शिक्षा के साथ महत्वपूर्ण कौशल का ज्ञान होना अत्यंत अनिवार्य है अगर हम एक अच्छा करियर चाहते हैं। कौशल के अंतर्गत एक सबसे महत्वपूर्ण कौशल है जिसका नाम सॉफ्ट स्किलस है। सॉफ्ट स्किल्स महत्वपूर्ण कौशल जो व्यक्ति के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। हार्ड स्किल जिसका संबंध केवल टेक्निकल ज्ञान प्रदान करना होता है। लेकिन सॉफ्ट स्किलस टेक्निकल ज्ञान से परे। सॉफ्ट स्किलस के जरिये लोगों का समग्र विकास होता है। आज इस निबंध में बताने वाली हूं कि कॉलेज के स्टूडेंट्स को पढ़ाई के साथ कौन - कौन से सॉफ्ट स्किल्स जरूर सीखना चाहिए?
आत्मविश्वास एवं आत्मविकास के लिए कौन - कौन से सॉफ्ट स्किल्स सीखना चाहिए?
1. संचार : सही स्थान पर सार्थक शब्दों का चयन एवं अपने विचारों को सभी के समक्ष प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत करने के लिए प्रभावी संचार कौशल अनिवार्य है। सॉफ्ट स्किल्स के अंतर्गत सबसे जरुरी एवं सबसे महत्वपूर्ण स्किल इफेक्टिव कम्युनिकेशन स्किल है। प्रत्येक विद्यार्थी को शुद्ध एवं प्रभावित तरिके से लिखने, बोलना और सुनने की क्षमता को जरूर विकसित करना चाहिए।
2. मैनेज :सबसे गतिशील एवं सबसे बड़ा शिक्षक समय है। अधिकांश विधार्थी अपने समय को व्यर्थ के कार्य में व्यय कर रहे हैं। वर्तमान में जैसा कार्य कर रहे हैं, उसी का परिणाम हमें भावी जीवन में प्राप्त होता है। इसलिए प्रत्येक विद्यार्थी को अपने कॉलेज लाइफ को केवल मनोरंजन में व्यय नहीं करना चाहिए। बल्कि उन्हें टाइम मैनेजमेंट सीखना चाहिए। जिसके बाद वे अपने समय का सार्थक उपयोग कर पाएंगे।
3. टीम वर्क : एकता में अनुपम एवं अद्भुत शक्ति है। हमारे भारत देश की सबसे बड़ी विशेषता अनेकता में एकता है।सॉफ्ट स्किलस में टीम वर्क भी एक महत्वपूर्ण कौशल है। टीम में कैसे एकाग्रता एवं स्नेह के साथ कार्य किया जाता है। यह कॉलेज के स्टूडेंट्स को जरूर सीखना चाहिए। अगर आप एक कॉलेज स्टूडेंट है, तब कॉलेज में होने वाले गतिविधियों हिस्सा जरूर लें। जैसे : ड्राइंग, स्पोर्ट, डिबेट, क्राफ्ट मेकिंग इत्यादि।कॉलेज में टीम वर्क स्किल सीखना बेहद जरूरी है, यह स्किल भावी जीवन के लिए बेहद लाभदायक सिद्ध होगा।
4. हल :जीवन का दूसरा नाम संघर्ष है। सुख और दुख दोनों जीवन के साथी है।हर परिस्थितियों में हमेशा शांति एवं प्रसन्नता से सामना करने के लिए प्रॉब्लम सोलविंग स्किल सीखना बेहद जरूरी है। अनेक ऐसे लोग है, जब सुख के दिनों में बेहद प्रसन्न रहते हैं लेकिन जब विपदा आती है, तब वे अपने धैर्य और खुद पर विश्वास खो बैठते है। इसलिए प्रतिदिन सुसाइड की खबर आती रहती हैं।
मन की एकाग्रता, समस्याओं से लड़ने के लिए एवं मानसिक विकास के लिए प्रॉब्लम सोलविंग स्किल सीखना बेहद अनिवार्य है।
6. पब्लिक स्पीकिंग : क्या आप जानते हैं? लोगों को मृत्यु से भी अधिक पब्लिक स्पीकिंग दे डर लगता है। पब्लिक स्पीकिंग अर्थात जब दो या दो से अधिक लोगों के बीच में किसी विषय पर जब बोलते हैं, उसे पब्लिक स्पीकिंग कहते हैं।
पब्लिक स्पीकिंग एक बेहद महत्वपूर्ण सॉफ्ट स्किल है। यह स्किल बच्चों से लेकर बड़ो तक के लिए सीखना बेहद जरुरी है। पब्लिक स्पीकिंग स्किल ज्ञान, आत्मविश्वास, आत्मविकास इत्यादि गुणों में असीम वृद्धि होती है। इसलिए अगर आप एक कॉलेज स्टूडेंट है, तब आप इंटरनेट का सदुपयोग करके पब्लिक स्पीकिंग से रिलेटेड वीडियो देखे, बुक्स पढ़े। उन सीखे हुए बातों को जीवन में अपनाएं।
7. नेटवर्क : आपका नेटवर्क ही आपका नेटवर्थ होता है। यह वास्तविक है। सॉफ्ट स्किल में नेटवर्किंग स्किल एक अनिवार्य स्किल है। आप जितना लोगों से जुड़ेंगे और स्वस्थ रिश्ता रखेंगे, तब आपको भावी जीवन में यही नेटवर्क आपका नेटवर्थ बन सकता है।कॉलेज के स्टूडेंट्स को अन्य कॉलेज में होने वाली गतिविधियों में हिस्सा जरूर ले।
8. स्ट्रेस एवं क्रिएटिविटी : जीवन के हर मोड़ पर स्ट्रेस है। उस स्ट्रेस को नियंत्रित करने का तरिका स्ट्रेस मैनेजमेंट कहलाता है। यह एक बेहद अनिवार्य सॉफ्ट स्किल गया। इस स्किल के माध्यम दे स्ट्रेसफुल सिचुएशन में संतुलन कैसे बनाये रखे, यह स्ट्रेस मैनेजमेंट स्किल से हम सीख सकते हैं।
शिक्षा, जॉब एवं बिज़नेस इन तीनों के उन्नति के लिए क्रिएटिविटी बेहद अनिवार्य है। अपने कार्य को अलग एवं उन्नत बनाने के लिए क्रिएटिविटी सॉफ्ट स्किल जरूर सीखें।
यह कुछ महत्वपूर्ण सॉफ्ट स्किल्स है।प्रत्येक विद्यार्थियों को जरूर सीखना चाहिए। उपरोक्त स्किलस के अलावा अन्य सॉफ्ट स्किल है एक्टिव लिस्टेनिंग, नेगोशियसन स्किल एवं सेल्फ मोटिवेशन। आशा करती हूं कि यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा।
धन्यवाद
काजल साह
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