अत्यधिक हर्ष हम सभी चाहते है। अत्यधिक लालसा के लिए अत्यधिक सभी धन अर्जित करना चाहते है। धन को खर्च करने से पहले हम यह सोचते है कि धन कही व्यर्थ ना हो। धन को अत्यधिक लोग सबसे महत्वपूर्ण सम्पदा मानते है। धन से भी सबसे अत्यधिक महत्वपूर्ण सम्पदा है समय है। आज जो भी व्यक्ति जिस भी परिस्थिति में है.. वे अपने कर्मो के आधार पर ही है।
हम सभी के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था - वर्तमान में आप जैसा कार्य कर रहें है.. उसका फल आपको भावी में मिलेगा।यह अत्यंत जरुरी है कि हम अपने वर्तमान में अच्छे से कार्य करे।
गर्मियों के छुट्टियों के कारण अनेक विद्यालय एवं महाविद्यालय अभी बंद है। विद्यार्थियों के पास सुनहरा और सौंदर्य समय है। जिनका उचित उपयोग करके वे गतिशीलता के साथ पथ पर आगे बढ़ेंगे। समय एक अनमोल सम्पदा है। इसके अर्थ को समझे.. व्यर्थ ना करे। आज इस निबंध के माध्यम से मैं आपको यह बताने वाली हूं कि आप खाली समय का उचित उपयोग कैसे कर सकते है? कैसे आप इस बार की गर्मी छुट्टी को पूर्ण रोमांचक बना सकते है? कैसे आप स्वयं को बेहतरीन तरीके से तैयार कर सकते है? बेहद महत्वपूर्ण बिन्दुओ को आज हम सभी जानेंगे।
1. खुद को जाने : स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था - " दुनिया को जानने से पहले खुद को जानणा ही वास्तविक ख़ुशी है " ईश्वर तक पहुँचने का एक ही मार्ग है कि आप सबसे पहले खुद को गहराई से जाने। मान लीजिये आपके पास अपार ज्ञान है, लेकिन आप स्वयं को जानते ही नहीं.. तब अंदर आप खुद को अपूर्ण ही समझियेगा। समय मिला है.. आपको खुद को जानने का.. समय मिला है.. अपने भावनाओं को जानने का.. समय मिला.. अपने कमियों से लेकर मजबूतीयों को जानने का। खुद को अनुभव साझा करना चाहती हूं। 2020 से तक मेरे जीवन में सब अस्त -व्यस्त था। कोविड-19 आने के बाद जो समय मुझे मिला। वह समय मुझे मिला.. स्वयं को जानने का.. स्वयं के कमियों से मजबूतीयों को जानने का इत्यादि। समय को व्यर्थ कार्य में व्यय ना करे। पूर्ण जोर के एवं समर्पित के साथ स्वयं को जाने।स्वयं से बातें करे। अपने कमियों को लिखकर.. उसे दूर करने के प्रयास में जुट जाए।
2.स्किल : आज का युग डिजिटल युग है। इस डिजिटल दुनिया में वही आगे बढ़ पाएंगे.. जिनके पास ज्ञान के साथ महत्वपूर्ण स्किल्स भी रहे। गर्मियों के छुट्टी का उपयोग आप अपने नॉलेज एवं स्किल को enhance करने में व्यय कर सकते है। जितना आपके पास नॉलेज एवं महत्वपूर्ण स्किल्स होगा। आपका आत्मविश्वास, आत्मज्ञान आत्मअभिव्यक्ति के गुणों में विकास होगा।
कुछ महत्वपूर्ण कला और स्किल्स आप सीख सकते है :
* कम्युनिकेशन स्किल
* डिजिटल मार्केटिंग स्किल
* एआई
* नया भाषा
* कोडिंग
* आपको जिस कला में रूचि है.. उस कला में भाग ले
