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21/05/2024 Kajal sah Awareness Views 512 Comments 0 Analytics Video Hindi DMCA Add Favorite Copy Link
क्या आपका भी उम्र 14 - 24 हैं?

किसी भी देश के युवा उस देश के स्तम्भ होते है। युवाओं के कार्य से ही किसी भी देश का भविष्य का निर्माण सभ्य या असभ्य होता है। युवा ऊर्जा, उत्साह, उमंग,एवं रचनात्मकता के प्रतीक होते है।14-24 इस उम्र के युवाओं में पूर्ण एनर्जी, उत्साह और उमंग होता है.. जिससे वें हर असंभव कार्य कों संभव कर सकते है। हर सपने कों हासिल कर सकते है। सरल शब्दों में कहा जाये तो.. वे जीवन के हर कुछ पा सकते है। यही उम्र होते है.. बनने का और बर्बाद होने का। जो युवा इस उम्र में स्वयं में निखार लाते है.. वे भावी जीवन में अपने लक्ष्य को पा लेते है। इसलिए जरुरी है कि अगर आप इस उम्र में है.. तो आपका प्राथमिक लक्ष्य होना चाहिए.. अपने जीवन कों सार्थक, सुन्दर और श्रेष्ठ बनाने का। आज इस निबंध में आपको बताने वाली हूँ कि 14-24 के युवाओं कों क्या - क्या गलती नहीं करना चाहिए। 14-24 उम्र के युवाओं ने ऐसी बहुत गलती की.. जिससे उनका जीवन व्यर्थ हो गया और उनके पास केवल पछतावा के अलावा कुछ नहीं था। चलिए हम जानने का प्रयास करते है। स्वामी जी ने युवाओं कों सम्बोधित करते हुए कहा था - " उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये " निम्नलिखित गलतियां : ........................... 1. शिक्षा : अर्निंग करने से पहले सबसे जरुरी है कि अच्छे से लर्निंग प्राप्त करना। लेकिन आज के युवा अपना अत्यधिक समय सोशल मीडिया में व्यर्थ गंवा देते है। अपने लर्निंग, स्किल्स एवं ज्ञान में सुधार नहीं लाते है। इसलिए वे जीवन में आगे नहीं बढ़ पाते है। यह उम्र सीखने का है.. यह उम्र समय का सदुपयोग करके अपने भावी जीवन कों सुखमय बनाने का है। 14-24 उम्र के युवाओं में अत्यधिक ऊर्जा और समय उनके पास रहता है। जिनका वें उपयोग करके स्वयं कों योग्यतम बना सकते है। इसलिए हर युवाओं से विनती है कि आपको अपना समय अपने करियर बनाने में देना चाहिए। अपनी रूचि, क्षमताओं, गुण में निखार में देना चाहिए। अगर आज सही से शिक्षा ग्रहण नहीं करते है.. करियर में लापरवाही करते है अर्थात अपने समय का सदुपयोग नहीं करते है। तब आपको केवल हार, निराशा और अपमान नहीं प्राप्त होगा। इसलिए अब बंद कीजिये अपने समय का दुरूपयोग करना। अपने समय का उपयोगी रूप से यूज़ करे। 2. अवसर: छोटा अवसर हो या बड़ा अवसर.. हर अवसर का बहुत महत्वपूर्ण है। हर अवसर आपके जीवन में ख़ुशी, नया मार्ग, सफलता ला सकती है। लेकिन इस उम्र के अत्यधिक युवा हर अवसर से मुँह मोड़ लेते है। विभिन्न प्रकार के बहाने प्रस्तुत करते है। उन्हें यह ज्ञात होना चाहिए कि हर आपका बहाना केवल आपके लिए क्षयकारी है.. इससे किसी के जीवन में कों रत्ती भर प्रभाव नहीं पड़ता.. बल्कि आपके जीवन में दुख और सिर्फ पीड़ा का मार्ग खुल जाता है। आपको एक उदाहरण से समझाना चाहती हूँ। उदाहरण : यूट्यूब किसका प्रोडक्ट है? यूट्यूब गूगल का प्रोडक्ट है। बात 1998 ईस्वी की है.. जब गूगल ने याहू