कविता : पिता की यादें मेहनत की रोटी पिता है ख़्वाबों की उड़ान पिता है हर जंग से लड़ने की ताकत पिता है पिता का किस्सा ही अनोखा है। जीवन का असली मित्र पिता है लहू से पसीने बनाने की उम्मीद पिता है जीवन में संघर्ष से सपनो को पाने की प्रेरणा पिता है मेहनत की जंग से लड़ जाने की आशा पिता है पिता का किस्सा ही अनोखा है। जीवन में मुस्कान की देन पिता है गमों को भूल जाने की देन पिता है चेहरे पर मुस्कान की देन मेरे पिता है पिता का किस्सा ही अनोखा है। धन्यवाद :काजल साह : स्वरचित