इत्यादि।
3. किताब : जीवन का सबसे अच्छा मित्र ज्ञानवर्धक किताबें है। जीवन के हर छोटी से बड़ी समस्याओं का समाधान आपको सेल्फ हेल्प बुक्स से मिल सकता है। गर्मियों के छुट्टियों का उपयोग करे.. अपने ज्ञान, बुद्धि एवं कौशल को बढ़ाने के लिए।आप घर बैठकर ग्रेट लोगों के दिए हुए लेसन से आप लर्निंग प्राप्त कर सकते है। अनुभव, नए विचार, दृष्टिकोण इत्यादि आपको किताबें पढ़ने से मिल सकता है। व्यर्थ के short, reels इत्यादि में अपना समय व्यर्थ ना करके किताबें, अख़बार पढ़ने के उच्चतम हैबिट को अपनाये। किसी ने क्या खूब कहा है.. अगर आज आप किताबों के साथ समय बिताते है.. तब आपका समय बदलने में देर नहीं लगेगा।
सविंधान के जनक डॉ भीम राव रामजी अम्बेडकर जी ने भी कहा था " शिक्षा शेरनी का वह दूध है.. जो पियेगा.. वही दहारेगा। इसलिए खूब पढ़िए.. खूब बढ़िए।
4. स्थान : इस उम्र के ज्यादातर विद्यार्थियों को घूमना, पार्टी करना अत्यंत पसंद है। घूमना अर्थात यात्रा करना गलत नहीं है। लेकिन गलत स्थान पर यात्रा करना गलत है।ऐसे स्थान को चुने जो आपके तन और मन दोनों के लिए अच्छा हो। जैसे : आप मंदिर जा सकते है, प्रकृति अर्थात पेड़ - पौधे से संबंधित स्थानों पर आप समय व्यतीत कर सकते है। सुंदर एवं नए - नए स्थानों पर जाने से एक नया अनुभव, ज्ञान, ख़ुशी आपको मिल पाती है। जो आपके तन और मन के विकास के लिए बेहद ही सुखमय होगा।
5. ऑनलाइन : कोविड -19 के दौरान और वर्तमान में विभिन्न ऑनलाइन कम्पटीशन जिसके अंतर्गत डांस कम्पटीशन, मेहंदी कम्पटीशन, स्पीच कम्पटीशन, सिंगिंग कम्पटीशन इत्यादि का आयोजन होता है। आप जिसमें पार्टिसिपेट भी कर सकते है। विभिन्न प्राइजस, सर्टिफिकेट जीतने का आपको सुनहरा अवसर भी मिल पाता है।
ऑनलाइन के माध्यम से विभिन्न इंटर्नशिप, ऑनलाइन कोर्सस इत्यादि पार्टिसिपेट करके अपने नॉलेज को बढ़ा सकते है। जितना आप सीखेंगे.. उतना ही आप आगे बढ़ते है। सीखेंगे तभी आप जीतेंगे।
7. फैमिली : बड़ी दुख की बात है.. आज इंटरनेट में बच्चें इतना ज्यादा व्यस्त हो चूके है कि अपने परिवार, अपने मित्र के लिए समय नहीं है। मम्मी, पापा, बहन, भाई इत्यादि जीवन के प्रमुख आधार है। हम अपने से बड़ो के साथ जितना समय व्यतीत करेंगे..हम नया - नया हर दिन सीखेंगे। केवल गर्मियों में ही अपने फैमिली के साथ ना बिताये..हमेशा अपने परिवार के साथ व्यतीत करे। ऑनलाइन दोस्ती से निकलकर वास्तविक मित्रता अपने दोस्तों के साथ निभाए।
यह कुछ महत्वपूर्ण तरीका है.. जिससे आप अपने गर्मियों के छुट्टियों का सदुपयोग कर सकते है। एक और बात तन और मन को प्रफुल्लित रखने के लिए योग करे। अपने जीवन को सुखमय बनाए।
धन्यवाद
काजल साह
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