समय वह बहुमूल्य रत्न है, जिसका सही उपयोग करके मनुष्य जीवन में सफलता के सोपान पर आरुढ़ होता है। समय किसी की प्रतीक्षा नहीं करता, वह निरंतर चलता रहता है। समय रहते है जो संभल जाता है, चेत जाता है, वही जीवन में अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है। किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी ताकत वहां के नागरिक है। सशक्त एवं शिक्षित नागरिक किसी भी देश की सबसे बड़ी सम्पत्ति होती है। राष्ट्र विकास तब ही सम्भव है जब वहां के नागरिकों का चरित्र विकसित एवं सौंदर्यपूर्ण हो। समय के सदुपयोग से दरिद्र व्यक्ति धनवान और परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाला छात्र प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कर सकता है।कोई भी जन्म से अतिगुणवान नहीं रहते है। स्वयं को श्रेष्ठ बनाने के लिए अपने समय एवं ऊर्जा का सही स्थान पर उपयोग करना अत्यंत आवश्यक है।
शंकारचार्य, जो जगत गुरु के रूप में विख्यात हुए, समय का समुचित उपयोग करके वे 33 वर्ष की उम्र में ही वेद -वेदांत के प्रकाण्ड विद्वान हो गए और उन्होंने कई महान ग्रंथों की रचना भी की।
समय का सदुपयोग करने के अपार लाभ है,लेकिन जो व्यक्ति समय को व्यर्थ गंवाते है। वे जीवन में सफलता तक नहीं पहुँच सकते है। मानव जीवन में जन्म मिलना बहुत बड़ी सौभाग्य की बात है, क्युकी 84 लाख योनियों में मानव सबसे श्रेष्ठतम प्राणी है।
अगर आप समय बर्बाद कर रहे है, तब उसके क्या - क्या हानिकारक परिणाम हो सकते है.. निम्नलिखित है :
1. लक्ष्य : अंग्रेजी में कहावत है - If wealth is gone, nothing is gone.
If health is gone, something is gone
But if Time is gone, Everything is gone.
समय को व्यर्थ गँवाने का अर्थ है जीवन का अंश गँवाना।मनुष्य में अपार शक्ति है, जिससे हर असम्भव कार्य को सम्भव कर सकता है। लेकिन समय बर्बाद करने से अर्थात आलसपन करने से जीवन में निराशा एवं असफलता प्राप्त होती है। अधिकांश लोग बहुत बड़े - बड़े स्वप्न देखते है.. लेकिन उस स्वप्न को वास्तविक में पूर्ण करने के लिए जो प्रयास, अभ्यास एवं सम्पूर्ण मेहनत की आवश्यकता होती है... उसमें अधिकांश व्यक्ति उतर नहीं पाते है।हम अपने समय व्यर्थ कार्यों में व्यय करते रहते है। समय को धन के समान माना जाता है। धन का सदुपयोग तब ही सम्भव है, जब उसका निवेश सही कार्यों एवं सही चीज़ों में किया जाए। ठीक उसी प्रकार अगर समय का सही से निवेश अपने लक्ष्य को पूर्ण में किया जाए.. तब एक दिन जरूर ही लक्ष्य पूर्ण होगा।
समय के महत्व को दर्शाते हुए कबीरदास जी ने कहा है -
काल करै सो आज कर, आज करै सो अब
पल में परलै होएगी, बहुरि करैगा कब।
