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09/08/2024 Kajal sah Awareness Views 281 Comments 0 Analytics Video Hindi DMCA Add Favorite Copy Link
सीमित हैं!

समय एवं ऊर्जा सीमित हर व्यक्ति के पास है।इसलिए अपने समय एवं ऊर्जा का सदुपयोग करना हर एक व्यक्ति का कर्तव्य है। लेकिन आज अधिकांश युवा आलस्य के वजह से अपने जीवन के हर क्षण को व्यय करते जा रहे है। उन्हें यह समझ में क्यों नहीं आ रहा है कि वे अपने जीवन की सबसे बड़ी गलती कर रहे है समय को गलत कार्य एवं स्थान पर व्यय करके।युवा ही देश के भविष्य होते है.. अगर वे शारीरिक रूप से मजबूत, मानसिक रूप तेज़ एवं आध्यत्मिक रूप से प्रबल नहीं होंगे.. तो भारत कैसे एक विकसित राष्ट्र बन पायेगा। युवा ही देश के भविष्य और इस अखंड राष्ट्र के निर्माता है। आज इस निबंध के माध्यम से जानने का पर्यन्त करेंगे कि आप अपने जीवन से आलस्य को कैसे दूर कर सकते है?आप कैसे आलस्यमुक्त जीवन जी सकते है? सुखद,सार्थक एवं सफलता से परिपूर्ण जीवन कैसे जी सकते है? आज के बताये हुए महत्वपूर्ण टिप्स को फॉलो करें, आप जरूर जी आलस्य को अपने जीवन से दूर कर सकते है। 1. स्पष्ट एवं लक्ष्य : बिना लक्ष्य जीवन शून्य है अर्थात जीवन जीना व्यय है। खाना, पीना, सोना यह तो जानवर भी करते है। लेकिन मनुष्य सोच सकते है, योजना बना सकते है, लक्ष्य निर्धारित कर सकते है इत्यादि। हम आलस्य इसलिए करते है क्युकी जीवन में लक्ष्य का आभाव है। लक्ष्यहीन जीवन जीना पाप है। अगर आप वास्तव में अपने जीवन से आलस्य दूर करना चाहते है? तब सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें। अपने जीवन में स्पष्ट एवं सार्थक लक्ष्य निर्धारित करें। लक्ष्य बड़े या छोटे हो सकते हैं लेकिन वे विशिष्ट, मापनीय, प्राप्त करने योग्य, प्रासंगिक और समयबद्ध होने चाहिए। जिसे SMART कहते है। जब आपके पास शार्ट टर्म / लॉन्ग टर्म गोल्स होगा तो आप उसकी प्राप्ति के लिए प्रेरित महसूस करेंगे। 2. स्माल : अब आपने लक्ष्य निर्धारित कर लिया है, अब आपका महत्वपूर्ण कार्य है कि बड़े - बड़े लक्ष्य को छोटे - छोटे कदमों में बाँटे दें। कई बार बड़ा कार्य /कठिन कार्य / बड़ा लक्ष्य देखकर अधिकांश युवा टालने लगते है और आलस्य करते है। इसलिए आपका पहला टारगेट होना चाहिए - पहले छोटे - छोटे कदमों से शुरू करना। 3. समय : समय सबसे बलवान है। समय का सदुपयोग आपको उपयोगी बना सकता है लेकिन दुरूपयोग से जीवन नर्क बन सकता है। कवि लिखते भी है - सब जाग रहे तू सोता रह किस्मत को थामें रोता रह जो दूर है माना मिला नही, जो पास है वो भी खोता रह सब जाग रहे तू सोता रह। अल्प समय एवं अल्प ऊर्जा है। आलसी व्यक्ति अपने जीवन कोई अचीवमेंट /सफलता प्राप्त नहीं कर पाते है, क्युकी वे अपने समय का सही से उपयोग नहीं करते है। समय को सही उपयोग एवं आलस्य को मिटाने के लिए आपको प्रभावी समय सारणी तैयार करना जरूर चाहिए। समय सारणी में सबसे महत्वपूर्ण कार्य अर्थात कार्य को प्राथमिकता देना सीखे। जो कार्य सबसे महत्वपूर्ण और ऊर्जापूर्ण है उसे पहले करें। अपने कार्यों को महत्व के आधार पर कर्मबद्ध करें। समय सारणी का पालन करने से आप अधिक संगठित और उत्पादक बनेंगे। 4. शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य :परिस्थितियां कैसी भी क्यों ना हो लेकिन जब आपका मन की स्थिति मजबूत रहेगी.. तब आप आप हर परिस्थितियों का सामना निडरता के साथ कर पाएंगे। शारीरिक स्वास्थ्य के लिए व्यायाम, उचित एवं संतुलित आहार ले,नींद की गुणवत्ता सुधारें। जिस प्रकार तन को मजबूत करना जरुरी है ठीक उसी प्रकार मन को मजबूत करना अनिवार्य है। इसलिए सकारात्मक विचार, सकारात्मक लोगों के साथ मित्रता, सकारात्मक वीडियो इत्यादि का पालन करें। 5. खुद :आपका लड़ाई खुद से। आपको जीत हासिल करने का पूरा पर्यन्त करना है। जब आप अपने लक्ष्य को पूर्ण कर ले, तब आप स्वयं को पुरसस्कृत करें। इससे आपका इच्छाशक्ति, दृढ़ संकल्प एवं परिश्रम करने की शक्ति में बढ़ोत्तरी होंगी। जीत हासिल करने की ललकता उत्कट इच्छा जागृत होंगी। 6. नकारात्मक : नकारात्मक विचार, नकारात्मक कार्य एवं नकारात्मक लोग ऐसे शूल है, जिससे जीवन ध्वन्स हो सकता है।आलस्य अक्सर नकारात्मक सोच से आता है। नकारात्मकता को अपने जीवन से दूर करने का प्रयास करें। अपने स्वप्न के लिए प्रबल इच्छा शक्ति जागृति करें। प्रबल इच्छा शक्ति, अपने सपनें के लिए जिद्द एवं सकारात्मकता के मजबूत अस्त्र से आप आलस्य को जीवन से दूर कर सकते है। 7. जिम्मेदारियां ले : आलस्य के प्रमुख कारणों में एक कारण है जिम्मेदारियों का आभाव।छोटी - छोटी ही लेकिन जिम्मेदारियां लेना सीखें। अपने ऊपर जिम्मेदारी लेना आलस्य को दूर करने का एक प्रभावी एवं उम्दा तरीका है। जिम्मेदारियां आपको प्रबल बनाती है। अपने पढ़ाई के लिए, अपने पैशन के लिए इत्यादि कार्य के लिए जिम्मेदारियां लेना आरम्भ करें। 8. चुनौती : गौतम बुद्ध जी ने कहा था - सबसे बड़ी समस्या है कि हमें लगता है हमारे पास समय बहुत है। समय एवं ऊर्जा दोनों सीमित है। इसलिए दूसरों से आपका कम्पटीशन नहीं है.. आपका कम्पटीशन खुद से।दूसरों से लड़ने में, घृणा में, नफ़रत करने में अपने समय को बर्बाद मत कीजिये। आलस्य जैसे शत्रु को आपको परास्त करना है। आलस्य को दूर करने के लिए अपने आपको को समय - समय पर चुनौतियाँ दें। इससे आपके अंदर नवीन ऊर्जा, उत्साह एवं उमंग का आगमन होगा। 9. वातावरण :आलस्य के प्रमुख कारणों में एक कारण है अनुचित वातावरण। वातावरण उचित नहीं होने से ध्यान लक्ष्य की ओर अग्रसर नहीं हो पाता है।अधिकांश लोग आलस्य के शिकार हो जाते है। आलस्य को दूर करने के लिए सकारात्मक, सार्थकता पूर्ण स्थानों को चयन करें। यह कुछ महत्वपूर्ण टिप्स है, जिसके माध्यम से आप आलस्य को दूर कर सकते है। उपरोक्त टिप्स के अलावा अन्य महत्वपूर्ण टिप्स है - दोस्तों और परिवार से प्रेरणा लें, प्रेरणादायक पुस्तकें पढ़ें, ध्यान और योग करें, नए कौशल सीखें, आत्म - आलोचना अत्यधिक ना करें, स्माल ब्रेक लें इत्यादि। आशा करती हूं कि आज का निबंध आपके लिए बेहद उपयोगी होगा। महत्वपूर्ण टिप्स को जरूर फॉलो करें। धन्यवाद काजल साह

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