यात्रा करना मुझे बेहद ही पसंद है, यात्रा करने से मन को राहत, शांति एवं नये - नये अनुभव सिखने का सुनहरा अवसर प्राप्त होता है। इसलिए यात्रा करना एक पैशन है। आज मैं आपको एक ऐसा जगह के बारे में बताना वाली हूँ जिसकी यात्रा मैंने पिछले संडे को की थी। एक ऐसा स्थान जहाँ श्री कृष्ण की महिमा, सुंदरता का सुंदर नज़ारा प्रदर्शित होता है।
बहुत दिनों से मन में विचार आ रहा था कि मायापुर जाऊ लेकिन वह प्रबल इच्छा ही नहीं थी, लेकिन मेरी अध्यात्मिक मित्र पिया ने मुझे प्रेरित किया कि काजल चलो चलते है, मायापुर। सो अब मुझे जोश आ गया। यह प्लान हमारा शनिवार को रात 10 बजे जाने का प्लान बना। हम दोनों सुबह 3 बजे ही उठ गए। भगवान के दर्शन, नये अनुभव की प्राप्ति के लिए। हमारा ट्रेन सुबह का 6 :10 का था, हम स्टेशन पहुंचे 6:05 ऍम भगवान की कृपया से ट्रेन हमारा नहीं मिस हुआ। Sealdah स्टेशन से मायापुर की दुरी 4 से 5 घंटे की थी, लेकिन हमारा सफर बहुत छोटा था, क्युकी हमने यात्रा में गाने गुनगुनाये, प्रकृति के दृश्य का हमने आनंद उठाया इत्यादि।
ट्रेन के सफर के बाद हमने टोटो से सफर तय किया, टोटो के सफर के बाद हमने बस का सफर तय किया। जैसी ही बस धीरे - धीरे मायापुर मंदिर पहुंच रही थी, वैसे ही हम दोनों की दिल की धड़कन एवं भगवान के प्रति आशा बड़ी तेज़ी से बढ़ते जा रही थी।
हम जैसे ही मंदिर के प्रवेश स्थल पर कदम रखते है, मन में उल्लास एवं उम्मीद जाग जाती है। मंदिर में हमने महाप्रसाद का टिकट हम दोनों ने लिए 100 रूपीस में। उसके बाद हमने श्री कृष्ण जी का हमने कृतन हमलोग ने गाया। श्री कृष्ण जी के कहानी एवं भजन के सुनने के लिए हम अलग कक्ष में गए। 12:30 pm के आस - पास हमनें वहां का प्रसाद के रूप में खिचड़ी हमलोग ने खाया। जिससे खाने से मन को राहत एवं भगवान के गीत में हम दोनों मग्न हो गए।फिर हम दोनों प्रभुपाद जी के कक्ष में गए, जिन्होंने भागवत गीता की जिन्होंने रचना कि उनकी कहानी, उनका संघर्ष, उनकी प्रेरणा, उनका महान कार्य सभी का उल्लेख चित्र सहित शब्दों में व्यक्त थी। उन्हीं के कक्ष में सभी नृत्य, गीत, प्राथर्ना इत्यादि कर रहे है। हम दोनों ने भी नृत्य किया, कृष्ण जी का भजन गुनगुनाया इत्यादि। हम दोनों ने वहां से बहुत सारे वस्तुओं को भी ख़रीदा। जैसे - किताबें, कलमे, मूर्ति इत्यादि। उसकी यात्रा करने के बाद हम दोनों महाप्रसाद के सेवन के लिए अलग कक्ष में गए।
जल्द ही दूसरे पार्ट का अनुभव जारी करुंगी। बने रहिएगा हमारे साथ।
निबंध : समाचार पत्र के लाभ एवं हानियाँ
विभिन्न प्रकार के साहित्य, गीत, कहानी, कविता, निबंध के माध्यम से व्यक्ति का ब्रेन प्रभावित होने लगा है। पुस्तके के माध्यम हम अपने पूर्वजों के अनुभवों से परिचित होते है। पुस्तकें की भाँति समाचार पत्र या पत्रिकाओं में ज्ञान की बाते तथा सामाजिक सूचनाओं प्राप्त होती है। आज हम यह समझने की कोशिश करेंगे समाचार पत्र के क्या - क्या लाभ एवं हानियाँ है।
लाभ :
1. समाचार - पत्र विश्व में घटित सूचनाओं को प्रदान करते है। वे आधुनिक अविष्कार, अनुसन्धान इत्यादि की जानकारी कराते है।
2. सामचार पत्र पढ़ने से नये - नये विषयों की जानकारी एवं भाषा की मजबूती बढ़ती है।
3. समाचार - पत्रों में प्रकाशित विभिन्न प्रकार की शिक्षा सम्बन्धी सामग्री सामान्य जनता में शिक्षा के प्रति प्रेरणा उत्पन्न करती है।
4. समाचार पत्र सरकार और जनता के मध्य कड़ी मेहनत का काम करती है। वे देश कि सरकार का मार्ग दर्शन करती है। वे सरकार कि कार्यवाहियों का मूल्यांकन करते है और त्रुटियों के सुधार के लिए सुझाव देते है।
5. सामचार पत्र व्यक्ति के चिंतन प्रक्रिया को जाग्रत करते है। नागरिकों में गणतांत्रिक चेतना के विकास में इनका महत्वपूर्ण स्थान है।
अगले निबंध में हम और कई सारे लाभ एवं हानियाँ के बारे में सीखेंगे। तब तक के लिए अपना ख्याल रखिये।
धन्यवाद
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