सबसे गतिशील एवं शक्तिशाली समय है। समय किसी का प्रतीक्षा नहीं करता है। हम समय की तरह सबसे गतिशील तो नहीं हो सकते लेकिन समय का सदुपयोग जरूर कर सकते हैं। देखते - देखते 2024 वर्ष भी बीत गया है। अब नए वर्ष अर्थात 2025 की शुरुआत हो चुकी है।अधिकांश लोग चाहते हैं कि उनका वर्ष बेहतरीन बीते। वर्ष बेहतरीन तब ही बन पायेगा, जब हम माह, सप्ताह और हर दिन को अनुशासन के बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे।
सार्थक एवं सफल रूप से समय का सदुपयोग तब ही सम्भव है, जब प्रत्येक व्यक्ति अपने कार्यों को अनुशासन के साथ नियमित रूप से करेंगे। सफलता तक पहुँचने के लिए अनुशासन के साथ कड़ी मेहनत नितांत रूप से आवश्यकता है। आज इस निबंध मैं आप सभी के साथ साझा करूंगी कि युवाओं को क्या - क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए? नकारात्मक आदतों का प्रभाव युवाओं के समग्र चरित्र पड़ता है।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण गलतियां निम्नलिखित है :
1. आभाव : ऐसे कई लोग है, जिनके के लिए 2024 बहुत यादगार एवं सुनहरे अचीवमेंट से पूर्ण होगा और ऐसे भी कई लोग हैं, जिनके लिए 2024 यादगार नहीं होगा। इन दो प्रकार के लोगों में सबसे प्रमुख अंतर है जीवन में लक्ष्य का आभाव। जीवन में क्लियर गोल्स के आभाव में अधिकांश लोग अपना समय एवं ऊर्जा व्यर्थ के कार्यों ( रील्स देखने, वीडियो बनाने, गोसिप इत्यादि ) में व्यय करते हैं। अगर इस वर्ष(2025) को बेहतरीन और यादगार बनाना चाहते हैं, तब जीवन में लक्ष्य निर्धारित करें। जैसे : आप अपने लक्ष्य तक पहुँचने के लिए डेली गोल्स, वीकली गोल्स और मंथली गोल्स निर्धारित करें। यह एक अच्छा माध्यम हो सकता है, अपने लॉन्ग टर्म गोल्स तक पहुंचने के लिए। इसलिए इस साल जरूर क्लियर गोल्स निर्धारित करें।
2. बर्बादी :जिस प्रकार युवा धन खर्च करने से पहले सोचते हैं और व्यर्थ स्थानों पर बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। ठीक उसी प्रकार समय का महत्व धन से भी अधिक है। लेकिन युवा इन बातों को नहीं समझते हैं और अपने समय को व्यर्थ के कार्यों में बर्बाद करते हैं। भविष्य हमारे हाथ में नहीं है लेकिन वर्तमान हमारे हाथ में है।युवाओं को अपने समय एवं ऊर्जा का सदुपयोग करना चाहिए। जिससे उनका भावी जीवन उन्नति की ओर बढ़े।
युवाओं को सोशल मीडिया, वीडियो गेम्स और अनावश्यक चीज़ों पर समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। व्यर्थ के कार्य असफलता की ओर ले जाती है। अगर आप 2025 को बेहतरीन वर्ष बनाना चाहते हैं, तब समय बर्बाद करने की बुरी आदतों को अपने जीवन से दूर करें। समय का सदुपयोग करें और टाइम मैनेजमेंट की कला को जरूर सीखें।समय का सार्थक उपयोग ही सफलता का द्वार खोलता है।
3. अनदेखी : सबसे बड़ी पूंजी एवं सबसे बड़ी शक्ति मनुष्य का कुशल स्वास्थ्य है। यही कारण है कि स्वास्थ्य को धन कहा है। ऐसे भी अनेक लोग है, जो अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते हैं, जिसका नकारात्मक प्रभाव उन्हें देखना पड़ता है। इसलिए अगर 2025 को बेहतरीन वर्ष बनाना चाहते हैं? तब ऐसी आदतों एवं कार्यों को अपने जीवन से दूर कर दे, जो आपको मानसिक एवं शारीरिक रूप से आपको कमजोर बना रही हैं। जैसे : अनियमित सोना और उठना, जंक फूड का अत्यधिक सेवन, व्यायाम ना करना इत्यादि। यह ऐसी बुरी आदतें हैं, जो लम्बे समय में स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा कर सकता है। इसलिए अगर आप अपने जीवन को लम्बे समय तक स्वस्थ बनाना चाहते हैं, तब स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
