जीवन में उदास क्यों रहना?
ज़ब ख़ुशी की डालिया है तुम्हारे पास?
गमों में क्यों जीना
जब रब है तुम्हारे पास
मन में अर्चन क्यों पैदा करना?
जब हिम्मत है, तुम्हारे पास
मन में व्यर्था को
क्यों साथी मान लेना?
जब सभी के अर्थ है, तुम्हारे पास
जिंदगी कों गमों में मत जीना
जब लाखों अवसर है, तुम्हारे पास
थोड़ी ख़ुशी आपस में बाँट लेना
जिंदगी के मुश्किल घड़ी में
थोड़ा मुस्कुरा भी लेना।
धन्यवाद
काजल साह :स्वरचित
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