जीवन का सार साधारण जीवन जीना नहीं है जीवन को उत्तम से जीना है, जीवन के हर कठिन पहलु से लड़ना है और हर पहलु से नई सीख को ग्रहण करना है।
जीवन में हमें कभी रुकना नहीं चाहिए, हमें निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए, जब हम जीवन में रुक जाते है तब हमारा विकास रुक जाता है, और हम अपने जीवन में असफलताओं का सामना करने लगते है इसलिए सफलता को पाने के लिए जीवन में रुकना नहीं चाहिए।
जीवन बेहद अनमोल है,जहाँ हम
अपने हर सपनों को पूरा कर सकते है।चुनौतियां,संघर्ष, दर्द, आंसू यह सभी हमारे जीवन का ही हिस्सा है,जो हमें और मजबूत बनाती है। एक लक्ष्य ही हमें रुकने नहीं देता है, इसलिए हमेशा आप अपने जीवन में लक्ष्य को प्राथमिकता जरूर दे।
अगर हम जीवन में रुक जाने से क्या होगा?
1. विकास की गति रुक जाना
2. अनुभव की प्राप्ति ना होना
3.मेहनत का आभाव होना
4. सफलताओं से दूर
5.सिखने का अवसर खोना
6. लक्ष्य, सपनों से दूर हो जाना
7. सादा जीवन में जिंदगी व्यतीत करना
8.अपने गुणों से दूर
इत्यादि।
हम सभी के पास गुण होता है, किन्ही में लिखने का, नृत्य, चित्रकला इत्यादि। जो निरंतर प्रयास करते रहते है, और कभी जिंदगी से हार नहीं मानते है और कभी नहीं रुकते है एक दिन जीत उसकी होती है।
थोड़ा आराम कर लीजिये, थोड़ा दौड़ लीजिये, थोड़ा बात कर लीजिये इत्यादि फिर उसके बाद नये जोश के साथ कार्य करना शुरू कर दीजिये और स्वयं से वादा कीजिये,जब तक लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होगी तब तक चलते जाना है।
जब हम रुक जाते है,तब जीवन के हर अवसरों को गवा देते है, तब उसके बाद केवल हमारे पास अफ़सोस के सिवा कुछ नही होता है और वहीं अवसर किसी और को मिल जाता है, और वह आगे बढ़ जाता है /बढ़ जाती है।
लोग रुकते क्यों है?
1. लोगों के डर से
2. स्वयं पर विश्वास ना होना
3. मेहनत और प्रयास में आभाव
4.सिखने के लिए उत्साहित ना रहना
5. अपनी तुलना करना
6. स्वयं को कमजोर समझना
7. हिम्मत और साहस का आभाव
8. कम्युनिकेशन स्किल्स का आभाव
इत्यादि।
जो भी हमारे अंदर कमियां या कमजोरी है उनपर हमे अच्छे से कार्य करना चाहिए, जिसे हम अपने क्षेत्र में बेहतर बन पाए और हमेशा आगे बढ़ते रहे।
धन्यवाद : काजल साह :स्वरचित
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