कंपनी से कहा था कि वे गूगल कों खरीद ले। लेकिन याहू ने मना कर दिया। फिर कुछ वर्ष बाद(2003) फिर से गूगल ने याहू कों को 4 मिलियन डॉलर में खरीदने का अवसर दिया लेकिन याहू ने 3 मिलियन डॉलर कहा। यह भी अवसर याहू ने प्राप्त नहीं किया। फिर 2006 में फेसबुक ने याहू को खरीदने के लिए कहा लेकिन फिर से याहू ने सारे अवसर गंवा दिए। अगर याहू ने यह अनमोल और बेहद कीमती अवसर कों अगर अपनाया होता तो.. आज याहू ट्रिलियन कंपनी के मालिक होता। जीवन में हमारे पास दो विकल्प होते है.. एक अफ़सोस और एक परिणाम का। हमेशा आपका प्रयत्न होना चाहिए.. अवसर को प्राप्त करने का।आपको क्या पता कौन - सा अवसर आपको कितना आगे लेकर जाएंगी। इसलिए अनिवार्य है कि जीवन में आये हर छोटी से छोटी अवसर जरूर ग्रहण करे। उनका तिरस्कार ना करे। जब आज के जनरेशन जब कहते है ना.. कि मेरे पास अवसर नहीं है। यह पूर्ण गलत है। आज के युवाओं के पास जितना अवसर है उतना किसी के पास नहीं हुआ होगा। आज आप घर बैठे अपना बिज़नेस स्टार्ट कर सकते है,यूट्यूब स्टार्ट कर सकते है इत्यादि। इसलिए अब बहाना बंद.. बहाना को सुनना नहीं चाहता है.. सिर्फ सभी परिणाम चाहते है। इसलिए अवसर का फायदा उठाये। 3. आत्म - संदेह और नकारात्मकता : ईश्वर के माध्यम से निर्मित सबसे तेज़ प्राणी मनुष्य है। जिसने अपने जिज्ञासा, मेहनत, अभ्यास, कला के माध्यम से हर नामुमकिन कार्य को मुमकिन करके दिखाया है।इस उम्र में अत्यधिक युवा स्वयं के गुण, कार्य पर संदेह करते है.. वे यह सोचते है कि लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे.. यही सोच उन्हें कभी आगे बढ़ने नहीं देता। नकारात्मक सोच, नकारात्मक कार्य से वे अपने जीवन कों व्यर्थ कर देते है। स्वयं को दूसरे तुलना करके अपने आप अपने संदेह करने लगते है। यह व्यर्थ का संदेह से उनके तन और मन पर गलत प्रभाव पड़ता है। यह आत्म - सन्देश और नकारात्मक सोच उन्हें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से रोकती है। हम जानते है.. हर इंसान में गुण और अवगुण होता है। कोई भी इंसान पूर्ण नहीं होते है। आपका परम लक्ष्य होना चाहिए कि अपने गुणों कों रोजाना 1% सुधार लाने का और अपनी कमियों कों ज्ञात करके धीरे - धीरे सुधार करने का। आपको आत्म - सन्देश कों आत्म - विश्लेषण में बदलने की नितांत जरुरी है। नकारात्मक कों सकारात्मक में बदलने की आवश्यकता है। अब आपकों स्वयं से वादा करना होगा.. कि आपका प्रतियोगिता स्वयं से.. आपका प्रतियोगिता अपने अंदर निहित कमियों कों दूर करने से। इसलिए स्वयं का रोज विश्लेषण करे। 4. अल्प : जन्म और मृत्यु हमारे हाथ में नहीं होता है। लेकिन जीवन कैसे जीना है.. यह हमारे हाथ में होता है। भीम राव जी ने कहा था.. जिससे अपने मृत्यु का ख्याल रहता है.. वे अपने समय का व्यर्थ उपयोग नहीं करते है। अत्यधिक इस उम्र के युवा अल्प ख़ुशी की प्राप्ति के लिए अपने अत्यधिक सफलता कों गंवा देते है। आपको दीर्घकालिक लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।