The Latest | India | [email protected]

57 subscriber(s)


K
09/01/2025 Kajal sah Awareness Views 161 Comments 0 Analytics Video Hindi DMCA Add Favorite Copy Link
समावेश और कमजोरियां

सकारात्मक विचारों में अद्भुत एवं अनुपम शक्ति होती है,जो हमें शक्ति प्रदान करती है, हर कठिन परिस्थितियों से संयम के साथ लड़ने की।कहा भी जाता है - "मनुष्य जैसा सोचता है, वैसा बन जाता है "। इसलिए हमें हमेशा अच्छा अर्थात सकारात्मक सोचना चाहिए। आज इस निबंध मैं आप सभी के साथ शेयर करूंगी कि पॉजिटिव सोच अर्थात सकारात्मक सोच रखने के क्या - क्या लाभ है? 1. स्ट्रेस : नकारात्मक सोचना एवं नकारात्मक लोगों के साथ रहने से स्ट्रेस में वृद्धि होती है। स्ट्रेस की वजह से हम जीवन को स्वंतत्र रूप से जी नहीं पाते हैं।स्ट्रेसफुल सिचुएशन से लड़ने के लिए अपने माइंड को सकारात्मक दिशा दे। जिससे आपका पॉजिटिव माइंडसेट हर कठिन परिस्थितियों से धैर्य से सामना कर सकती है। 2. स्वास्थ्य : जिस प्रकार शारीरिक रुप से मजबूत बनने के लिए हैल्थी भोजन का सेवन करना अनिवार्य है। ठीक उसी प्रकार मन की मजबूती के लिए सकारात्मक सोच अनिवार्य है। सकारात्मक विचारों के समावेश से सशक्त माइंडसेट का निर्माण सम्भव है। सकारात्मक एवं सशक्त माइंड ही मनुष्य की इच्छाशक्ति को बढ़ाती है। चिंता, डिप्रेशन जैसे घातक मेन्टल हेल्थ समस्या को कम करने में पॉजिटिव माइंडसेट की बहुत बड़ी भूमिका है। 3. ऊर्जा एवं समय : मनुष्य की सबसे कीमती पूंजी उसका समय एवं ऊर्जा है। नकारात्मक माइंड हमेशा हमारे समय एवं ऊर्जा को बर्बाद करती है। लेकिन पॉजिटिव माइंडसेट के माध्यम से हम अपने समय एवं ऊर्जा का सदुपयोग सार्थक एवं स्पष्ट कार्यों में करते हैं। अगर आप अपने समय एवं ऊर्जा का सार्थक उपयोग सार्थक कार्यों में करना चाहते हैं? तब सकारात्मक लोग, सकारात्मक किताबें एवं सकारात्मक वातावरण का चयन करें। 4. रिश्ते : किसी भी रिश्ते की सबसे मजबूती नींव प्रभावशाली संचार कौशल। संचार कौशल को उम्दा एवं प्रभावशाली बनाने के लिए सकारात्मक सोच अनिवार्य है। सकारात्मकता की शक्ति से रिश्ते में कमियों को प्रभावशाली तरिके से दूर किया जा सकता है। जिससे रिश्ते अधिक मजबूत बनते हैं। पॉजिटिव थिंकिंग से रिलेशनशिप को बेटर किया जा सकता है। इसलिए सकारात्मक सोच को अपने जीवन में अपनाएं और नकारात्मक विचारों को जीवन से दूर करें। यही एक अक्कबा माध्यम हो सकता है।सुख, समृद्धि एवं सफल जीवन पाने का। 5. आत्मविश्वास एवं रचनात्मकता :सकारात्मक विचार आपके आत्मविश्ववास की उन्नति में बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। नकारात्मक विचार आत्मविश्वास, क्रिएटिविटी इत्यादि को नाश कर देती है लेकिन सकारात्मक विचार हमारे आत्मविश्वास,आत्मविकास , रचनात्मकता इत्यादि को बढ़ाती है। जिससे आप खुद की क्षमता, गुण पर विश्वास करते हैं। यह कुछ महत्वपूर्ण लाभ है। उपरोक्त लाभ के अतरिक्त है - रोग - प्रतिरोधक में वृद्धि, productivity में उन्नति, जीवन में उत्साह में वृद्धि, शारीरिक स्वस्थ भी स्वस्थ रहता है, करियर ग्रोथ में उन्नति इत्यादि। तो आपने देखा ना! सकारात्मक सोच रखने के कितने लाभ है। इसलिए सकारात्मक को अपनाएं जीवन में खुशहाली पाएं। विषय : कमजोरियां प्रत्येक मनुष्य की अपनी मजबूती एवं कमजोरियां होती है।अधिकांश मनुष्य अपनी कमजोरियां को दूर करने का प्रयास करते ही नहीं है।