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30/09/2024 Kajal sah Development Views 154 Comments 0 Analytics Video Hindi DMCA Add Favorite Copy Link
एक विद्यार्थी

किसी भी देश की सबसे बड़ी ताकत वहां की शिक्षित जनसंख्या है। शिक्षित जनसंख्या सम्पति की भांति है और अशिक्षित जनसंख्या समस्या है। किसी भी राष्ट्र की सम्पूर्ण उन्नति तब ही सम्भव है, जब वहां के विद्यार्थी समग्र रूप से सशक्त होंगे।क्योंकि आज के विद्यार्थी ही कल के आदर्श नागरिक बनेंगे.. कल के वैज्ञानिक, कल के नेता बनेंगे इत्यादि। इसलिए यह अत्यंत जरुरी है कि विद्यार्थियों को शारीरिक, मानसिक, अध्यात्मिक इत्यादि समग्र रूप से मजबूत बनाने के लिए माता - पिता, गुरुजनों के साथ विद्यार्थी स्वयं भी निरंतर प्रयत्न करें। आज के डिजिटल युग में विद्यार्थी अपने मोबाइल फोन का उपयोग स्वयं को सशक्त बनाने में उपयोग करें.. ना कि व्यर्थ की रील्स देखने में,सोशल मीडिया पर एक - दूसरे से लड़ने में इत्यादि। आज इस निबंध मैं आप सभी के साथ यह साझा करना चाहूंगी कि एक अच्छा विद्यार्थी का क्या - क्या गुण होते हैं? एक अच्छा विद्यार्थी सिर्फ पढ़ाई में ही अच्छा नहीं होता, बल्कि उसके पर्सनालिटी में कई ऐसे गुण होते हैं, जो उसे दूसरों से अलग बनाते हैं। 1. सीखने की ललक और जिज्ञासु :सीखना जीवन पर्यन्त क्रिया है। जब तक जीवन है.. जब तक सासे चल रही है.. जब तक दिल धड़क रहा है.. तब तक सीखना हमें चाहिए।विद्यार्थी का सबसे पहला पहचान यह है कि वह ज्ञान / सीखने के प्रति कितना लालयित है। आचार्य प्रशांत जी से एक विद्यार्थी से प्रश्न पूछा - " विद्यार्थी होने के नाते मुझे और 3-4 क्या - क्या कार्य करना चाहिए? उन्होंने कहा कि अगर तुम एक विद्यार्थी तो तुम्हारे पास विद्या होना चाहिए। एक अच्छा विद्यार्थी किसी भी विषय को गहराई से पढ़ता / पढ़ती है। हमेशा कुछ नया सीखने की इच्छा रखता / रखती है। ज्ञान सबसे मजबूत अस्त्र है।सीखने की ललकता और मेहनत करने की जज्बा इतनी थी कि एक अख़बार बेचने वाला बालक आगे चलकर मिसाइल मैन के नाम से प्रसिद्ध होता है। यह ताकत है ज्ञान की.. यह ताकत है मन में उठे प्रश्न को दबने ना देना.. बल्कि प्रश्न को हल करने की। जो भी कुछ सीख रहा है /रही है वह सब विद्यार्थी है।अगर आप भी एक आदर्श विद्यार्थी बनना चाहते है? तब ज्ञान / सीखने के प्रति अपने दृढ़ संकल्प को मजबूत करें। जिज्ञासु बने..हमेशा सीखने के प्रति इच्छुक बने रहें। 2. ध्यान : करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी ने भी किसी भी विषय को सीखने के लिए ध्यान को महत्वपूर्ण बताया है। एकाग्रता अत्यंत जरुरी है किसी भी विषय को सीखने के लिए। स्वामी जी अल्पायु में पुरे विश्व में अपनी पहचान इसलिए बना पाए.. क्योकि स्वामी जी किसी भी कार्य को अत्यंत गहराई और एकाग्रता के साथ करते। साधारण विद्यार्थी अपना किसी भी चीज़ / कार्य शीघ्रता से distract हो जाते है। जिसकी वजह से स्टूडेंट्स अच्छे से सीख नहीं पाते है। लेकिन एक अच्छा विद्यार्थी अपने सम्पूर्ण इन्द्रियों को केंद्रित करके ज्ञान ग्रहण करता / करती है।