जो मोटी - मोटी कक्षा की पुस्तकें बात नहीं सीखा पाती है, वह जीवन के अनुभव से सीख लिया जाता है। पुस्तकीय ज्ञान जरुरी है, लेकिन उससे भी अत्यंत जरुरी यह है कि आपने अपने जीवन से क्या सीखा। पता भी नहीं चलता पापा के हाथ पकड़ कर चलते -चलते पापा का कब सहारा बन जाते है।
आज मैं आपको बताने वाली हूँ कि आप कैसे अपने जीवन के टॉपर बन सकते है। यानि आप जीवन के हर पल को कैसे आनंदित से जी सकते है। अल्फा बीटा, न्यूटन इत्यादि बहुत हो चूका.. अब जीवन के वास्तविक अर्थ को जाने और अपने जीवन के टॉपर बने।
1. जीवन : किसी ने कहा कि जीवन क्या है? मैंने कहा है कि जीवन एक वन के समान है, जिस प्रकार हर छोटे से वृक्ष से लेकर बड़े जीव का उद्देश्य रहता है। ठीक उसी प्रकार जीवन का पर्याय है उद्देश्य है। पुस्तकीय ज्ञान कम्पलीट होने के बाद अपने जीवन का महत्वपूर्ण उद्देश्य जाने। अपने उद्देश्य तक पहुँचने के लिए रोडमैप तैयार करे.. जब तक जीवन के उद्देश्य की पूर्ति ना हो जाए.. तब तक निरंतर लगे रहना है।
2. टाइम : मानव जीवन बहुत अनमोल है। विवेकानंद जी के अनुसार दुनिया की सबसे सशक्त धरहोर समय है। जीवन में टॉपर बनने के लिए आपको अपने टाइम का इफेक्टिव रूप से प्रयोग करना अच्छे से आना चाहिए। अपने महत्वपूर्ण कार्य के लिए डेडलाइन, एक ही समय एक कार्य में अपनी पूरी ऊर्जा सिद्द्त से प्रदान करे। टाइम सभी से कहता है कि अगर आज तुमने मुझे अच्छे से उपयोग कर लिया..तुम्हारा भविष्य सुधर जाएगा।अगर तुमने मुझे व्यर्थ किया.. तब मैं तुम्हें व्यर्थ कर दूंगा। समय की इस चेतवानी को समझकर जीवन में आगे बढ़ने हेतु हर क्षण का उपयोग सटीक से करे।
निरंतर - मेहनत : पानी में वह सशक्त शक्ति है जो पत्थर को तोड़ शक्ति है। हर बून्द में वह सशक्त शक्ति है, जिससे समुद्र का निर्माण हो पायेगा। लेकिन यह कार्य शीघ्र नहीं हो जाता.. पानी को निरंतर consistency के साथ हार्डवर्क करना पड़ता है। जिससे हर कठिन कार्य सरल हो पाया। जीवन में किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु मेहनत के सशक्त चाभी, धैर्य के साथ निरंतता को अपनाये। जीवन के पथ पर आगे बढ़ने हेतु, अपने क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु मेहनत, प्रयास, निरंतता और अभ्यास को हथियार जीवन के क्षेत्र में टॉपर बने।
3. मोटिवेशन : मोटिवेशन दो प्रकार की होती है। आंतरिक और बाह्य। आंतरिक मोटिवेशन वह सशक्त ताकत है, जिससे जो हमने सपना देखा है.. उसे पूरा कर सकते है। जीवन में कई लोग आएंगे जो आपके साथ चलेंगे और कई साथ छोड़ देंगे। लेकिन आपको घबराना कभी नहीं है। जीवन के हर डगर पर हर पथ अपने मजबूत मुस्कान, सेल्फ मोटिवेशन के साथ आगे बढ़ना है। कहते है जब पानी अनुशासनहीन हो जाए तो बाढ़ का जन्म होता है। अगर वायु अनुशासनहीन हो जाए तो आंधी का जन्म होता है। अगर व्यक्ति अनुशासनहीन हो जाए तो कुंठा, तनाव, परेशानी का जन्म होता है। सेल्फ मोटिवेशन के साथ स्वयं के जीवन को अनुशासन की राह पर रखते हुए जीवन में आगे बढ़े।स्वयं का आत्मविश्लेषण करे, आपके अंदर वह शक्ति है, जिससे आप हर असंभव कार्य को संभव। हर कठिन मार्ग पर विजय हासिल कर सकते है।
