बागों में खिला सुमन है तू घोर अंधेरे में छुपी चाँद सी रौशनी है तू मीठे मधु की हर बून्द है तू सूरज की चमकती किरण है तू। मेरी हर परिस्थिति में समीप है तू दर्पण सी है तू उज्जवल चाँद सी है तू मधुवन में खिली कली है तू मेरी हर जीत की पहचान है तू। मेरे दिल के निकट सुंदर प्रतिमा है तू जीवन का हर मंजर है तू अंबर में मुस्कुराता तारा है तू चाँद सा चमकता नूर है तू मेरे जीवन की आस है तू मेरे जीवन के पास है तू। धन्यवाद काजल साह