स्वस्थ जीवनशैली के अंतर्गत शामिल है ( स्वस्थ भोजन का सेवन, व्यायाम करना, अच्छी नींद लेना, अच्छी किताबों का अध्ययन करना इत्यादि शामिल है )
4. कम आंकना : आज सोशल मीडिया के समय में अनेक युवा दूसरे से तुलना करने लगते हैं। सकारात्मक तुलना उन्नति की ओर बढ़ने का प्रतीक है लेकिन नकारात्मक तुलना हमारे आत्मविश्वास, हिम्मत को कम करती है। मन में कुंठा, नफ़रत, घृणा जैसे भाव उत्पन्न करती है। इसलिए अपनी तुलना दूसरों से ना करें और खुद का best version बने। आत्म - संदेह से बचें। अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें। प्रतिदिन खुद को 1% बेहतर बनाने के लिए कार्य करें। यह ऐसी आदतें हैं, जो आप में आत्मविश्वास उत्पन्न करती है और आत्म - संदेह को दूर करती है।
5. गलत एवं कमी : मैंने अपने कई निबंध में साझा किया है कि संगति का हमारे जीवन में बहुत बड़ा असर पड़ता है।अनेक ऐसा युवा है, जो गलत लोगों के साथ मित्रता करके गलत आदतों को ग्रहण कर लेते है।
मित्रता हमें हमेशा सोच समझकर करना चाहिए। ऐसे लोगों से मित्रता करें, जिनका माइंड ग्रो माइंडसेट हो। नकारात्मक सोच रखने वाले लोगों से दूर रहें, अगर आप अपने जीवन को सुंदर एवं सफल बनाना चाहते हैं।
आज हमारा प्यारा भारत बड़ी तेज़ी से डिजिटलाईजेशन की ओर बढ़ रहा है। इस डिजिटल युग में केवल डिग्री महत्वपूर्ण नहीं है। डिग्री के साथ ज्ञान एवं कौशल सबसे महत्वपूर्ण है। इस साल से शुरुआत यह करे कि दिन के 24 घंटे में से 1 -2 घंटा न्यू स्किल्स सिखने में व्यय करें और अच्छे से शिक्षा ग्रहण करें।
6.नहीं एवं आकर्षण : जीवन में असफलत होना बुरी बात नहीं है लेकिन उस असफलता से सीख ना लेना, यह बुरी बात है।आज वर्तमान में युवा अगर किसी परीक्षा में असफल हो जाते है, तब वे गलत कदम उठाने पर एक बार भी नहीं सोचते हैं। इसलिए आज कोटा में विद्यार्थी सुसाइड कर ले रहें हैं। युवाओं को असफलता से डरना नहीं चाहिए, बल्कि असफलता से सीखना चाहिए। खुद का मूल्यांकन करना चाहिए अर्थात अपनी कमजोरियों एवं गलतियों का गहराई से विश्लेषण करना चाहिए।अपनी कमजोरियों और गलतियों का विश्लेषण न करना विकास में रूकावट बन सकता है। इसलिए असफलता को नकारात्मक रूप से ना देखे बल्कि अपनी गलतियों को सुधारने का पूरा प्रयास करें। यह तब ही सम्भव है, जब हम खुद का मूल्यांकन करेंगे।
अधिकांश युवा आकर्षण को प्रेम समझकर अपना ऊर्जा एवं समय बर्बाद कर रहें हैं। युवा अवस्था का सबसे कीमती धरोहर है युवाओं के पास उनका समय एवं ऊर्जा है। युवाओं को आकर्षण से दूर रहकर अपनी पूरी शक्ति एवं अपना समय अपने करियर में उपयोग करना चाहिए।
7. टेक्नोलॉजी :टेक्नोलॉजी का अनुपम उपहार स्मार्ट फ़ोन है। जो आज अधिकांश युवाओं के पास है। युवाओं को अपने इंटरनेट का सही से उपयोग करना चाहिए। अनेक ऐसा युवा है, जो इंटरनेट का सदुपयोग नहीं करते हैं। इंटरनेट से युवा घर बैठे विभिन्न विषय पर ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं, कौशल सीख सकते हैं। इसलिए युवाओं को टेक्नोलॉजी का गलत उपयोग नहीं करना चाहिए।
जीवन को सार्थक एवं सफल बनाने के लिए इंटरनेट की बहुत बड़ी भूमिका है।
यह कुछ आदतें हैं, जो युवाओं को नहीं करना चाहिए। उपरोक्त आदतों के अतरिक्त है - आलस्य, नकारात्मक सोच रखना, अनुशासनहीनता, भय के कारण कदम न उठाना, अभ्यास की कमी एवं समाज और पर्यावरण के प्रति लापरवाही।
आशा करती हूं कि यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा।
धन्यवाद
काजल साह
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