एक्स्ट्रा : जीवन यानि संघर्ष, मनोरंजन, प्रेम। जीवन की लड़ाई में आपको हर बार चुनौती का सामना करके स्वयं को मजबूत जड़ के रूप में प्रस्तुत करना होगा। अपने जीवन में एक्स्ट्राकर्रेंकुलम अपनाये। जैसे - खेल, स्पीकिंग, डांसिंग, सिंगिंग। जिससे आपका मन पुलकित रहेगा और आप अन्य कार्यों में अपना बेहतरीन प्रदर्शन भी दे पायेंगे।
स्किल : जीवन में टॉप,अवसर का उपयोग इत्यादि के लिए जिस प्रकार कड़ी मेहनत, प्रयास अत्यंत जरुरी है। ठीक उसी प्रकार अच्छे और प्रभावशाली कम्युनिकेशन स्किल अत्यंत जरुरी है। 1-2 घंटे स्वयं को बेहतरीन बनाने के लिए स्किल्स सीखने के लिए समय दे। बढ़ते समय के साथ अगर हम नहीं बढ़ेंगे तब जीवन के रेस में हम बहुत पीछे हो जाएंगे। इसलिए अत्यंत जरुरी है कि स्वयं के विकास के लिए विभिन्न स्किल्स को सीखकर आत्मसात करे, अपने जीवन में।
चंचल : चंचलता एक ऐसा माध्यम है, जिससे हम जीवन में कभी जीत के पथ, प्रेम के पथ, सत्य के पथ आगे नहीं बढ़ पायेंगे। जीवन में टॉपर बनने के लिए आपको इस चंचलता को ध्यान में बदलना होगा। जीवन के नकारात्मक कार्यों को सकारात्मक कार्य। नकारात्मक विचार को सकारात्मक विचार इत्यादि में परिवर्तित करके जीवन का आप हर आंनद का उपभोग कर पायेंगे।
माइंडसेट : अगर आपके पास केवल 20 दिन एग्जाम का है, अगर आपका पॉजिटिव माइंडसेट है तब आप अपने हिम्मत, साहस, और मेहनत से अच्छा मार्क्स ला सकते है। कहते है ना मैदान में हारा व्यक्ति फिर से जीत सकता है लेकिन मन से हारा हुआ व्यक्ति नहीं। अपने माइंड को सकारात्मक बनाये। पूरी यूनिवर्स की सारी शक्ति आपके पास है, लेकिन आपने इसी हाथों अपने आँखों को झक लिया है। और कहते है कि कितना अंधेरा है.. कितना अंधेरा है। अपने माइंड को पॉजिटिव बनाने हेतु अच्छी - अच्छी पुस्तकों को अपना मित्र बनाये। अगर आपका माइंडसेट पॉजिटिव होगा तब हर अवरोध को अवसर समझकर जीवन के पथ पर निरंतर अगर बढ़ेंगे। एक दिन जीत जरूर आपकी होगी।
आध्यत्मिक : स्कूल, कॉलेज के विभिन्न पुस्तकों के पढ़ाई को अपने जीवन में आत्मसात कर लिया है। अब आपको अपने जीवन को भौतिक से आध्यत्मिक में बदलने का प्रयास करना होगा। यह आध्यत्मिक शक्ति आपके अंदर नई ऊर्जा, उमंग और उत्साह ला देती है। विभिन्न धर्म ग्रंथ जैसे गीता, कुरान, उपनिषद, पुराण इत्यादि की अनमोल बातों को अपने जीवन में आत्मसात करे। यकीन मानिये आपके जीवन से हिंसा, नफ़रत, घृणा सभी दूर हो जाएगा।
यह कुछ टिप्स है, जिससे आप जीवन में टॉपर बन सकते है। उपरोक्त के आलावा निरंतर सीखें, हेअल्थी लाइफ स्टाइल। जीवन के हर पल को आनंद के साथ जिए। एक दिन जरूर आप जीवन के टॉपर बन सकते है।
धन्यवाद
काजल साह
|