जब हमारे जीवन में लक्ष्य नहीं है रहता है तब भटकते रहते है, यह सोच कर कि यह राह है अच्छा होगा और कुछ मिल जाने पर यह अच्छा होगा।लेकिन जब हमारे जीवन में लक्ष्य रहता है तब हम गंभीर रूप से अपने सपनों के लिये कार्य करते है, अपना अभ्यास, प्रयास और निरंतर मेहनत पूर्ण रूप से लगा देते है, अपने लक्ष्य कि प्राप्ति में।
जीतने के लिए अनिवार्य है कि हम बेहतर हों। बेहतर का अर्थ, हम अन्य से श्रेष्ठ हों यानि औसत व्यक्ति से ऊपर उठें। स्वयं कों बेहतर बनाने का पूर्ण रूप से प्रयास करना। सर्वश्रेष्ठ बनने की चाहत का अर्थ सर्वश्रेष्ठ के अनुरूप स्वयं कों कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार करना है। अगर हम जीवन में जीत कों हासिल करना है तो सबसे पहले हमें अपने नकारात्मक आदतों, सोच, और कार्यों इत्यादि में बदलाव लाना होगा। इन बुरी आदतों कों हम अच्छे सकारात्मक आदतों में परिवर्तन कर सकते है जैसे
Regular Exercise Eat Bettere Read book Get Positive Thinking Feel Good Result Is= I Feel Beautiful & Think I am
हमारा सकारात्मक सोच हीं हमें विकास की ओर ले जाता है, हमें आगे बढ़ने और लक्ष्य प्राप्ति करने में सहयोग देती है। अगर हम नकारात्मक सोच रखेंगे तब यह सोच हमारें मेहनत, प्रयास, कोशिश और नये विचारों का अंत कर देती है। नकारात्मक सोच के व्यक्ति कों चारों ओर निराश और असफलता हीं नज़र आती है।
जीतने के लिए प्रमुख पड़ाव :
1. लक्ष्य निर्धारण
2. संघर्ष का दौर
3. दर्द का दौर
4. जीत का दौर
5. जीत बरकरार रखने का दौर
6. लक्ष्य का पुन: निर्धारण
7. जीतने के लिए चाहिए खेल - भावना
8. विपरीत परिस्थितियों का सामना करें
इत्यादि।
यदि आपको अपने जीवन में जीत हासिल करनी है तो सबसे पहले आपको यह सभी पड़ाव कों संघर्षपूर्वक पार करनी होंगी।
जीतना है तो ज़िद करें किस चीज़ के लिए?
1. अपने सपनों के ज़िद कों पुरी करने की तैयारी
2. अपनी योग्यता के अनुरूप हीं ज़िद करें
3. सपनों के जीत के लिए स्वयं से दृढ़ वादा कीजिये
4. अपनी मजबूत इच्छाशक्ति बढ़ाये
5. नकारात्मक सोच वाले लोगों से दूर रहें
6. जीत के लिए स्वयं पर आत्मविश्वास अनिवार्य
7. जीत के लिए औसत से ऊपर उठें
इत्यादि।
जीत के लिए ज़िद अनिवार्य है लेकिन ज़िद ऐसे सपनों के लिए अनिवार्य है जों आपके व्यक्तित्व कों निखारे, आपकों कौशल बनाये और आपको स्वयं पर निर्भर बनाये। मेहनत करते जाइये, प्रयास करते जाइये और जरूर एक दिन आपका सपना आपका अपना होगा 😊।
धन्यवाद
काजल साह - स्वरचित
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