साथ ही साथ ऐसे भी अनेक लोग है, जो अपनी मजबूतियों को और विकसित करने का प्रयास करते हैं और अपनी कमजोरियों को सुधार करने का निरंतर प्रयास करते हैं। आज इस निबंध मैं आप सभी के साथ साझा करूंगी कि आप अपने कमजोरियों को कैसे ठीक कर सकते हैं? 1. कमजोरियों : वर्तमान में आज लोगों के पास समय नहीं है, खुद को जानने का। दूसरों के बारे में अधिकांश लोगों अच्छा लगता है लेकिन खुद के बारे में कुछ पता ही नहीं है। इसलिए खुद का आत्मविश्लेषण करना अत्यंत आवश्यक है। आत्मविश्लेषण अर्थात खुद से बाते करें, अपनी पसंदीदा और क्या पसंद नहीं है, अपनी कमजोरियां, अपनी मजबूतियाँ इत्यादि के बारे में जानने का प्रयास करें। 2. सीखें और अभ्यास :मान लीजिये आप खुद का विश्लेषण करने के बाद अब आपको ज्ञात हो चुका होगा कि आपकी कमजोरी। उदाहरण के लिए आपके हैंडराइटिंग अच्छी नहीं है।लेकिन आपके पास विकल्प सीखने का और नियमित रूप से अभ्यास करने का। जिस फील्ड में आप नर्वस हो जाते हो या कमजोर हो। तब उस फील्ड से संबंधित क्लासेज करें।इंटरनेट का उपयोग करें, क्लास ज्वाइन करें इत्यादि। सीखने के साथ ही साथ नियमित रूप से अभ्यास करें। किसी भी क्षेत्र में बेहतर करने के लिए सही दिशा में अभ्यास करना अत्यंत आवश्यक है। 3. सकारात्मक : हर व्यक्ति में कुछ ना तो कुछ कमजोरी है। आप उस कमजोरी को तब मजबूती बन पाइएगा, जब आपका मजबूत एवं सकारात्मक माइंडसेट हो। सकारात्मक माइंडसेट सकारात्मक विचारों से निर्मित होती है। जब आप खुद पर कार्य करेंगे, तब आपको कई बार भय, लोगों के ताने इत्यादि का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन जब आपके विचार प्रबल होते है, तब इन सब की हार तय है। 4.फीडबैक और धैर्य :ऐसे लोगों से हमें फीडबैक लेना चाहिए, जो हमें सार्थक फीडबैक प्रदान करें, सही एवं सार्थक दिशा प्रदान करें... आगे बढ़ने के लिए। उदाहरण के लिए अगर आप हैंडराइटिंग में वीक हो, तब आप अपनी ऐसे क्लोज के साथ शेयर करें.. जो आपको ऑनेस्ट फीडबैक दें। जैसे - पेरेंट्स, टीचर, मेंटरस इत्यादि। याद रखे अच्छे काम को पूर्ण होने में समय लगता है। कई बार हाल मिलेगी लेकिन आपको घबराना नहीं है, कई बार हिम्मत भी टूटेगी लेकिन आपको घबराना नहीं है। यह शीघ्रता से नहीं पूर्ण नहीं होगा लेकिन एक दिन जरूर पूर्ण होगा अर्थात अपने कमजोरियों को मजबूतियों में जरूर बदल लेंगे। लेकिन उसके लिए आपको धैर्य के साथ कार्य करना होगा। 5. स्वस्थ्य: स्वस्थ ही सबसे बड़ी पूंजी है। हेअल्थी शरीर और मन के बिना जीवन में हम कुछ भी पा नहीं सकते। इसलिए अपने स्वस्थ का भी ध्यान दे। जैसे : मेडिटेशन करें, योगा करें, अच्छी किताबें पढ़े, प्रकृति के साथ जुड़ें इत्यादि। यह सभी बेहद महत्वपूर्ण कार्य है, जिससे आपका तन, मन और वचन तीनों स्वस्थ रहता है और आप अच्छे से खुद पर कार्य कर पाते हैं। तो देखा आपने यह कुछ महत्वपूर्ण टिप्स को अपनाकर आप अपनी कमजोरियों को सुधार सकते हैं। उपरोक्त टिप्स के अलावा है - गलतियों को स्वीकार करें और उससे सीखें, काम टालने की आदत को दूर करें, असफलताओं से सीखें और निरंतता बनाएं रखें। आशा करती हूं कि यह निबंध आपको अच्छा लगा होगा। धन्यवाद काजल साह

Related articles

 WhatsApp no. else use your mail id to get the otp...!    Please tick to get otp in your mail id...!
 





© mutebreak.com | All Rights Reserved