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16/05/2024 Kajal sah Awareness Views 487 Comments 0 Analytics Video Hindi DMCA Add Favorite Copy Link
क्या केवल राजा का बेटा ही राजा बनेगा?

क्या केवल राजा का बेटा ही राजा बनता है? नहीं.. आज युग बदल चूका है। राजा वही बनेगा.. जिसमें काबिलियत हो.. जिसमें मेहनत करने की ललकता हो..ऐसे व्यक्ति ही जीवन में उन्नति के शिखर पर पहुँच पाते है। इसलिए अगर आप यह सोचते है कि अमीर ही केवल और अमीर बनेंगे और मिडिल क्लास के लोग कभी अमीर नहीं बन सकते। यह गरीब मानसिकता अपने जीवन से दूर कीजिये। किसी महान व्यक्ति ने सही कहा है.. गरीब घर में जन्म लेना तुम्हारी गलती नहीं है.. लेकिन गरीब होकर मर जाना। इसमें पूरी गलती तुम्हारी है। इसलिए स्वयं को पहचाने.. अपनी क्षमता और गुण को पहचाने। आज इस आर्टिकल में आपको बताने वाली हूँ कि क्या कारण है कि मिडिल क्लास के लोग रिच नहीं बन पाते और वे अपने जीवन को पूर्ण आंनद से जी नहीं पाते। आज विभिन्न कारणों हम जानने का प्रयास करेंगे। 1. कम : मिडिल क्लास फैमिली के तीन रूप होते है। पहला जिनका आया 5-10 हज़ार है। दूसरे जिनका आया 15-50 हज़ार है और तीसरे जिनका आय 60 हज़ार से 2 लाख तक है। मिडिल क्लास फैमिली में अत्यधिक यह देखा जाता.. कि धन अर्जित करने वाले केवल 1-2 जन होते है और 1-2 लोगों को 4-5 लोगों के जीवन का निर्वाह करना पड़ता है। जिससे उनका पर्याप्त धन खर्च हो जाता है। जिससे वे टाइम पर सेविंग एवं सही स्थान पर इन्वेस्टमेंट नहीं कर पाते है। अगर आप मिडिल क्लास फैमिली से आप ही केवल धन अर्जित करते है। आप अपने बच्चें, पत्नी, माता -पिता का खर्च निर्वाह करते है। तब यह जरुरी है कि आपकी पत्नी भी कार्य करे। जिससे कुछ पैसों की आपकी पत्नी भी मदद कर पाएंगी। अगर आप भी मिडिल क्लास फैमिली से रिच बनना चाहते है.. तब किसी एक पर निर्भर रहना उचित नहीं है। एकसाथ मिलकर कार्य करे और अपने परिवार का साथ दे। चलिए एक उदाहरण से हम समझते है : एक मिडिल क्लास फैमिली की आय 50 हज़ार है। इसमें तीस हज़ार उनके घर का खर्चा, और 10 हज़ार बच्चों की पढ़ाई में चली जाती है। जिससे ना सेविंग और ना ही इन्वेस्ट हो पाता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखा। 2. ज़्यादा : कड़वा सच मिडिल क्लास फैमिली के लोग इसलिए अमीर नहीं बन पाते है.. क्युकी वे जरूरत से ज्यादा धन, ऊर्जा और समय का दुरूपयोग करते है।इसलिए इसका परिणाम कुछ पल के लिए सुखमय होता है। लेकिन उसके बाद दुख, निराशा ही मिलता है। अगर आप भी रिच बनना चाहते है.. तब अपने समय, धन और ऊर्जा का सही उपयोग एवं स्थान स्थान पर करना नितांत आवश्यक है। जो वस्तु आपके लिए जरुरी नहीं है... जिसके बिना भी आप कार्य कर सकते है। उदाहरण से समझते है.. मान लीजिये आपके घर में जो फंखा है.. वो आपके इस गर्मी में उपयोगी है। लेकिन फिर आपने देखा कि आपके पड़ोसी ने बहुत बड़ा और महंगा AC खरीद लिया है। अब आपके मन में इच्छा जगी कि मैं इसे ज्यादा महंगा AC खरीदूंगा।