आज हमारा भारत देश के प्रगति के राह में बढ़ रहा है, और भारत के इस प्रगति में समान सख्याओं में नर और समान रूप से नारियों की संख्या है जिसे आज हमारा देश उन युवाएं और युवतियों के योगदान से आगे बढ़ रहा है।
प्रति वर्ष पुरे विश्व भर में 8 मार्च कों अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है,आज नारी केवल घर तक सीमित नहीं है आज नारी अपना पहचान, अस्तित्व और अपनी प्रसद्धि पुरे विश्व भर में बना रही है, आज नारी का गहना केवल घुंघट म नहीं है आज नारी सारी का गहना उसकी पहचान, स्वतंत्रता, आत्मनिर्भर है। आज नारी धरती से आसमान (एस्ट्रोनेट )विद्यार्थी से शिक्षिका तक, आर्मी, पुलिस इत्यादी सारे पदों कों हासिल कर रही है। आज बहुत सारी नारियों ने ऊँचे - ऊँचे पदों कों ग्रहण करके समाज के रूढ़िवादी सोच रखने वाले मनुष्य के मानसिकता कों बदली है।प्रतिवर्ष अंतराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च कों इसलिए मनाया जाता है क्युकी लोगों में जागरूकता आये निम्नलिखित बातों से -
1.महिलाओं के अधिकार
2. उनका योगदान
3.उनकी शिक्षा का महत्व
4.उनके करियर का अवसरों
इत्यादि के प्रति लोगों में महिलाओं के आगे प्रति जागरूकता के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
घर से बाहर तक महिलाएं अपनी प्रमुख भूमिका निभाती है, पिछले दशकों के दौरान महिलाओं ने अपने प्रयास और मेहनत से मजबूत छवि बनाई है।यह कहा जा सकता है कि महिलाएं पानी की तरह होती है, किसी भी रोल में ढल जाती है, चाहे वो पैश्वर जिंदगी हो,बड़े या छोटे काम,पारिवारिक रूप इत्यादि।
हर नारियों कों हमें हमेशा प्रोत्साहित करना चाहिए, कि वे हमेशा अपने जिंदगी में उन्नति कों हासिल करे और अपना पहचान, हमारे देश के विकास में अपना अहम योगदान दे।
धन्यवाद : काजल साह :स्वरचित
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