रखे मानव और पर्यावरण के बीच गहन संबंध है। पर्यावरण के बिना मनुष्य नहीं। इसलिए पर्यावरण को नुकसान ना पहुँचाये। कचड़ा, अत्यधिक शोर इत्यादि ना करें।
आशा करती हूं कि इस बार के दुर्गा पूजा आनंद आप अच्छे से ले और इस पर्व को अपने जीवन का यादगार हिस्सा बनाये।
अब मैं आपके साथ दूसरा निबंध साझा करना चाहती हूं... जिसका विषय है नेटवर्किंग। आपका मजबूत नेटवर्क ही आपका नेटवर्थ है। लोगों से जुड़ना, बातें करना इत्यादि क्यों आवश्यक है? इस विषय पर मैं निबंध साझा करूंगी... आप सभी के साथ।
1. करियर :अनेक लोगों के पास गुण मौजूद रहते है.. लेकिन सही स्थान और संसाधनो के आभाव में वे आगे नहीं बढ़ पाते है। लेकिन जब आप ऐसे लोगों से मित्रता करते है.. जो आपके फील्ड में आगे बढ़ चुके है या आपसे आगे है। तब आपको भी अवसर मिल सकता है।
इंटरनेट के युग में आप अपने फील्ड से संबंधित या जिनके पास एक मजबूत लोगों का नेटवर्क है। आप ऐसे लोगों के साथ जुड़ने का प्रयत्न जरूर करें।
एक मजबूत नेटवर्क में लोग आपको मेन्टरशिप, प्रशिक्षण, आपके गुण के मुताबिक नौकरी भी प्रदान कर सकते हैं। इसलिए अगर आप अपने करियर में उन्नति चाहते है.. तब लोगों से जुड़ना सीखें.. ना कि लोगों से डर के दूर हटना।
2. बिज़नेस : किसी भी बिज़नेस की उन्नति तब ही सम्भव है, जब बिज़नेसमैंन का संबंध अच्छे - अच्छे और मजबूत लोगों से होगा। अगर आप अपना व्यवसाय चलाते है, तो एक मजबूत नेटवर्क आपको नये - नये ग्राहक तक पहुंचने में मदद कर सकते है।
इस निबंध का दूसरा भाग में जल्द ही आपके साथ साझा करूंगी।
धन्यवाद
काजल साह
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