और आपने अपनी सेविंग धन में से 30% खर्च कर दिया।यह क्या है? यह बनावटीपन है, यह झूठा आचरण से आप कभी भी आगे नहीं पढ़ पाएंगे। अगर आपके अंदर या आपके फैमिली मेंबर्स में यह बुरी आदतें है.. तब इस आदतों को हमेशा के लिए अपने से दूर करे। ऑनलाइन शॉपिंग महंगे कपडे, ऑनलाइन फ़ूड इत्यादि बुरी आदतों को दूर करे। अमीर देखने के लिए नहीं अमीर बनने के लिए अमीर बने। अपने धन को का सही उपयोग करे..एक धनी व्यक्ति का माइंडसेट अपने धन को हमेशा बढ़ाने का उद्देश्य होता है। 3. इन्वेस्ट : हम अक्सर इन्वेस्टमेन्ट के बारे में सुनते है.. कि इन्वेस्टमेन्ट करना एक अच्छा गुण है। लेकिन प्रश्न यह है कि हम इन्वेस्टमेंट कहाँ कर रहे है? मिडिल क्लास के लोग अपने धन का इन्वेस्टमेंट करते है.. लेकिन उनके माध्यम से धन का इन्वेस्टमेंट में व्यर्थ स्थानों पर किया जाता है। जैसे : अत्यधिक मूल्य की वस्तु,पार्टी इत्यादि। लेकिन जब बात सही स्थान पर इन्वेस्टमेंट करने की बात आती है.. तब उन्हें डर लगता है। महत्वपूर्ण कार्य जैसे स्किल्स, एजुकेशन, उपयोगी वस्तु इत्यादि पर इन्वेस्टमेंट करने की बात आती है.. तब वे डर जाते है। उनके पास व्यर्थ के वस्तुओं को खरीदने का धन है लेकिन सही कार्य पर इन्वेस्टमेंट करने के लिए धन नहीं। इन सभी महत्वपूर्ण स्किल्स, कार्यों, वस्तु से उन्हें बहुत समय तक लाभ मिल सकता है। लेकिन वे एक्शन नहीं लेते। इसलिए वे कभी रिच नहीं बन पाते है। ज्यादातर मिडिल क्लास फैमिली में यह होता है.. कि वे अपने धन को बैंक (सेविंग अकाउंट ) में जमा करते है। जहाँ पर उन्हें कम return मिलता है। इसलिए जरुरी है कि अगर आप गरीबी से निकलना चाहते है, कुछ बड़ा करना चाहते है.. तब स्किल्स, एजुकेशन इत्यादि महत्वपूर्ण कार्य में धन खर्च करे। उदाहरण : चलिए हम उदाहरण से समझने का प्रयास करते है। एक मिडिल क्लास का एक व्यक्ति 10 हज़ार बचाता है और उसे बैंक में फिक्स्ड डिपोजिट करवा देता है, जहाँ पर उसे 4% का इंटरेस्ट मिलता है। अगर वह व्यक्ति उस पैसे को म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करता, तो उसे 13% का रिटर्न मिल सकता है। इसलिए धन का सही स्थान पर इन्वेस्टमेंट करे.. 4. प्लांनिंग : एक कहानी जो आज मैं आप सभी के साथ शेयर करना चाहती हूँ। मेरे पापा अक्सर अत्यधिक खर्च को लेकर परेशान रहते थे। जब पापा से इस प्रश्न पर बात हुई। तब ज्ञात हुआ कि मेरे पापा बजट तैयार नहीं करते थे। यह समस्या हर मिडिल क्लास में लोगों के साथ होता है। बजट तैयार ना बनाने के कारण से वे अपने खर्चो पर कण्ट्रोल नहीं रख पाते है। उनके पैसे कैसे चलते है, उन्हें पता ही नहीं होता। इसलिए वे रिच नहीं बन पाते है। जब हम किसी कार्य को