उदाहरण : मान लीजिये आपका पसंदीदा शो आज शाम से स्टार्ट होने वाला है लेकिन उस समय आपका क्लास रहता है। लेकिन आपने प्राथमिकता दी.. शो को। उस शो से केवल आपको क्षण भर के लिए हर्ष मिलता है लेकिन अगर अपने समय का सदुपयोग सीखने में और अपने लक्ष्य की प्राप्ति में अर्जित करते है.. तब आपको जरूर दीर्घकालिक सफलता जरूर प्राप्त होगा। इसलिए अब अल्प ख़ुशी के पीछे भागना छोड़िये.. बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जितना अल्प ख़ुशी को त्यागना पड़े.. तो त्याग करने से पीछे नहीं हटे। 5. मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य : स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन निवास करता है। इस उम्र में अत्यधिक युवा गलत संगतियों में समय व्यतीत करके स्वयं को गलत दिशा की ओर अग्रसर करते है। जिससे उनके तन, मन और भावना पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आप जीवन में तब तक कुछ प्राप्त नहीं कर पाते है.. जब तक आप तन, मन और भावना से स्वस्थ ना हो। यह उम्र अपने तन मन और भावना को मजबूत बनाने का। यह वक़्त है..व्यर्थ के तनाव, चिंता, अवसाद और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रहने का। यही वह पल है.. जिसमें आपको नियमित रूप से व्यायाम करे, स्वस्थ भोजन खाये, किताब पढ़े, स्किल्स सीखे, सकारात्मक दोस्तों का चयन करे। जो भी मनुष्य और समान आपके तन, मन और भावना को क्षति पहुंचा रहे है या पहुंचा सकते है.. शीघ्रता से अपने जीवन को इन सभी को दूर करे। अगर यह मजबूत होगा.. तब ही आप जीवन में हर ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकते है। # रिस्क : आज का आपके माध्यम से किया गया अत्यधिक आराम यह क्षण भर के लिए। आज आप जितना आराम कीजिये आप उतना ही अपने जीवन में असफलता अर्थात पीड़ा, दर्द ही जीवन में प्राप्त कीजियेगा। यह उम्र है.. रिस्क लेने का। यह उम्र है गलतियों से सीखने का। अपने लक्ष्य के लिए, अपने बिज़नेस के लिए कैलकुलेटेड रिस्क लेने का। इसलिए यह नितांत जरुरी है कि आप कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकल और नये अनुभव को प्राप्त करने से न डरें। गलतियों से सीखें और आगे बढ़ने से न डरें। एक दिन जीत जरुरी आपकी होंगी। # समय : समय सबसे शक्तिशाली, समय सबसे बलवान है। अगर आज आपने समय का उपयोग सही से किया.. तब आप भावी उपयोगी बन पाते है लेकिन आज अगर आपने समय का दुरूपयोग किया.. तब आप अनुपयोगी बन जाते है। इस उम्र के अत्यधिक युवा अपना अत्यधिक समय मनोरंजन में व्यतीत कर देते है। अपने समय का कद्र नहीं करते है। इसलिए यह अत्यंत जरुरी है कि वे अपना का उपयोग मनोमंजन में करे। इस उम्र (14-24 ) वर्ष के युवाओं को अपने समय का उचित प्रबंधन करना चाहिए। अपने समय का कुशलतापूर्वक उपयोग करना चाहिए। योजनाएं बनाएं, प्राथमिकताएं निर्धारित करे और हर कार्य के लिए समय सीमा का पालन करे। यह कुछ महत्वपूर्ण बातें.. आपसे शेयर करना चाहती थी। आशा करती हूँ कि आपके साथ साझा कर पायी। बुरी आदतों को दूर करे.. यह ऐसा खर-पतवार है.. जो आपको धीरे - धीरे खोखला कर देती है। और एक दिन के लिए हमेशा के लिए... धन्यवाद काजल साह

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