2. अवसर : जीवन में आये हर अवसर का महत्व है। आलसी एवं अकर्मणय व्यक्ति हर अवसर को टालते रहता है.. जिससे जीवन में वह आगे बढ़ने का सारे अवसर खोते रहता है। जीवन में सफल होने के लिए समय का सही से उपयोग करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि निकले हुए तीर की भांति, बीते हुए समय को लौटाया नहीं जा सकता बल्कि मात्र पछतावा हाथ में लगता है। इसलिए यह बेहद ही जरुरी है कि हर अवसरों को सार्थक एवं सफल रूप से उपयोग करने के लिए समय का सदुपयोग करें। हर नए - नए अवसर के उपयोग करने से आप करियर में आगे बढ़ सकते है, नए कौशल अर्जित एवं नेटवर्किंग बना सकते है।जिस प्रकार फटे दूध से मक्खन नहीं निकाला जा सकता, मुरझाये हुए फूल को पुन : नहीं खिलाया जा सकता है ठीक उसी प्रकार बीते हुए समय को कभी नहीं लौटाया जा सकता है। बीते हुए समय में आपको जो अवसर मिले थे, उसे भी लौटाया नहीं जा सकता है। अत : समय सबसे तीव्र होती है। हमें समय के साथ - साथ चलना चाहिए और प्रत्येक क्षण को पलकों से पकड़कर चलना चाहिए।
3. तनाव : समय बर्बाद करने से जीवन में केवल असफलता, तनाव, परेशानियां एवं चिंता ही मिलती है। जिसका व्यापक प्रभाव मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।मनाव जीवन क्षणभंगुर है। हर क्षण बीत रहे है अर्थात हमारे जीवन के क्षण कम हो रहे है। समय का दुरूपयोग करके क्यों जीवन को व्यर्थ बना रहे है। सीमित समय एवं सीमित ऊर्जा को ऊर्जा का उपयोग सार्थक कार्यों में हमें उपयोग करना चाहिए। जिससे जीवन योग्य एवं सफल बन सकता है।
4. अफ़सोस : जिस प्रकार मुरझाया हुआ फूल फिर से नहीं खिल सकता, ठीक उसी प्रकार एक बार समय बीते जाने से अफ़सोस करने से कोई फायदा नहीं है। जीवन बार - बार गलती करने के लिए नहीं है। गलतियों में ही समय व्यय हो जायेगा। जीवन में सार्थक एवं ऊँचा करने के लिए गलतियों को दोहराने से रोकना होगा। एक ही गलतियों को बार - बार दोहराने का अर्थ है कि हमने गलतियों से सबक नहीं ली।
दोस्तों से व्यर्थ की बातों में, अत्यधिक घूमने - फिरने में इत्यादि ऐसे व्यर्थ के कार्यों को ना करें। किसी भी देश के युवा देश के भविष्य होते है। युवाओं को अपने समय एवं ऊर्जा का सदुपयोग अच्छे कार्यों में करना चाहिए। जिससे युवाओं का भावी जीवन सफल हो सकता है।
5. आत्मविश्वास एवं स्वास्थ्य : बार - बार लक्ष्यों को पूरा करने में नाकाम रहने से हमारा आत्मविश्वास कम हो जाता है। यह सब परिणाम है समय बर्बाद करने से। महत्वपूर्ण कार्यों को समय पर नहीं करने हम जीवन में विकास नहीं कर पाते है। असफलता एवं निराशा ही प्राप्त होती है। इसलिए यह अत्यंत जरुरी है कि आत्मविश्वास, साहस एवं आत्मविकास के लिए प्रत्येक क्षण का उपयोग करें।
कई बार लोग कहते है कि मेरे पास व्यायाम करने का समय नहीं है। ऐसे भी लोग है, जिनके पास खुद के स्वास्थ्य के लिए समय नहीं है। अगर जो व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के लिए उचित आहार एवं प्रतिदिन व्यायाम नहीं कर पा रहा है, तब ऐसे व्यक्ति को बहुत सारे बीमारियों से गुजरना पड़ सकता है। इसलिए यह अत्यंत जरुरी है कि युवाओं से लेकर एडल्ट को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
जंक फ़ूड, वीडियोस गेम्स इत्यादि से बाहर निकलकर अपने समय एवं ऊर्जा सदुपयोग अच्छे कार्यों में करना चाहिए।
आशा करती हूं कि यह लघु निबंध से आप समझ पाएंगे होंगे कि समय व्यय करने से कितना नुकसान होता है। उपरोक्त नुकसान के अलावा रिश्तों में दरार, आर्थिक नुकसान, नई चीज़े सीखने में रुकवाट इत्यादि।
धन्यवाद
काजल साह
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