स्ट्रांग प्लानिंग के साथ करते है.. तब वह कार्य अच्छे से हो पाता है। इसलिए यह अत्यंत जरुरी है कि आप अपना फाइनेंसियल प्लानिंग जरूर बनाये। कई बार ऐसा भी होता है कि इमरजेंसी के लिए फण्ड नहीं होता है। और उन्हें बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए आपको खुद से वादा करना होगा कि आप अपना बजट, फाइनेंसियल प्लानिंग तैयार अच्छे से करेंगे। इस विषय से संबंधित आपको विभिन्न वीडियोस यूट्यूब पर मिल जायेगा। 6. ज्यादा कर: शो ऑफ का प्रतीक मिडिल क्लास फैमिली को कहा जाता है। अत्यधिक लोग लोन लेते है..लेकिन वे लोन लेते है.. एक्सपेंसिव कार, वॉच, घर, बाइक इत्यादि के लिए। और सोचते है कि सैलरी से emi जमा करते रहेंगे। और उनका पूरा जीवन emi जमा करने में चला जाता है। इंडियन पेरेंट्स जो मिडिल क्लास फैमिली से है.. वे लोन लेकर, उधार लेकर अपने बच्चों के शादी में व्यर्थ कर देते है। क्या शादी का पहचान सैकड़ो लोग आये, अत्यधिक रसमें में हो.. क्या उसे ही माना जाता है? जहाँ खर्च 50 हज़ार -8 0 हज़ार तक हो सकता है। वही शुरु से आ रही परम्परा को लोगों अपनाकर लाखों - करोड़ों रूपये खर्च कर देते है। यह सभी फिजूल खर्च है। व्यर्थ के कार्यों के लिए लोन लेने से आपका पर्याप्त धन emi के रूप में चला जाता है.. अगर वस्तु ज्यादा एक्सपेंसिव हो। आप सेविंग, सही कार्य में इन्वेस्ट नहीं कर पाते है। अगर आप अमीर बनना चाहते है.. तब आपको व्यर्थ के वस्तुओं के लिए, शो ऑफ के लिए लोन नहीं लेना चाहिए। 7. एजुकेशन : बहुत से मिडिल क्लास के लोग अपना अत्यधिक धन अपने बच्चों को ऐसे शिक्षा में खर्च कर देते है.. जिससे उस बच्चें का भविष्य में प्रखर नहीं निखरता। इसलिए यह अत्यंत जरुरी है कि बच्चों को पढ़ाये.. लेकिन ऐसी शिक्षा, ऐसा महत्वपूर्ण कोर्स, स्किल्स सिखाये.. जिससे उनको भावी समय में लाभ होगा। आपके इन्वेस्ट किये हुए धन का दोगुणा से चार गुना प्राप्त हो। आप देख सकते है.. आज। सभी के पास पर्याप्त डिग्री है लेकिन jobless है।धन का इन्वेस्ट उचित, प्रभावपूर्ण और महत्वपूर्ण शिक्षा पाने में उपयोग करे। 8. रिस्क : लाइफ में कुछ ऐसे पल जरूर आते है.. जिसमें हमें रिस्क लेना पड़ता है। उचित रिस्क ले.. जिससे आप अपना कम्फर्टेबल जीवन से निकलकर आरामदायक जीवन को हासिल कर पाएंगे। लेकिन इसका पहला स्टेप है कि रिस्क लेने से पीछे ना हटे। आज जितने भी सफल व्यक्ति है.. उन्होंने अपने जीवन में रिस्क जरूर लिया है.. इसलिए वे आगे बढ़ पाए है। यह कुछ महत्वपूर्ण कारण थे।हर व्यक्ति में सशक्त क्षमता से है.. जिससे वे अपने बोरिंग जीवन से निकल कर अपने जीवन को रंग से भर सकते है। हमेशा याद रखे.. कि हम गरीब तन से नहीं मन से बनते है। इसलिए मन के गरीबी को अपने जीवन से दूर करने का अथक प्रयास और मेहनत करे। धन्यवाद काजल साह

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