आज भागदौड़ भरी जिंदगी में महिलाओं को रोजमर्रा की चुनौतियों का सामना करने, व्यक्तिगत विकास व अपने लक्ष को हासिल करने के लिए खुद को अलग - अलग बुनियादी कौशल से लैस करना अत्यंत जरुरी है। ये कौशल न सिर्फ आत्मविश्वास को बढ़ावा देते है, बल्कि जिंदगी में सफल होने के लिए भी जरुरी है। आइये जानते है, कुछ कौशल के बारे में, जिसे हर महिला को जरूर सीखनी चाहिए।
1. ड्राइविंग : आज ड्राइविंग एक महत्वपूर्ण कौशल है। पुरुष और महिलाओं को यह स्किल्स जरुर सीखना चाहिए। आमतौर पर जब महिलाएं ऑफिस, शॉपिंग या रिश्तेदारों से मिलने जाने के लिए महिलाएं घर के लोगों पर निर्भर रहती है।क्योंकि उन्हें ड्राइविंग नहीं आती है। ड्राइविंग महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाती है। यह आपात स्थितियों को मैनेज करने और दूसरों पर निर्भर हुए बिना नयी जगहों की खोज करने में मददगार हो सकता है।
2. आत्मरक्षा : आजकल महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ गयी है।अखबारों में प्रतिदिन बलत्कार के मामले छपे हुए रहते है। आत्मरक्षा का हुनर महिलाओं को खतरनाक स्थितियों में खुद की रक्षा करने के लिए सशक्त बनाता है। यह शारीरिक शक्ति, जागरूकता व आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है। आत्मरक्षा की तकनीकी सीखना व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए नितांत जरुरी है।
3. वित्तीय साक्षरता : नर और नारी किसी भी देश के मुख्य स्तम्भ है। आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के लिए वित्तीय अवधारणाओं जैसे बजट, बचत, निवेश व ऋण प्रबंधन को समझना बहुत जरुरी है। वित्तीय साक्षरता से महिलाओं को स्वंतत्र निर्णय लेने और भविष्य की योजनाएं बनाने में मदद मिलती है। साथ ही साथ यह आर्थिक सशक्तिकरण की आधारशीला है।
4. संचार कौशल : कम्युनिकेशन एक महत्वपूर्ण एवं अनिवार्य कौशल है। मान लीजिये कि किसी व्यक्ति के पास बहुत गुण है। लेकिन फिर भी वह मुकाम हासिल करने में बार - बार में असफल हो जा रहा है। इसका बड़ा कारण था -प्रभावी कम्युनिकेशन का आभाव। पुरुष के साथ ही साथ हर स्त्री को प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल जरूर सीखना चाहिए। पर्सनल एवं प्रोफेशनल दोनों ही स्थितियों में कम्युनिकेशन जरुरी है। पब्लिक स्पीकिंग, डिबेट स्किल महिलाओं को अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने, विचारों को आत्मविश्वास से प्रस्तुत करने और दूसरों को प्रभावित करने में सक्षम बनाता है। इस स्किल में महारत हासिल करने से नेतृत्व के गुण बढ़ते है।
5. तकनीकी कौशल : आज का युग तकनीकी का युग है। आज विज्ञान के वजह से मानव किसी भी कार्य को सरलतम तरीके से कर पा रहे है। यह बेहद जरुरी है आगे बढ़ते समय के अनुसार महिलाओं को भी आगे बढ़ना चाहिए। डिजिटल युग में टेक्निकल स्किलस की जानकारी अनिवार्य है। कम्युटर नॉलेज, सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन, डिजिटल टूल ( ai tools ) यह स्किल्स पर्सनल एवं प्रोफेसरनल दोनों के लिए लिए जरुरी है। डिजिटल स्किल सीख लेने से कोई भी व्यक्ति अपना काम उत्पादता एवं प्रसन्न से करने में सक्षम बन पाते है।अपने मोबाइल एवं इंटरनेट का सदुपयोग करे। और अपने जीवन को सुखद से पूर्ण करे।
6. प्राथमिक : आज के समय में बीमारियां काफी बढ़ी रही है। आपात स्थितियों से निपटने के लिए प्राथमिक चिकित्सा और सीपीआर की जानकारी बहुत जरुरी है। इन स्किल्स में ट्रेंड होने से महिलाएं तत्काल किसी की मदद कर सकती है। साथ ही गंभीर परिस्थितियों से संभावित रूप से किसी की जान भी बचा सकती है।
7. तैराकी : तैराकी एक मनोरंजक गतिविधि भर नहीं है, अपितु यह एक जरुरी लाइफ सेविंग स्किल भी है। तैराकी करने से शारीरिक तंदरुस्ती बढ़ती व हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है। साथ ही तैराकी से आत्मविश्वास बढ़ता है। ख़ासकर जब पानी से जुड़ी गतिविधियों या आपात स्थितियों में भाग लेना हो।
यह कुछ महत्वपूर्ण कौशल है। जो हर महिलाओं को सीखना चाहिए। ये महत्वपूर्ण स्किलस आत्मविश्वास, आत्मशक्ति एवं आत्मउत्थान का प्रतीक है।
धन्यवाद
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