No rhymes today,
Im choosing this style that is free,
Diverse and uncommon,
Realistic and calm.
Through the struggle and hassle,
Im still a learner,
Of everything above and below,
In this ongoing story.
Everyday is a new realization,
Just like tomorrows stories,
Told by the yesterday man,
When unraveling the present.
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K
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30.12.2023
Kajal sah
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508
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रिश्ते में मिठास कैसे लाये? 
पति और पत्नी का रिश्ता सबसे बहुमूल्य, सशक्त और उत्तम रिश्ता होना चाहिए। किसी भी .....
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K
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29.11.2023
Kajal sah
Readers
429
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कविता :फरिश्ता  
जन्नत की सैर में
मैंने किसी फरिश्ते को देखा है
पैर में छाले लेकर
किसी मजदूर .....
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K
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29.06.2023
Kajal sah
Readers
362
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कविता : अग्र तू ही  
तेरे संग नित अग्र बढ़ना चाहती हूं
तेरे सजोये हुए हर लालसा को
परिपूर्ण करना चाह .....
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K
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28.06.2023
Kajal sah
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359
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कविता : फतेह 
माँ तुम मेरी शक्ति हो
मेरी हर फतेह की आस हो मेरी हर मुस्कुराहट की
आहट हो
जब .....
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