मन सबसे गतिशील है। लेकिन एक अच्छा विद्यार्थी अपने चंचल मन को बारम्बार अभ्यास के माध्यम से संयमित करने का पूर्ण प्रयास करता / करती है। एक अच्छा विद्यार्थी पढ़ाई के दौरान आस - पास की चीज़ों से विचलित नहीं होता है। जीवन में जब कोई बड़ा और सार्थक लक्ष्य रहता है.. तब समय और ऊर्जा हम व्यर्थ के कार्यों में व्यय नहीं करते।इसलिए अनिवार्य है कि प्रत्येक विद्यार्थी को अपने जीवन में लक्ष्य जरूर से जरूर निर्धारित करना चाहिए।जिससे वे अपने भटके हुए मन को लक्ष्य की प्रक्रिया में केंद्रित कर पाए। अगर आप भी एक गुड स्टूडेंट बनना चाहते है.. तब ध्यान अर्थात एकाग्रता से पढ़ाई करें.. एकाग्रता से सीखे। टॉपर और एवरेज स्टूडेंस्ट में सबसे बड़ा अंतर एकाग्रता का है। एकाग्रता में अपार शक्ति शक्ति है, जिसके जरिये किसी भी विषय को अत्यंत गहराई से समझा जा सकता है। इसलिए ध्यान से पढ़े। ध्यान की ज्योति प्रकाशित करने से मन प्रसन्न हो जाता है। इसलिए एकाग्रता से पढ़े और सीखें। 3. समझने की क्षमता और सेल्फ स्टडी : दो तरह के विद्यार्थी होते है।पहले ऐसे विद्यार्थी जो सीखने के लिए केवल नहीं केवल किसी भी तरिके से पास होने के लिए पढ़ते है. जैसे - एग्जाम के दो -दिन पहले पढ़ते है.. और सोचते है कि किसी भी तरिके से परीक्षा पास हो जाऊं। दूसरे ऐसे विद्यार्थी जो सीखने के लिए पढ़ते है। ज्ञान की वृद्धि के लिए पढ़ते है। अगर आप अच्छे से पढ़ेंगे.. तब आप अच्छे से अपने विचारों को प्रकट कर पाएंगे। जानकर विषय पर विश्लेषण कर पाएंगे। इसलिए अनिवार्य है पढ़े हुए पाठ को घर में भी पढ़े और जब टीचर्स पढ़ाये.. तब ध्यान से सुने। मन में उत्पन्न प्रश्न को दबने ना दे। एक अच्छा विद्यार्थी केवल कोचिंग और स्कूल पर निर्भर नहीं रहता है। अपितु वह सेल्फ स्टडी भी करता / करती है। सेल्फ स्टडी बेहद जरुरी है।सेल्फ स्टडी एक सशक्त माध्यम है। जिससे विद्यार्थियों पढ़ाई में और अच्छे होने लगते है। 24 घंटे में अगर आप सेल्फ स्टडी के लिए 1-2 घंटे प्रतिदिन व्यय करेंगे.. तब शीघ्रता से आप स्वयं को शिक्षा में मजबूत बना पाएंगे। सेल्फ स्टडी के अन्तर्गत आप पढ़े हुये विषय का रिवीज़न करना,यूट्यूब के माध्यम से स्टडी करना, स्वयं से नोट्स तैयार करना इत्यादि। व्यक्तित्व में गुण :एक अच्छे विद्यार्थी में कुछ महत्वपूर्ण गुण होते है, जिसकी वजह से वह अन्य विद्यार्थी से अलग होते है।निम्नलिखित महत्वपूर्ण गुण है : # अनुशासन : किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्ति के लिए अनुशासन बेहद ही अनिवार्य है। एक अच्छा विद्यार्थी समय को बर्बाद नहीं करता / करती है। अपने समय का सदुपयोग करता / करती है। प्रेरणा से सबसे अधिक प्रभावशाली अनुशासन होता है। उपरोक्त गुणों के अतरिक्त आत्मविश्वासी होते है, सकारात्मक सोच, दूसरों का सम्मान करते है, सहयोग करते है, नेतृत्व करने की क्षमता इत्यादि। धन्यवाद काजल साह

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